डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने विवादित टिप्पणी के लिए लोकसभा में जताया खेद

नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को द्रमुक नेता डीएनवी सेंथिल कुमार की विवादास्पद टिप्पणी पर सदस्यों के बीच हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही अचानक स्थगित करनी पड़ी। प्रश्नकाल के दौरान जब द्रमुक नेता टी आर बालू पीडीएस पर पूरक प्रश्न उठाने के लिए खड़े हुए तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उनसे सेंथिलकुमार द्वारा मंगलवार को की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा। हंगामें के बाद डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने ‘विवादास्पद’ टिप्पणियों पर लोकसभा में खेद व्यक्त किया।
सेंथिलकुमार ने कहा कि कल अनजाने में मेरे द्वारा दिए गए बयान से यदि सदस्यों और लोगों के एक वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं इसे वापस लेना चाहूंगा। मैं शब्दों को हटाने का अनुरोध करता हूं…मुझे इसका अफसोस है। हालांकि, उनके बयान पर बवाल जारी है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि उन्होंने सदन में की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी। इंडिया ब्लॉक पार्टियां उनके साथ खड़ी थीं। क्या ये पार्टियां देश को बांटने की कोशिश कर रही हैं? इस देश को कोई नहीं बांट सकता. भारत के कुछ सदस्य जो देश को उत्तर और दक्षिण में बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वे अपनी साजिश में असफल होंगे।
बीजेपी सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि वे भूल गए हैं कि कर्नाटक में बीजेपी की सरकार थी। कर्नाटक में सबसे ज्यादा सांसद बीजेपी के हैं। तेलंगाना से हमारे 3 सांसद हैं, 8 विधायक चुने गए हैं। उन्हें भारत को बांटने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सोनिया गांधी इस मामले पर स्पष्टीकरण देंगी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं राहुल गांधी और स्टालिन दोनों पिता-पुत्र (एमके स्टालिन और उदयनिधि स्टालिन) को बताना चाहूंगा कि ‘गंगा’ और ‘गौ’ भारत में सनातन की पहचान हैं। ‘गौमाता’ भारत में सनातन की पहचान है। सनातन का उपहास करना और उसे ख़त्म करने का प्रयास करना बंद करो…नहीं तो तुम स्वयं ख़त्म हो जाओगे।
सेंथिल कुमार ने मंगलवार को सदन में जम्मू कश्मीर से संबंधित विधेयकों पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए हिंदी भाषी राज्यों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने बयान के लिए माफी मांग ली थी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘हाल में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए मैंने अनुचित तरीके से एक शब्द का इस्तेमाल किया था। उस शब्द को इस्तेमाल करने की कोई मंशा नहीं थी और मैं इससे गलत संदेश जाने पर माफी मांगता हूं। पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने कहा, ‘‘ बयान को पहले ही कार्यवाही से हटा दिया गया है और आपने खेद जता दिया है, मामला खत्म हो गया।’’

 

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