बिहार के नक्शेकदम पर जगन मोहन सरकार
- कैबिनेट बैठक में जाति आधारित जनगणना कराने पर भरी हामी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अमरावती। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अध्यक्षता में शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस दौरान राज्य में जाति आधारित जनगणना कराने सहित कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। बिहार सरकार ने पिछले महीने गांधी जयती के मौके पर जाति आधारित गणना के आंकड़ों को जारी किया था। उसी के बाद से ही कई लोगों ने और भी राज्यों को इसे अपनाने की सलाह दे दी थी। अब आंध्र प्रदेश सचिवालय में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह कवायद करने का फैसला किया गया।
मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान सलाह दी कि सभी मंत्रियों को आरोग्य सुरक्षा में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए, जो एक जनवरी से फिर से आयोजित होगा। मंत्रिमंडल ने 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक वाईएसआर आरोग्यश्री कार्यक्रम के बारे में एक और जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया ताकि लोग आरोग्यश्री एप डाउनलोड कर सके। इससे लोगों को मुफ्त चिकित्सा उपचार के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
इसके अलावा, उद्योग स्थापित करने के लिए एक नई भूमि आवंटन नीति लागू करने, नंदयाला और वाईएसआर जिलों में 5400 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए इकोरेन एनर्जी इंडिया लिमिटेड को 902 एकड़ भूमि आवंटित करने और तिरुपति जिले में होटल स्थापित करने के लिए एमआरके समूह को दो एकड़ भूमि का अतिरिक्त आवंटन करने का निर्णय लिया गया है।
जगनन्ना आरोग्य सुरक्षा की सराहना
बैठक में, मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना उत्पीडि़त वर्गों के जीवन को बेहतर बनाने और उनके सामाजिक सशक्तिकरण को अगले स्तर पर ले जाने में मददगार होगा। इसके अलावा, मंत्रिमंडल ने जगनन्ना आरोग्य सुरक्षा की सराहना की क्योंकि अब तक 11,700 शिविर आयोजित किए गए हैं, जिनमें 6.4 करोड़ चिकित्सा परीक्षण किए गए। राज्य सरकार के अनुसार, 8,72,000 से अधिक लोगों के आंखों की जांच की गई। इसके अलावा करीब 11,300 व्यक्तियों की आंखों की सर्जरी की गई। साथ ही 5,22,000 से अधिक व्यक्तियों को चश्मा दिए गए।