प्रधानमंत्री मोदी के लिए ममता का काउंटर प्लान तैयार!
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी 24 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे. लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर का उद्घाटन बीजेपी का बड़ा राजनीतिक कदम माना जा रहा है. पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के नेता राम मंदिर के उद्घाटन को बार-बार जनता के सामने रख रही है और चुनाव के पहले एक माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन बंगाल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का काउंटर प्लान बनाया है.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा के जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने का ऐलान किया है. सीएम ने एक समारोह में घोषणा की कि दीघा में जगन्नाथ मंदिर अप्रैल तक पूरा हो जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि सीएम ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव के पहले दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन करेगी.
बता दें कि पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पर बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर के दीघा में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. साल 2019 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सबसे पहले पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर दीघा में भी जगन्नाथ मंदिर बनाने की घोषणा की थी. हिडको मंदिर का निर्माण कर रहा है.
एक बार जब यह मंदिर जनता के लिए खुल जाएगा तो दीघा में पर्यटकों की आमद बढ़ जाएगी. दीघा में जगन्नाथ मंदिर हूबहू पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह ही बनाया जा रहा है. जनवरी महीने में ही अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों मानना ??है कि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा फायदा मिल सकता है. उससे पहले बीजेपी समर्थित संगठनों की ओर से 24 दिसंबर को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक लाख लोगों के साथ गीतापाठ समारोह आयोजित किया जा रहा है.
इस गीता पाठ के कार्यक्रम में पीएम मोदी खुद उपस्थित रहेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी गीता पाठ करने वालों के साथ अपना सुर मिलाएंगे. राममंदिर के उद्घाटन के पहले कोलकाता में गीता पाठ कार्यक्रम में पीएम की उपस्थिति का विशेष राजनीतिक महत्व है.
लोकसभा चुनाव से पहले जब राम मंदिर के उद्घाटन की जोर-शोर से कोशिश हो रही है, तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण अप्रैल में पूरा करने की घोषणा की है. ऐसे में राजनीतिक हलके इसे चुनाव से पहले राज्य में सत्तारूढ़ खेमे का जवाबी कदम मान रहे हैं.
ममता बनर्जी के नेतृत्व में इसके पहले दक्षिणेश्वर स्थित काली मंदिर का सौंदर्यीकरण का काम किया गया था. कालीघाट के मंदिर परिसर को भी सजाया जा रहा है. इसके साथ ही तारापीठ, चकला समेत विभिन्न मंदिरों को सजाया जा रहा है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मुख्यमंत्री बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड के जवाब में हिंदुत्व कार्ड खेल रही हैं. यही कारण है कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के दो माह के अंदर ही जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने का ऐलान किया है, ताकि राम मंदिर उद्घाटन के जवाब में सीएम ममता बनर्जी जगन्नाथ मंदिर की बात कर सकें.
इसके पहले भी सीएम ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा में पुरोहितों में भत्ता, कॉर्निवल का आयोजन और छठ पूजा पर छुट्टी का ऐलान कर खुद को हिंदु त्योहार को तरजीह देने वाली साबित करती रही हैं और बीजेपी द्वारा मुस्लिम तुष्टिकरण के लगाये जा रहे आरोप को खारिज करती रही हैं.