महुआ मोइत्रा ने किया लोकसभा नियमों के गंभीर उल्लंघन का दावा, अध्यक्ष ओम बिरला पर निष्क्रियता का लगाया आरोप
नई दिल्ली। तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि लोकसभा की सभी उचित प्रक्रिया और नियम पूरी तरह से विफल हो गए हैं। कैश-फॉर-क्वेरी घोटाले में लोकसभा की आचार समिति की मसौदा रिपोर्ट तक मीडिया की पहुंच होने का जिक्र करते हुए उन्होंने स्पीकर पर निष्क्रियता और मेरी पिछली शिकायतों पर प्रतिक्रिया की कमी का आरोप लगाया। उन्होंने बिड़ला को लिखे पत्र में कहा कि स्पष्ट रूप से लोकसभा की सभी उचित प्रक्रिया और नियम पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। आपकी निष्क्रियता और मेरी पिछली शिकायतों पर प्रतिक्रिया की कमी भी दुर्भाग्यपूर्ण है।
मीडिया ने कल खबर दी कि पैनल व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के साथ संसद के आधिकारिक पोर्टल की लॉगिन क्रेडेंशियल कथित तौर पर साझा करने के लिए मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करेगा, क्योंकि यह अनैतिक आचरण है। पत्र में उन्होंने कहा कि अडानी समूह के स्वामित्व वाले एक चैनल के पास मसौदा रिपोर्ट तक पहुंच थी, जो लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों में निहित नियम 275(2) का बहुत गंभीर उल्लंघन था। उन्होंने कहा कि यह और भी चौंकाने वाला है क्योंकि इस मीडिया चैनल का बहुमत अडानी समूह के स्वामित्व में है, जिसके खिलाफ मैंने लोकसभा में कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और वित्तीय और प्रतिभूति नियमों के उल्लंघन के बहुत गंभीर मुद्दे उठाए हैं।
मोइत्रा ने कहा कि उन्हें समूह के खिलाफ बोलने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। यह बिल्कुल चौंकाने वाला है कि इस समूह के स्वामित्व वाले चैनल की गोपनीय समिति की रिपोर्ट तक पहुंच कैसे है, जो मेरे कथित अनैतिक आचरण का विषय है। उन्होंने इसे नियमों का घोर उल्लंघन बताया।