सिर्फ डींगे मारती है योगी सरकार: अखिलेश
- बोले- बिना विजन के काम कर रही बीजेपी
- गड्ढा मुक्ति के नाम पर लूट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा सरकार के पास कोई विजन नहीं है। योगी सरकार डींगें मारने में सबसे आगे हैं। सपा मुखिया ने कहा भाजपा का नारा तो विकास का है, लेकिन काम विनाश वाला है। इनका असली नारा जो कहा, वो नहीं किया होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं अनुपूरक बजट अपनी जेब में पैसा पहुंचाने के लिए तो नहीं लाया गया है।
दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए पैसा भी खर्च करना जरूरी है। इनका दोहरा चरित्र है। बजट में स्मार्ट सिटी का जिक्र नहीं है। पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए पैसा मांगा है। इसका मतलब प्रधानमंत्री से अधूरे काम का उद्घाटन करा दिया गया। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में यूपी 18वें स्थान पर है। अर्थव्यवस्था में अच्छा सुधार करने में 14वें और स्वास्थ्य सुधार में 19वें स्थान पर है। अखिलेश ने कहा कि पीडब्ल्यूडी में ऐतिहासिक लूट हो रही है। मंत्री बनते ही बड़ा खेल हो गया था, हालांकि सरकार की नजर पड़ गयी। सरकार बताए कि गड्ढा मुक्ति पर 40 हजार करोड़ रुपये क्यों खर्च हुआ। लखनऊ और कानपुर मंडल की सडक़ों की सबसे खराब हालत है। उनके एक्सप्रेसवे घाटे का सौदा क्यों है। आज भी सबसे अच्छी राइडिंग क्वालिटी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की है। पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की हालत देखिए। करीब 6000 करोड़ की लागत वाले लिंक एक्सप्रेसवे से मुख्यमंत्री का जिला नहीं जुड़ पाया। अभी तक नेता सदन मुझे एमबीबीएस लग रहे थे, अगर इंजीनियर होते तो काम हो जाता। कोई भी शहर से जाम से बचा नहीं है। इस पर सपा सदस्य अवधेश प्रसाद बोले कि सांड ट्रैफिक रोक लेते हैं।
सपा ने पहले क्यों नहीं की जाति जनगणना की बात : राजभर
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी को अपनी सरकार में पीडीए की याद नहीं आई। चार बार की सरकार में एक बार भी जातीय जनगणना की चर्चा तक नहीं की। मेरे जाने के बाद आप जागे और जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया। सपा सदस्यों ने उनके जाने पर टिप्पणी की तो बोले कि आपने तलाक भेजा था, इसलिए कबूल कर लिया। ओपी राजभर ने कहा कि अनुपूरक बजट में बिना मांगे पिछड़ा वर्ग की छात्रवृत्ति के लिए 300 करोड़ रुपये दिए गये हैं।
सपा सदस्यों की ओर इशारा कर बोले कि यदि आय प्रमाण पत्र की समस्या को भी हल कर दिया होता तो आज उधर होते। उन्होंने कहा कि लेखपाल आय प्रमाण पत्र नहीं बना रहे हैं, जिससे छात्रवृत्ति पाने में असुविधा हो रही है। यदि इसे डेढ़ लाख रुपये कर दिया जाए तो अधिक लोगों को फायदा मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन करते हैं तो दलबदलू कहा जाता है। आपने आठ बार बसपा, कांग्रेस आदि के साथ गठबंधन किया तो दलबदलू नहीं हैं। हम जाति में अछूत हैं, सत्ता में कमजोर हैं। आपकी नाकामी की वजह से 38 फीसदी पिछड़ा वर्ग भाजपा के साथ है।
गौशालाओं में दुर्दशा
अखिलेश ने तंज कसा कि शहरों में ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा सांड नजर आते हैं। गौशालाओं में दुर्दशा का आलम है। अनुपूरक में आपने 250 करोड़ रुपये दिए, इसे 5000 करोड़ कीजिए। हम भी इसका स्वागत करेंगे। नंदी की सेवा इतने कम पैसे से कैसे होगी। हरदोई में सांड दो मंजिल ऊपर चढ़ गया। अधिकारियों को रात भर सेवा करनी पड़ी। इस पर भाजपा सदस्य ने टिप्पणी करी कि वह समाजवादी था। अखिलेश ने कहा कि गौशालाओं के नाम पर भाजपा नेता और अधिकारी लूट कर रहे हैं। वहां मरने वाले पशुओं को जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफना दिया जाता है। अधिकारी समझ गए हैं कि सरकार कैसी है। आपके कंट्रोल में चीजें नहीं हैं।
चाचा ने सही रास्ता नहीं दिखाया : सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में पहली बार 11 लाख गोवंश का संरक्षण डबल इंजन की सरकार कर रही है। गोवंश के लिए तीन हजार करोड़ मूल बजट में है। आपकी चिंता गोवंश को लेकर नहीं है बल्कि बूचडख़ानों के बंद होने की है। हम गो पालन और गो सेवा भी करते हैं। भारत की कृषि व्यवस्था जब तक गो आधारित थी तब तक देश धन धान्य से भरपूर था। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को चाचा ने शायद रास्ता सही नहीं दिखाया, जिसका फल चाचा भोग रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में पीएम स्वामित्व योजना में अब तक 60 लाख से अधिक परिवारों को भूमि का मालिकाना अधिकार उपलब्ध कराया गया है। दिसंबर 2023 तक सभी सवा करोड़ परिवारों को मालिकाना हक उपलब्ध कराने का कार्य पूरा हो जाएगा। सभी सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुसहर, थारु, वनटांगिया, कोल और सहरिया जनजातियों के बारे में शायद नेता प्रतिपक्ष नहीं जानते होंगे। इन सभी जनजातियों को जमीन का पट्टा और आवास देने का काम हुआ है। यूपी सारे आंकड़ों को तोड़ते हुए आज नंबर एक पर पहुंच चुका है।