विपक्षी एकता से भाजपा में मचा कोहराम

  • कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों पर कसे तंज
  • भाजपाई बोले-फिर आएगी मोदी सरकार
  • बोले विपक्षी दिग्गज-भाजपा सरकार की विदाई तय है विपक्ष की जय है

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में शुक्रवार को विपक्ष की सफल बैठक के बाद सत्ता दल बीजेपी के खेमे मेें कोहराम मच गया है। पूर्व, पश्चिम, उतर, दक्षिण जहां-जहां देखो या सुनो भाजपा के छोटे से लेकर बड़ा नेता इस बैठक को बेकार व बकवास की बताने में लग गया है। भाजपा की घबराहट बीजेपी के राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह समेत छोटे कार्यकर्ताओं के बयानों में दिख रही है। कुछ नहीं मिल रहा है तो भाजपा की सोशल मीडिया टीम विपक्षी नेताओं के एक-दूसरे पर दिए गए पूर्व बयानों को दिखाकर कांग्रेस समेत दूसरे दलों को घेर रही है। उधर विपक्ष कह रहा है सहमति बन चुकी है बीजेपी की मोदी सरकार की विदाई तय है विपक्ष की जय है। वहीं सबसे ज्यादा बीजेपी नीतीश कुमार को आड़े हाथों ले रही है।
गौरतलब हो कि भाजपा के खिलाफ साझा उम्मीदवार खड़ा करने पर प्राथमिक सहमति बन गई है। पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में छोटे- बड़े पंद्रह दल शामिल हुए। हालाँकि तेलंगाना वाले केसीआर, ओडिशा वाले नवीन पटनायक और वाईएसआर कांग्रेस के वाईएस जगनमोहन रेड्डी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इन्हें छोडक़र कश्मीर से कन्याकुमारी तक के लगभग सभी दल बैठक में मौजूद रहे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि लोकसभा चुनाव में एक साथ लडऩे पर हम सब सहमत हो गए हैं। सीटों के बँटवारे के लिए अगली बैठक शिमला में होगी। सभी नेताओं ने माना कि हम सब के बीच भी छोटे- मोटे मतभेद कम होंगे,चूँकि यह विचारधारा की लड़ाई है, इसलिए हमें हर हाल में एक साथ बने रहना होगा।


कांग्रेस को सौंपना होगा नेतृत्व : आचार्य प्रमोद

आचार्य प्रमोद ने ये भी कहा कि विपक्षी एकजुटता का नेतृत्व कांग्रेस को सौंपा जाना चाहिए। क्योंकि कांग्रेस ही है जो सही मायने में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए बेहतर नेतृत्व कर सकती है। क्षेत्रीय दलों में उतना दम नहीं है कि बीजेपी को सियासी मात दे सके। इसके लिए सबसे बेहतर विकल्प कांग्रेस के हाथ में नेतृत्व की बागडोर देना ही है। बातचीत के दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी एकता को लेकर पटना में हुई बैठक पर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के लिए वैचारिक तालमेल बहुत जरूरी होता है। ऐसे में सबसे पहले शिवसेना को आर्टिकल 370, बाबरी मस्जिद विध्वंस और सावरकर के मुद्दे पर अपना स्टैंड क्लियर करना होगा्र।

बाहरी शक्ति हमें डिगा नहीं पाएगी : ममता

जवाब में ममता बनर्जी ने पटना बैठक में शामिल होने के बाद कहा- दिल्ली में हमने जितनी बैठकें कीं, विफल साबित हुईं, लेकिन पटना बैठक काफ़ी सकारात्मक रही। नीतीश कुमार के प्रयास आखिर रंग लाए। हम हर हाल में अब एक साथ चुनाव लडेंगे। कोई मतभेद या कोई बाहरी शक्ति हमें अपने लक्ष्यों डिगा नहीं पाएगी।

उद्धव भूल गए अपने पिता का अपमान : फडनवीस

भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर बाला साहेब ठाकरे का अपमान करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि भाजपा को हराने के लिए उद्धव ये भूल गए कि वे किसके पास जाकर बैठ रहे हैं। भाजपा ने लालू प्रसाद यादव पर शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे का बयान वाला एक पुराना वीडियो साझा करते हुए उद्धव पर बाला साहेब का अपमान करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं की पटना में हो रही बैठक का मकसद परिवार बचाओ है। वंशवादी पार्टियां अपने परिवार को बचाने के लिए गठबंधन कर रही हैं। इसी तरह के प्रयास 2019 में भी किए गए थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कभी व मुफ्ती पर तंज कसते थे आज उनके साथ मंच साझा कर रहे।

