युवाओं के भविष्य के लिए काल बनी भाजपा
कांग्रेस सरकार बनने पर होगी पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच : पीसी शर्मा
- 9000 पटवारियों की भर्ती में करोड़ों का खेल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में सियासत जारी है। कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए पांच सवाल पूछे। साथ ही कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर भर्ती परीक्षा की नए सिरे से जांच कराएंगे। कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कहा कि युवाओं एवं विद्यार्थियों के भविष्य के लिए काल बन चुकी भारतीय जनता पार्टी युवाओं को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। व्यापमं घोटाले की हैट्रिक लगाते हुए व्यापमं-3 घोटाला, जो कि पटवारी भर्ती परीक्षा के माध्यम से सामने आया है, इसमें भाजपा के नेताओं ने कितने करोड़ का खेल किया है यह भाजपा को बताना चाहिए।
शर्मा ने शिवराज सरकार से प्रश्न किया कि परीक्षा की जांच के लिए एक सदस्यीय जांच आयोग बनाया गया। क्या यह सच है कि अभी तक आयोग को जांच के लिए दफ्तर नहीं दिया गया। क्या भाजपा सरकार ने उनको व्यापमं कार्यालय जाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। क्या भाजपा जांच आयोग की आड़ में गड़बड़ी करने वालों को बचा कर उनकी गिरफ्तारियां टालने की कोशिश में लगी हुई है। सरकार बताए कि अब तक कितनी गिरफ्तारियां इस मामले में की गई? लाखों बच्चों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए भर्ती पर रोक लगाई गई तो किन भाजपा नेताओं का इसके पीछे हाथ है? जांच आयोग की ओर से अब तक क्या कोई प्राथमिक रिपोर्ट जारी की गई है। यदि नहीं तो कब तक यह रिपोर्ट जारी की दी जाएगी। 9000 पटवारियों की भर्ती में भारतीय जनता पार्टी ने कितने करोड़ का खेल किया है तथा प्रति पटवारी कितने लाख की बोली लगाई गई है इस बात का जवाब भाजपा और उसके नेता दें? बता दें कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित पटवारी परीक्षा में भाजपा नेता के कॉलेज से टॉप 10 में से सात टॉपर चुने जाने का मामला सामने आया था। इसके बाद पटवारी परीक्षा में दिव्यांग और वन विभाग की परीक्षा में कई सवाल उठे।
कांतिलाल भूरिया कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के बने अध्यक्ष
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के इसी साल के अंत में चुनाव है। इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही तैयारी में जुट गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की समहति के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति की घोषणा कर दी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी वर्ग से आने वाले कांतिलाल भूरिया को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। 32 सदस्य समेत समिति में सभी फ्रंटल हेड और विभागों के अध्यक्षों को शामिल किया गया है। समिति में पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व पीसीसी चीफ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, अजय सिंह राहुल, विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुल नाथ, सज्जन सिंह वर्मा, एनपी प्रजापति, केपी सिंह, लक्ष्मण सिंह, बाला बच्चन, तरुण भनोत भी शामिल।