विपक्षी गठबंधन के पीएम चेहरे पर नहीं बनी बात
ममता-केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन का नाम आगे बढ़ाया, कांग्रेस अध्यक्ष ने ही ठुकराया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन में पीएम चेहरे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम को आगे बढ़ा कर एक दांव चला पर खुद खरगे ने ठुकरा कर विपक्षी गठबंधन को बैकफुट पर ला दिया है । हालांकि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने भी टीएमसी सुप्रीमो का साथ दिया।
ज्ञात हो कि विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को गठबंधन का संयोजक बनाने और प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की पैरवी की थी। हालांकि खुद खरगे ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा कि इस पर फैसला चुनाव में जीत के बाद ही होगा। बैठक में गठबंधन के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी, 2024 के दूसरे सप्ताह तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने का फैसला किया। वैसे, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना ने 31 दिसंबर तक ही सीट बंटवारे का काम पूरा करने की पैरवी की। इसका दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया।
सूत्रों ने बताया कि किसी भी नेता ने इसका विरोध नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी खरगे को गठबंधन का संयोजक बनाने तथा सीट बंटवारे का काम जल्द पूरा करने की पैरवी की। बैठक में शामिल कुल 28 दलों के नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि लोकसभा चुनाव को लेकर सीट बंटवारे पर बातचीत राज्यों के स्तर पर होगी तथा जिस राज्य में जो पार्टी मजबूत होगी, वही सीटों के तालमेल के मामले में अगुवाई करेगी। राष्ट्रीय राजधानी के अशोक होटल में हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, जनता दल (यू) से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह मौजूद रहे।
जीत के बाद प्रधानमंत्री पद पर करेंगे चर्चा : खरगे
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, आज इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक हुई। इस बैठक में 28 दलों के नेता शामिल हुए और उन्होंने अपने विचार रखे। सभी ने एकजुट होकर गठबंधन को मजबूत करने और लोगों के हित से जुड़े मुद्दों को उठाने पर बात की। प्रधानमंत्री पद के चेहरे से जुड़े सवाल पर खरगे ने कहा कि पहले जीत के आना है, इसके बाद इस बारे में बात होगी। आने वाले समय में सभी ने मिलकर 8 से 10 सभाएं करने का भी फैसला किया है, ताकि लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सके। सूत्रों का कहना है कि इन सभाओं में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के सभी नेता संभवत: शामिल नहीं हों, लेकिन संबंधित क्षेत्र के प्रमुख नेता उनमें शिरकत करेंगे। खरगे ने कहा कि पहले प्रदेश स्तर पर सीटों के तालमेल पर बात होगी और अगर कोई मुद्दा आया, तो राष्ट्रीय स्तर पर बात होगी। उन्होंने कहा, अब चाहे वो तमिलनाडु हो, कर्नाटक हो, केरल हो या तेलंगाना हो, बिहार हो या उत्तर प्रदेश, यह मुद्दा (सीट बंटवारा) सुलझ जाएगा। बाकी दिल्ली या पंजाब में भी बाद में तय हो जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में जीत के बाद सांसद लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत प्रधानमंत्री चुनेंगे। उन्होंने कहा, हमें पहले जीत के आना है। जीत के लिए क्या करना है, उसके बारे में हम सोचें। कौन प्रधानमंत्री बनेगा, यह बाद की बात है। अगर सांसद नहीं होंगे, तो प्रधानमंत्री की बात करके क्या फायदा है? हम मिलकर जीतने और बहुमत हासिल करने की कोशिश करेंगे…पहले हमें जीतने की चिंता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस बात का घमंड हो गया है कि अब उनके सिवाय कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा से सदस्यों के निलंबन के खिलाफ विपक्षी गठबंधन 22 दिसंबर को अखिल भारतीय स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।
राहुल को दौड़ से बाहर करने की कोशिश : गिरिराज सिंह
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा ताकि राहुल गांधी को दौड़ से बाहर किया जा सके। सिंह ने कहा, केजरीवाल और ममता बनर्जी जानते हैं कि राहुल गांधी के रहते खरगे जी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे। इन दोनों ने राहुल गांधी को (दौड़ से) बाहर करने के लिए जाल बिछाया है। उन्होंने उन दोनों (खरगे और गांधी) को अपने जाल में फंसा लिया है। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों ने देश की प्रगति को रोकने के लिए बैठक की।आठवले ने कहा, विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की एक बैठक आज (मंगलवार) यहां आयोजित की गई।
केजीएमयू: हड़ताल पर संविदाकर्मी, इलाज के लाले
वेतन कटौती से हैं नाराज व उत्पीडऩ से डरे हैं सभी कर्मी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में बुधवार को आउटसोर्सिंग कर्मचारियके के प्रदर्शन से स्वस्थ्य सेवाएं बाधित हो गई हैं। दरअसल, आउटसोर्सिंग कर्मचारी बायोमेट्रिक अटेंडेंस के हिसाब से मिली सैलरी की वजह से नाराज बताए जा रहे हैं।
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के प्रदर्शन शुरू करने से ओपीडी सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। काउंटर्स को छोडक़र आउटसोर्सिंग कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। दरअसल, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में काम करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को इस महीने में पूरा वेतन नहीं मिला है। उनको जो पैसे दिए गए हैं। उसमें कटौती की गई है और यह कटौती बायोमेट्रिक अटेंडेंस के हिसाब से होना बताई जा रही है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को 1 महीने में मिलने वाली चार छुट्टियां का पैसा भी काट लिया गया है। जिससे आउटसोर्सिंग कर्मचारी नाराज हैं। करीब 5000 कर्मचारियों ने काम बंद करने का फैसला लिया है।
महिलाओं को समानता का दर्जा नहीं दे रहे लोकसभा अध्यक्ष: जसकौर
लोकसभा में भड़कीं भाजपा सांसद, कहा- बोलने के लिए नहीं दिया जा रहा पर्याप्त समय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दौसा से भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रही जसकौर मीना ने लोकसभा में महिलाओं को बात रखने के लिए उचित समय नहीं देने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने लोकसभा के पीठासीन राजेन्द्र अग्रवाल से कहा कि हमें उचित समय मिलना चाहिए, हम भी तैयारी करते हैं।
उन्होंने कहा, समानता का दर्जा तो आप लोग भी हमें नहीं दे रहे हैं। हम आज सुबह से ही है। पहले भी दिन से ही समय पर यहां आ जाते हैं। इन सबके बावजूद हम सोचते हैं कि भाई सतपाल जी, कानून मंत्री व अन्य लोगों ने जिस तरीके से अपनी विस्तार से बात रखी, क्या हम नहीं रख सकते हैं। हम भी अपनी बात रख सकते हैं, लेकिन उचित समय देना चाहिए। मीना ने आगे कहा, हम व्हिप चेयर से भी अनुरोध करेंगे महिलाओं के बोलने के लिए आप सुनिश्चित करें कि दो या तीन के बाद हमें बुलाया जाए। 15 लोगों के बाद हमें बुलाया जाता है क्या बोले हम? मैंने तीन दिन से लगातार तैयारी की थी, लेकिन फिर भी एक बात पूरी नहीं कर उन्होंने कहा, मैं एक बार फिर कहूंगी कि अन्याय सहकर बैठ जाना यह बड़ा दुष्कर्म है, न्यायार्थ अपने बन्धु को भी, दंड देना धर्म है।
विपक्षी सांसद बहुत सवाल पूछते हैं इसलिए निलंबित किए गए: हेमा मालिनी
नई दिल्ली। विपक्षी खेमे के 100 से ज्यादा सांसदों के निलंबन पर मंगलवार को बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने दो टूक कहा, वे बहुत सारे सवाल पूछते हैं और अजीब व्यवहार करते हैं। मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि विपक्ष का एकमात्र लक्ष्य संसद को बाधित करना और मोदी सरकार की खिलाफत करना है। बीजेपी सांसद ने दो-तिहाई विपक्षी सांसदों के निलंबन को उचित ठहराते हुए कहा कि निलंबन का मतलब साफ है कि उन्होंने कुछ गलत किया है। उनको संसद के नियमों के हिसाब से काम करना चाहिए. लेकिन वह ऐसा नहीं करते हैं, इसीलिए उनको निलंबित कर दिया गया। बीजेपी सांसद ने कहा कि समें कुछ भी गलत नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने इंडिया गठबंधन की कल हुई की बैठक का भी जिक्र किया। हेमा मालिनी ने कहा कि उनका लक्ष्य भी किसी भी तरह से संसद को नहीं चलने देना और मोदी सरकार को कैसे भी हटाना है, इसके लिए वह बहुत ही मेहनत कर रहे हैं, लेकिन वह सफल नहीं होंगे।
नरेंद्र सिंह तोमर मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष चुने गये
भोपाल। वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बुधवार को सर्वसम्मति से मध्य प्रदेश विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को 66 वर्षीय तोमर को विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने समर्थन किया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तोमर को स्पीकर चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने समर्थन किया। विपक्षी कांग्रेस विधायक अजय सिंह, जयवर्धन सिंह और राजेंद्र कुमार सिंह सहित पांच और प्रस्ताव भी तोमर के पक्ष में पेश किये गये। प्रस्ताव के ध्वनि मत से पास होने के बाद अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) गोपाल भार्गव ने तोमर को सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष घोषित किया। तोमर ने विपक्षी कांग्रेस के समर्थन से सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को तोमर को बधाई दी और सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनने के लिए विपक्ष को भी धन्यवाद दिया।
गढ़चिरौली में नक्सलियों ने लगाई आग
मुंबई। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सलियों ने बुधवार तडक़े सडक़ निर्माण कार्य में लगी एक अर्थ-मूविंग मशीन और एक टैंकर में आग लगा दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह घटना महाराष्टï्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित हिदुर-दोदुर गांव में हुई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांव की सडक़ पर निर्माण कार्य चल रहा था, तभी नक्सलियों ने काम में लगी मशीन और वाहन में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने इलाके में एक पर्चा भी चस्पा किया है, जिसमें 22 दिसंबर को देशव्यापी बंद का आह्वान किया गया।