वर्कर खून बहा रहे, लीडर सेटिंग कर रहे : अधिकारी

बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने लिखा, पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और सीपीएम मिलकर तृणमूल की बी टीम बन जाती हैं। दिल्ली में तृणमूल और सीपीएम साथ आ जाती हैं और कांग्रेस की बी टीम बन जाती हैं। केरल में कांग्रेस बनाम सीपीएम हो जाता है। वास्तव में ये बहुत कन्फ्यूजिंग है। तो क्या ये पार्टियां पश्चिम बंगाल में एक दूसरे के खिलाफ दोस्ताना मैच खेल रही हैं, इसके साथ ही उन्होंने दो तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिसमें एक में ममता बनर्जी और राहुल गांधी बात करते नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में ममता बनर्जी और सीताराम येचुरी एक फेंम में दिखाई दिए हैं। बेचारे कांग्रेस और सीपीएम कार्यकर्ता जमीन पर अपना खून और पसीना बहा रहे हैं। वहीं, उनके टॉप लीडर पटना में सेटिंग कर रहे हैं।

मणिपुर हिंसा पर सर्वदलीय बैठक में गृहमंत्री देंगे जानकारी

  • अमित शाह करेंगे विपक्ष से बात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मणिपुर में बीते 50 दिनों से अधिक हो रही हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस, असम राइफल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की तमाम कोशिशों के बावजूद मैतेई-कूकी समुदाय के बीच जातीय संघर्ष रूक नहीं रहाहै। इस मसले पर केंद्र सरकार ने बीते दिनों सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। यह बैठक आज यानी शनिवार (24 जून) को गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में दिल्ली में संपन्न होगी। इस बैठक में केंद्र सरकार, हिंसा और उसकी वजहों के बारे में सभी दलों के नेताओं को ब्रीफ करेंगे। और इससे जुड़े मुद्दों पर सरकार का सहयोग करने की भी अपील कर सकते हैं। हालांकि इतने दिनों बाद हुई इस बैठक को लेकर सभी विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं, और उनसे देरी की वजह पूछ रहे हैं।

प्रधानमंत्री के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण नहीं : राहुल

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर 50 दिनों से जल रहा है, मगर प्रधानमंत्री मौन रहे। सर्वदलीय बैठक तब बुलाई गई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं हैं। साफ है, प्रधानमंत्री के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण नहीं है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक वीडियो जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री अमेरिका में हैं, लेकिन वह मणिपुर के बारे में खामोश हैं। उन्होंने मणिपुर के नेताओं से मुलाकात करने से मना कर दिया। हिंसा के 51 दिन बीत जाने के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।
पीएम की चुप्पी पर विपक्ष को ऐतराज इस बैठक को लेकर विपक्षी पार्टी के नेताओं ने लोगों के सामने अपना पक्ष रखा है। कांग्रेस ने कहा था कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं तो ऐसे समय में मणिपुर के मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का क्या मतलब है। मुख्य विपक्षी दल ने मणिपुर में हिंसा पर प्रधानमंत्री की ‘चुप्पी’ और इस बैठक के इंफाल के बजाय दिल्ली में होने को लेकर भी सवाल किए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मणिपुर पर सर्वदलीय बैठक प्रधानमंत्री मोदी के लिए महत्वपूर्ण नहीं है।

हिंसा जारी : भीड़ ने मंत्री का गोदाम फूंका

मणिपुर। मणिपुर में भीड़ ने राज्य सरकार में मंत्री एल सुसींद्रो के इंफाल पूर्वी जिले के चिनगारेल स्थित निजी गोदाम में आग लगा दी। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। भीड़ ने उपभोक्ता एवं खाद्य मामलों के मंत्री सुसींद्रो के इसी जिले के खुरई इलाके में स्थित आवास और अन्य संपत्तियों को भी शुक्रवार रात आग के हवाले करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों के वक्त पर पहुंचकर उन्हें रोक दिया। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आधी रात तक आंसू गैस के कई गोले दागे, ताकि भीड़ को मंत्री के खुरई स्थित आवास का घेराव करने से रोका जा सके। घटना में किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं है।

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