अधिकार सेना ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से की शिकायत
हलाल सर्टिफिकेट मामले में यूपी सरकार पर राजनीति करने का आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हलाल सर्टिफिकेट को बैन किए जाने और हलाल सर्टिफिकेट लिखे खाद्य एवं अन्य सामग्रियों पर कानूनी कार्रवाई किए जाने के आदेश के संबंध में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को शिकायत भेजी है।
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि यह आदेश प्रथमदृष्टया विधि सम्मत नहीं दिखता है, उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थ, औषधि, चिकित्सा सामग्री, प्रसाधन आदि से जुड़े किसी भी कानून में ऐसा लिखा नहीं दिखता है कि कोई कंपनी उन कानून में अपनी ओर से कोई और सर्टिफिकेट या मापन नहीं लिख सकता है। अत: यह सही है कि खाद्य पदार्थ, औषधि, चिकित्सा सामग्री, प्रसाधन आदि से जुड़े कानून में अलग से हलाल सर्टिफिकेट की व्यवस्था नहीं है किंतु इसका यह अर्थ नहीं दिखता है कि यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार से हलाल सर्टिफिकेट लिखता है तो वह गैरकानूनी माना जाए और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इन तथ्यों से प्रथमदृष्टटया ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जानबूझकर मात्र राजनीतिक कारणों से इन हलाल सर्टिफिकेट वाले पदार्थों पर बैन लगाते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है और ऐसे कानूनी कारवाइयां शुरू कर दी है। अत: उन्होंने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से इन तथ्यों का संज्ञान लेते हुए उनके संबंध में तत्काल सम्यक कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
योगी सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएगा हलाल ट्रस्ट, सीईओ नियाज अहमद ने पाबंदी को बताया गलत
सहारनपुर। जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट के सीईओ नियाज अहमद फारुकी ने यूपी में हलाल लिखे उत्पादों की बिक्री पर शासन द्वारा प्रतिबंध लगाने को गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट के सीईओ नियाज अहमद फारुकी ने कहा कि हलाल ट्रस्ट में प्रमाणन प्रक्रिया भारत में निर्यात के उद्देश्यों और घरेलू वितरण दोनों के लिए निर्माताओं की आवश्यकताओं के अनुरूप है। हलाल प्रमाणित उत्पादों की वैश्विक मांग मजबूत है और भारतीय कंपनियों के लिए ऐसा प्रमाणन प्राप्त करना अनिवार्य है, यह तथ्य हमारे वाणिज्य मंत्रालय द्वारा भी निर्दिष्ट है। उन्होंने कहा कि यह उपभोक्ताओं को उन उत्पादों का उपयोग करने से बचाता है जो वे कई कारणों से नहीं चाहते हैं। इसलिए यह प्रमाणन बाजार में आवश्यकता आधारित उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। हलाल प्रमाणीकरण हमारे देश को लाभ पहुंचाने वाली एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि है। मौलाना नियाज फारुकी ने कहा कि सभी हलाल प्रमाणन निकायों को एनएबीसीबी (भारतीय गुणवत्ता परिषद के तहत प्रमाणन निकायों के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड) द्वारा पंजीकृत होना आवश्यक है, जोकि जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट ने हासिल किया हुआ है।