पूर्वांचल में जनाधार बढ़ाएगी सपा: रामगोविंद
- बूथ स्तर तक कारगर रणनीति बनाई जाएगी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गर्मी के बाद समाजवादी पार्टी पूर्वांचल के कोने-कोने में जाएगी और पार्टी का जनाधार मजबूत करेगी। पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वहां पर सपा नीचले स्तर से शुरुआत करेगी। सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री रामगोविंद चौधरी कहते हैं कि पिछले चुनाव में हमारे भरोसे को तोड़ा गया। हमारे मतदाता तो बसपा प्रत्याशी के साथ जुड़ गए, पर बसपा का वोट हमें ट्रांसफर नहीं हुआ। इतना ही नहीं सपा-बसपा गठबंधन के लिए सपा ने उदारता दिखाई, पर इस गठबंधन के तहत हमारे हिस्से वो सीटें आईं जो कम संभावना से भरी थीं।
नतीजतन हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। लेकिन, इस बार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशन में हमने बूथ स्तर तक कारगर रणनीति तैयार की है। जैसे ही लू व गर्मी कम होगी, हम जगह-जगह प्रशिक्षण शिविर चलाकर कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में जुटने के लिए तैयार करेंगे। इस बार पूर्वांचल में हमारा प्रदर्शन ऐसा होगा कि विरोधी भी लोहा मानेंगे। इसी के तहत लोकसभा चुनाव की रणभूमि में दिग्गज नेताओं को उतारने की रणनीति तैयार हो चुकी है। शीघ्र ही इस पर अमल होते हुए दिखेगा। वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव सपा और बसपा ने मिलकर लड़ा था। इसका फायदा बसपा को तो मिला, पर सपा को नहीं। पूर्वांचल की छह सीटें अंबेडकनगर, गाजीपुर, घोषी, जौनपुर, लालगंज और श्रावस्ती बसपा ने जीती थीं। वहीं, सपा के हिस्से सिर्फ आजमगढ़ आई, जहां से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव जीते। इसके पीछे की वजह समाजवादी मानते हैं कि सपा का वोट तो बसपा को ट्रांसफर हुआ, पर इसका उल्टा नहीं हुआ। नतीजतन, बलिया और चंदौली सीट वे बहुत ही कम मतों के अंतर से हारे। बसपा का जमीन पर साथ मिला होता तो बांदा, कौशाम्बी, राबर्ट्सगंज में परिणाम कुछ और ही होते।
जिलों में लगाए जाएंगे शिविर
अखिलेश यादव के विधायक चुने जाने के बाद आजमगढ़ में हुए उपचुनाव में सपा ने पूर्वांचल की एकमात्र सीट भी खो दी। अब पार्टी का प्रयास है कि वह पूर्वांचल में शून्य से शिखर पर पहुंचे। बलिया, चंदौली, वाराणसी, आजमगढ़, मऊ, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, महराजगंज और बस्ती समेत सभी जिलों में कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएंगे। इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, महासचिव शिवपाल यादव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे रामगोविंद चौधरी समेत समाजवादी पहचान रखने वाले सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे।