पिछली सरकारों की दोषपूर्ण नीतियों के चलते नहीं हो सकी जातीय जनगणना: अखिलेश
- राहुल के एक्सरे वाले बयान पर कांग्रेस नेता पर भड़के सपा प्रमुख
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस द्वारा की गई जातीय गणना की मांग के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाया है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली सरकारों ने सत्ता में रहते हुए जातीय गणना क्यों नहीं की। अखिलेश यादव की इस टिप्पणी के बाद विपक्षी मोर्चे में शामिल दोनों पार्टियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जातीय गणना की मांग और एक्स-रे वाली टिप्पणी पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली सरकारों ने अपनी दोषपूर्ण नीतियों की वजह से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। सपा नेता ने मध्य प्रदेश के सतना में एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कांग्रेस पर निशाना साधा। बता दें कि राहुल गांधी ने सोमवार को एक रैली में कहा था कि जातीय गणना एक एक्स-रे की तरह होगी, जो विभिन्न समुदायों का पूरा विवरण देगी, राहुल के इस बयान पर अखिलेश ने कहा है कि कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब उसने एक्स-रेन हीं करवाया। सपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस की जातीय गणना की मांग है। राहुल गांधी और कांग्रेस पर वार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो यह समस्या उसी समय हल हो सकती । अगर एक्स रे उसी समय हो गया होता, तो परेशानी नहीं बढ़ती, उन्होंने कहा कि अब तो एमआरआई और सीटी स्कैन की जरूरत है, क्योंकि बीमारी बढ़ चुकी है। सपा नेता ने कहा कि कांग्रेस की जातीय गणना की मांग करना सबसे बड़ा चमत्कार है, क्योंकि यह वही पार्टी है, जिसने आजादी के बाद जातीय गणना नहीं करवाई। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और आप के बीच दरार खुलकर सामने आने लगी है, अखिलेश यादव ने 17 नवंबर को होने जा रहे मध्य प्रदेश चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर उनके संबंधों में खटास आने के बीच दावा किया कि कांग्रेस उनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहती।
पिछले हफ्ते अखिलेश ने कहा था कि कांग्रेस ने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया और जातिगत गणना का विरोध किया था।
सपा नेता ने मध्य प्रदेश में एक चुनावी रैली में कहा था कि राज्य में सत्ता में रहते हुए न कांग्रेस ने, न बीजेपी ने गरीबों और किसानों के लिए कुछ भी किया. हालांकि दोनों पार्टियों के बीच जारी तनाव के बीच पिछले महीने अखिलेश यादव नकहा था कि अब सपा भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है।
वोटों की खेती लिए कांग्रेस उठा रही मुद्दे
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जातीय गणना नहीं करवाने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा, जब नेता जी (मुलायम सिंह यादव), शरद यादव, लालू प्रसाद यादव और दक्षिण भारत की पार्टियों ने लोकसभा में जातीय जनगणना की मांग उठाई थी, तब कांग्रेस ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस जातीय गणना इसलिए कराना चाहती है, क्योंकि कांग्रेस को पता है कि उनका पारंपरिक वोट बैंक उनके साथ नहीं है, और पिछड़ा वर्ग, दलित और आदिवासियों को भी पता है कि आजादी के बाद कांग्रेस ने उन्हें धोखा दिया था।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर बिफरे आचार्य कृष्णम
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया साइट पर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया में किसी भी नस्ल और जाति में दो हाथ वाले बच्चे पैदा होते हैं तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो गईं। अगर आपको पूजा करनी ही है तो अपनी पत्नी की करें जो कि पूरी निष्ठा से पूरे परिवार की देखभाल करती है। उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद के मुंह में बवासीर हो गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध कर कहा कि उनके (स्वामी प्रसाद) बोलने पर पाबंदी लगाई जाए। स्वामी प्रसाद मौर्य ने दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी की पूजा व सम्मान करते हुए कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है। चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है? यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें।
जो सही मायने में देवी है क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है। उन्होंने एक्स पर तस्वीरें भी पोस्ट की हैं जिसमें वह अपनी पत्नी को हार पहनाते हुए, टीका लगाते हुए और गिफ्ट देते हुए नजर आ रहे हैं। एक तस्वीर में एक छोटा सा बच्चा तौलिए से उनकी पत्नी के पैर पोंछते हुए नजर आ रहा है।