प्रोस्टेट कैंसर-युवाओं की गड़बड़ आदतें बढ़ा रही हैं खतरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कैंसर वैश्विक स्तर पर मृत्यु के बढ़ते जोखिम कारकों में से एक है, हर उम्र के व्यक्ति में इसका खतरा देखा जा रहा है। महिलाओं में जहां सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर की समस्या सबसे कॉमन है वहीं पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के मामले सबसे अधिक रिकॉर्ड किए जाते रहे हैं। भारतीय पुरुषों में पिछले एक दशक में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ता हुआ रिपोर्ट किया जा रहा है। लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी इस कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है। प्रोस्टेट कैंसर, प्रोस्टेट में होने वाला कैंसर है, यह पुरुषों में अखरोट के आकार की एक छोटी सी ग्रंथि है जो वीर्य का उत्पादन करती है। कई प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ते हैं। ज्यादातर मामलों में इसके गंभीर रूप लेने का खतरा इसलिए देखा जाता रहा है क्योंकि समय पर कैंसर का निदान नहीं हो पाता है। इसके लक्षणों की पहचान और समय पर निदान बहुत आवश्यक माना जाता है।
इन लोगों में खतरा अधिक
कुछ सामान्य से जोखिम कारक प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले हो सकते हैं जिसमें उम्र और फैमिली हिस्ट्री प्रमुख है। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग मोटापे के शिकार हैं उनमें अन्य लोगों की तुलना में इस कैंसर के विकसित होने का जोखिम अधिक हो सकता है। इन जोखिम कारकों पर ध्यान देना और इससे बचाव करते रहना बहुत आवश्यक माना जाता है।
आहार में गड़बड़ी की समस्या
पोषक तत्वों से भरपूर आहार आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते हैं। अगर आप पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन नहीं कर रहे हैं तो इसके कारण कैंसर विकसित होने का खतरा हो सकता है। कई प्रकार की एंटीकैंसर चीजें आपको इसके जोखिमों से बचाने में मददगार हो सकती हैं। आहार में एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजों को शामिल करके आप कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।
लंबे समय तक बैठे रहना खतरनाक
अगर आप भी लंबे समय तक बैठे रहने वाली नौकरी करते हैं तो इसके कारण भी प्रोस्टेट से संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। लंबे समय तक बैठे रहने से प्रोस्टेट में ग्रंथि में दबाव के साथ पैल्विक हिस्से में दर्द और असुविधा हो सकती है। इसके अलावा व्यायाम की कमी के कारण भी आपको प्रोस्टेट से संबंधित समस्या होने का खतरा रहता है। इस प्रकार के कैंसर से बचाव के लिए जरूरी है कि दिनचर्या में नियमित रूप से व्यायाम की आदत बनाई जाए।
धूम्रपान और शराब के नुकसान
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के विशेषज्ञों ने बताया कि धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन के कारण भी प्रोस्टेट कैंसर होने का जोखिम काफी बढ़ जाता है। अध्ययनों से पता चला है कि अत्यधिक मात्रा में शराब पीने से उम्र बढऩे के साथ प्रोस्टेट कैंसर की दर में वृद्धि हो सकती है। शराब के अलावा धूम्रपान के कारण भी कैंसर कोशिकाओं में वृद्धि हो सकती है। इस तरह के जोखिमों से बचाव के लिए जरूरी है।