भाजपा सरकार में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर : अखिलेश

  • सपा प्रमुख का तंज, बोले- यूपी के युवा रोजगार के लिए युद्धग्रस्त देश में जाने को मजबूर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एकबार फिर भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। भाजपा सरकार महंगाई रोकने में विफल रही है। हालात ये हो गए हैं कि रोजी-रोटी की तलाश में युवा युद्धग्रस्त देश इस्रराइल जाने को मजबूर हो गए हैं। अखिलेश ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि पिछले दस साल में महंगाई कई गुना बढ़ गई है। डीजल, पेट्रोल, गैस सिलिंडर, खेती-किसानी के सामान, खाद-बीज, दवाई और पढ़ाई सबकुछ महंगा हो गया है।
गांवों में 90 फीसदी नौजवान बेरोजगार है। जबकि भाजपा की केंद्र व प्रदेश की सरकार जनता से झूठे वादे करती रही है। उन्होंने कहा कि जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी। भाजपा लोकसभा चुनाव हारेगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से सोमवार को कोविड-19 कर्मचारी संघ, उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। वे कोविड-19 महामारी के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत प्रदेश में नियुक्त किए गए कर्मचारियों को एनएचएम में समायोजित करने की मांग कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद अखिलेश ने एक्स के जरिये कहा कि उप्र में कोविड के दौरान जिन कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को जीवनदान दिया, उन कोविड वॉरियर्स की एनएचएम में समायोजन की मांग भाजपा सरकार क्यों अनसुनी कर रही है। सपा भी कोरोना वॉरियर्स की मांग को तत्काल पूरा करने की मांग करती है। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. स्वप्निल, शाहिद, अखिलेश, प्रदीप वर्मा और संदीप यादव शामिल रहे थे।

योगी राज में विश्वविद्यालयों का हाल खराब

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देर रात एक्स के माध्यम से कहा कि भाजपा राज में विश्वविद्यालयों में रैगिंग से भी बदतर हालात हैं। इलाहाबाद विवि के हालिया मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर व कुछ अन्य विवि कर्मियों द्वारा एक छात्र की पैंट उतरवाने, मारने-पीटने व बेइज्जत किए जाने का बेहद अपमानजनक और अति गंभीर तथा संवेदनशील मामला सामने आया है। इस घटना से आहत छात्र द्वारा कार्रवाई न किये जाने की दशा में अपना जीवन तक दांव पर लगाने की बात की है। केंद्रीय विवि होने के नाते राष्ट्रपति के स्तर पर इसका संज्ञान लिया जाए और तुरंत दंडात्मक कार्रवाई हो।

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