अयोध्या : अब राम मंदिर निर्माण कार्य भी देख सकेंगे भक्त
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन को आने वाले भक्त अब राममंदिर निर्माण कार्य भी देख सकेंगे। ट्रस्ट ने यह व्यवस्था शुरू कर दी है। ट्रस्ट की ओर से राम जन्मभूमि दर्शन मार्ग पर 110 फीट लंबा ‘व्यू प्वॉइंटÓ बनाया जा रहा है। ट्रस्ट की मंशा है कि रामभक्तों को भी मंदिर निर्माण की प्रगति से अवगत कराया जा सके। भक्तों को सोमवार को जब राममंदिर का निर्माण का काम देखने को मिला तो वो निहाल हो उठे। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रंगमहल मंदिर के दक्षिण दिशा में रामलला के दर्शन मार्ग पर स्थित दीवार को तोड़कर एक ‘व्यू प्वॉइंटÓ बनाया जा रहा है। यह प्वाइंट करीब 110 फीट लंबा व आठ फीट ऊंचा होगा। अब तक 40 फीट की लंबाई में ‘व्यू प्वॉइंटÓ का निर्माण कराया जा चुका है। लोहे की मजबूत जाली लगाकर यह प्वॉइंट बनाया जा रहा है। इन जालियों के बीच से भक्त राममंदिर निर्माण कार्य देख सकेंगे। रामलला के पांच हजार से अधिक भक्तों ने सोमवार को पहली बार जब मंदिर निर्माण का कार्य देखा तो वो निहाल हो उठे। इस व्यवस्था के बीच ट्रस्ट की मंशा है कि देश भर के रामभक्त राममंदिर निर्माण की प्रगति से रू-ब-रू हो सकें। रामलला के दर्शन कर लौटे बाराबंकी निवासी संतोष कुमार रस्तोगी ने कहा कि अपने आराध्य के मंदिर निर्माण कार्य का प्रत्यक्ष दर्शन कर आज जीवन धन्य हो गया है। ट्रस्ट ने ये जो व्यवस्था शुरू की है वह काबिल-ए-तारीफ है। लखनऊ निवासी निशा सिंह बोलीं कि ट्रस्ट की यह पहल भक्तों की इच्छा के अनुकूल है। भक्त राममंदिर निर्माण की प्रगति जानना चाहते हैं। ऐसे में ट्रस्ट ने उन्हें यह अवसर प्रदान कर बहुत ही पुण्य का कार्य किया है।
मंदिर निर्माण समिति की बैठक में बनी थी योजना
जुलाई माह में अयोध्या में हुई श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में भक्तों को राममंदिर निर्माण कार्य दिखाने की योजना बनी थी। इसको लेकर मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के समक्ष चर्चा भी हुई थी। बैठक में भक्तों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ‘व्यू प्वॉइंट’ बनाने का निर्णय लिया गया।
ट्रस्ट ने जमा की दूसरी ऑडिट रिपोर्ट
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राममंदिर ट्रस्ट को विदेश से दान लेने की अनुमति देने के लिए दूसरा ऑडिट जमा किया है। इसके बाद अब जल्द ही विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) की मंजूरी मिलने की संभावना है। ट्रस्ट के कार्यालय के प्रबंधक प्रकाश गुप्ता के अनुसार केंद्र सरकार ट्रस्ट को तीसरा ऑडिट जमा करने पर छूट देने पर विचार कर रही है। यह एफसीआरएक के लिए एक अनिवार्य शर्त है। सरकार आगामी वित्त वर्ष की अनुमति बैलेंस शीट के आधार पर एफसीआरए मंजूरी पर विचार कर सकती है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भक्त अब राममंदिर निर्माण कार्य सुरक्षा मानकों के बीच प्रत्यक्ष रूप से देख सकेंगे। इसकी व्यवस्था सोमवार से शुरू करा दी गई है। दर्शन मार्ग पर लोहे की जाली के बीच से भक्तों को निर्माण कार्य का नजारा दिखेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंशा है कि भक्त राममंदिर निर्माण की प्रगति से रू-ब-रू हो सकें। रामभक्तों के लिए कई अन्य सुविधाएं विकसित करने की भी योजना तैयार की जा रही है।