द्वारका एक्सप्रेसवे पर आई रिपोर्ट को लेकर बोले गडकरी, कैग का आकलन सही नहीं

नई दिल्ली। केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना में भारी फंडिंग कुप्रबंधन पर ऑडिट रिपोर्ट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह घोर गलत बयानी थी। हाल ही में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर एक राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया, जिसमें द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण की उच्च लागत को दर्शाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार एक्सप्रेसवे, जो 29.06 किलोमीटर तक फैला है, 250.77 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की अत्यधिक लागत पर बनाया जा रहा है, जो आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) द्वारा स्वीकृत 18.2 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर से अधिक है।
निर्माण की उच्च लागत के आरोपों का खंडन करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे सीएजी रिपोर्ट में उल्लिखित 29 किलोमीटर लंबा नहीं था, बल्कि लगभग 230 किलोमीटर लंबा था। इसमें सुरंगें भी शामिल थीं। उन्होंने कहा कि इस हिसाब से प्रति किलोमीटर 9.5 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। गडकरी ने दावा किया कि उन्होंने यही बात सीएजी अधिकारियों को भी बताई और वे स्पष्टीकरण से आश्वस्त हो गए। हालाँकि, उन्होंने कहा कि वे फिर भी रिपोर्ट पर आगे बढ़े। विपक्षी गठबंधन भारत के बारे में पूछे जाने पर, नितिन गडकरी ने टिप्पणी की कि भाजपा विपक्षी एकता की वास्तुकार है।
उन्होंने कहा कि जिनकी विचारधाराएं कभी मेल नहीं खाती थीं, जिन्होंने कभी एक-दूसरे का चेहरा नहीं देखा, जिन्होंने कभी एक साथ चाय नहीं पी थी अब वे हमसे (भाजपा) लडऩे के लिए एक साथ आ रहे हैं। गडकरी ने कहा कि भाजपा की ताकत ने विपक्ष को एक साथ आने के लिए प्रेरित किया। आगामी परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए, गडकरी ने कश्मीर को कन्याकुमारी से जोडऩे के लिए एक एक्सप्रेसवे बनाने की योजना की घोषणा की। कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीर को कन्याकुमारी से एक्सेस कंट्रोल रोड के जरिए जोडऩे की योजना बना रही है। उन्होंने कहा,’मुझे मोदीजी के नेतृत्व में 50 लाख करोड़ का काम करने का मौका मिला, अगर कहीं भी भ्रष्टाचार मिलता है। तो मैं हर सजा भुगतने को तैयार हूं।

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