सरकार पार्टियां तोड़ने में व्यस्त: खड़गे

  • बोले- सेना के लिए पैसा नहीं, आर्म्ड फोर्सेस  में 2 लाख से ज्यादा पद पड़े खाली

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार के पास राजनीतिक दलों को तोडऩे के लिए हर समय है, लेकिन आर्म्ड फोर्सेस में खाली पड़े अहम पदों को भरने का समय नहीं है। खड़गे ने कहा कि सेना में मेजर और कैप्टन स्तर पर अधिकारियों की कमी है। सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। रोजाना राष्ट्रवाद का ढिंढोरा पीटने वाले लोगों ने जवानों के साथ ऐसा विश्वासघात किया है, जो पहले कभी नहीं हुआ।
खड़गे ने ट्विटर पर राज्यसभा के हवाले से आर्म्ड फोर्स में खाली पदों के आंकड़े शेयर किए हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा- सरकार की अग्निपथ योजना इस बात का सबूत है कि उनके पास सैनिकों के लिए पैसे नहीं हैं। मोदी सरकार ने वन रैंक, वन पेंशन को लागू करने को लेकर रक्षा बलों के साथ विश्वासघात किया।
मोदी सरकार और भाजपा के लिए राष्ट्र की सुरक्षा प्राथमिकता नहीं है, उनकी प्राथमिकता जनादेश के साथ विश्वासघात करना है। मल्लिकार्जुन खडग़े ने मोदी सरकार पर सैनिकों की भर्ती न करने का आरोप लगाते हुए ये यह डेटा ट्विटर पर शेयर किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आंकड़े जारी कर साधा निशाना

इंडियन एक्सप्रेस ने भी 3 जुलाई को इससे जुड़ी एक रिपोर्ट पब्लिश की है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना में आर्मी मेडिकल कोर और आर्मी डेंटल कोर समेत 8,129 अधिकारियों की कमी है। इसी तरह नौसेना में 1,653 और भारतीय वायु सेना में 721 अधिकारियों की कमी है। सेना की यूनिट्स में अधिकारियों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार विभिन्न मुख्यालयों में स्टाफ अधिकारियों की पोस्टिंग को कम करने की प्लानिंग कर रही है। वहीं, मेजर और कैप्टन जैसे पदों पर पहले रह चुके अधिकारियों को उन पदों पर तैनात करने की तैयारी कर रही है। अब बात करते हैं कि मोदी सरकार में सेना में कितनी भर्तियां हुईं। भारतीय रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत सरकार ने पिछले सात सालों (2013-2019) में हर साल औसतन 60 हजार जवानों की भर्तियां कीं। 21 मार्च 2022 को राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया था कि कोरोना की वजह से भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई थी। उन्होंने बताया कि साल 2018-19 में 53,431 और 2019-20 में 80,572 सैनिकों की भर्ती की हुई। रक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्री के आंकड़ों के मुताबिक देश में मोदी सरकार आने के बाद (2014-2020) सेना में 3,54,714 सैनिकों की भर्तियां हुईं। केंद्रीय रक्षा मंत्री (राज्य प्रभार) अजय भट्ट ने उच्च सदन में बताया था कि साल 2020-21 में 97 भर्तियां आयोजित करने का प्लान था, जिनमें से सिर्फ 47 भर्तियां आयोजित हुईं। इन 47 भर्ती रैलियों में से सिर्फ चार रैलियों के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जा सका। वहीं, 2021-22 में 87 रैलियां आयोजित करने की योजना थी, जिनमें से सिर्फ चार रैलियां आयोजित हो पाईं। इनमें से किसी भी रैली के लिए कॉमन एंटरेंस एग्जाम नहीं हो पाया।

 

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