दिल्ली में हुआ सिर्फ व्यक्तिगत विकास : पात्रा
- आरटीआई के खुलासे के बाद बीजेपी के निशाने पर आए केजरीवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर किए गए कार्यों की लागत की मांग करने वाली एक आरटीआई की प्रति साझा करते हुए आप संयोजक पर दिल्ली के विकास की कीमत पर व्यक्तिगत विकास करने का आरोप लगाया। पात्रा ने आरटीआई की कॉपी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा यह सबूत है कि केजरीवाल दिल्ली के विकास की कीमत पर अपना व्यक्तिगत विकास चाहते हैं।
दिल्ली सरकार से प्राप्त आरटीआई जवाब से पता चलता है कि मुख्यमंत्री के आवास पर केवल सिविल कार्यों पर 29,56,35,074/- रुपये खर्च किए गए थे। यह जानकारी महाराष्ट्र निवासी अजय बासुदेव बोस ने मांगी थी। अपने आवेदन में बोस ने केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर सिविल, प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल, सीवेज, बढ़ईगीरी कार्यों पर खर्च की गई राशि की जानकारी मांगी थी। आरटीआई में कहा गया है कि 2015 से 2022 की अवधि के दौरान किया गया कुल व्यय केवल सिविल कार्यों के लिए 295635074/- रुपये है। उन्होंने 31 मार्च 2015 से 27 दिसंबर 2022 तक काम के लिए नियुक्त ठेकेदारों के नाम और उन्हें भुगतान की गई राशि के बारे में भी पूछा। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, केजरीवाल के शीशमहल में करोड़ों के पर्दे, लाखों की टॉयलेट सीट और अश्लील खर्च है। यहां तक कि केवल सिविल कार्यों पर भी केजरीवाल ने लगभग 30 करोड़ खर्च किए।
कांग्रेस के साथ ही मिलकर लड़ेंगे : गोपाल राय
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने पंजाब समेत पांच राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लडऩे पर अपना रुख बरकरार रखा है और अब तक चर्चा सकारात्मक रही है। आप नेता ने कहा कि आप और कांग्रेस इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं और उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर सोमवार को चर्चा की। दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग की बातचीत शुरू हो गई है। खास बात है कि दिल्ली और पंजाब में आदमी पार्टी की सरकार है। दोनों राज्यों में कांग्रेस इकाई आप के साथ किसी भी तरह के समझौते के विरोध में हैं। पंजाब में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन में चुनाव लडऩे को लेकर खुलेआम बयानबाज़ी हो रही है। राय ने कहा कि हम गठबंधन में चुनाव लडऩा चाहते हैं। अगली बैठक में सीटों को लेकर बातचीत होगी। जब हम गठबंधन में हैं तो हमें आधिकारिक रुख अपनाना होगा।