किसी की भावनाएं आहत हुई हों तो खेद व्यक्त करता हूं: आव्हाड
- भगवान राम पर की गई टिप्पणी से पीछे हटे एनसीपी नेता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शीर्ष नेताओं के शामिल होने से कुछ दिन पहले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड की टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। ऐसे में उन्होंने खेद प्रकट किया है। जितेंद्र आव्हाड ने कहा था कि भगवान राम मांसाहारी थे राकांपा के शरद पवार खेमे से आने वाले अवहाद ने बुधवार को महाराष्ट्र के शिरडी में एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की थी।
जितेंद्र आव्हाड ने अपनी टिप्पणी को लेकर गुरुवार को कहा, मैंने जो कल एक वाक्य कहा मेरा मामना है कि पूरा भाषण बेहद सुंदर हुआ, लेकिन उस एक वाक्य की वजह से पूरा भाषण, तो उस वाक्य के प्रति जो भावनाएं लोगों के दिल में हैं, जो उनके दिल में दुख है उसके प्रति मैं खेद व्यक्त करता हूं। एनसीपी नेता ने हा था कि हिंदू महाकाव्य रामायण में भगवान राम द्वारा जंगलों में बिताए गए वर्षों का जिक्र करते हुए कहा, भगवान राम हम बहुजनों के हैं, वह जानवरों का शिकार करते थे और खाते थे, वह एक बहुजन हैं, वे भगवान राम का उदाहरण देकर सभी को शाकाहारी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे।