अमित शाह ने किया रामलला के दर्शन मुफ्त में कराने का वादा तो भडक़े संजय राउत ने लगाई चुनाव आयोग से गुहार
नई दिल्ली। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को चुनाव आयोग से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया, जिसे उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक भावनाओं का उपयोग करने का प्रयास बताया। राउत की टिप्पणी मध्य प्रदेश के गुना जिले में चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह द्वारा दिए गए बयानों के जवाब में आई है, जहां उन्होंने वादा किया था कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता बरकरार रखती है तो वह अयोध्या में भगवान राम के दर्शन का खर्च वहन करेगी। शाह ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मंदिर के निर्माण में कथित रूप से बाधा डालने के लिए कांग्रेस पार्टी की भी आलोचना की।
शाह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राउत ने इस बात पर जोर दिया कि भगवान राम किसी विशिष्ट क्षेत्र तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश और दुनिया के लिए पूजनीय हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या इसका तात्पर्य यह है कि यदि भाजपा मध्य प्रदेश में हार जाती है, तो पार्टी राज्य के निवासियों को दर्शन करने से रोक देगी या उन पर आरोप लगा देगी क्योंकि उन्होंने भाजपा को वोट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम लला पूरे देश और दुनिया के हैं… क्या इसका मतलब यह है कि यदि आप मध्य प्रदेश में हार जाते हैं, तो आप मध्य प्रदेश के लोगों को दर्शन करने से रोक देंगे क्योंकि उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है या उनसे शुल्क लेंगे?
संजय राउतने कहा, हमारे देश में किस तरह की राजनीति चल रही है? चुनाव आयोग को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। भारतीय जनता पार्टी राज्य में सत्ता बरकरार रखना चाहती है। शाह ने कहा था कि जब वह भाजपा अध्यक्ष थे तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी राम मंदिर निर्माण की तारीख पूछते थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी।’’ वरिष्ठ भाजपा नेता ने रैली में एकत्र लोगों से पूछा कि क्या वे भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर में पूजा करने के वास्ते अयोध्या जाने के लिए पैसे खर्च करेंगे?