किसानों के गुस्से से मोदी सरकार घबराई
राजधानी में अन्नदाताओं को फिर घुसने से रोका
- अन्नदाता बोले- हमारी बात सुने सरकार
- फिर दागे गए आंसू गैस के गोले
- दिल्ली की चार सीमाएं पूरी तरह सील
- दिल्ली के बॉर्डर्स पर बढ़ाई गई सुरक्षा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अपनी मांगों को लेकर किसान गूंगी बहरी केंद्र सरकार को जगाने के लिए तीसरे दिन भी आंदोलनरत हैं। सरकार की पुलिस उन्हें रोक ने के लिए सारे तिकड़म लगा रही है। राजधानी की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। जगह-जगह बड़े-बड़े बैरिकेड्स लगा दि गए है। इससे लगता है कि किसानों के आंदोलन से बीजेपी की मोदी सरकार घबरा गई है। सरकार की इस पूरी कवायद पर विपक्ष ने निशाना साधा है। कांग्रेस, आप समेत सभी विपक्षी दलों ने कहा कि मोदी सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि किसान अपनी मेहनत का फल मांग रहे हैं सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए। ममता, मायावती, अखिलेश सेे लेकर सभी ने किसानों का समर्थन किया है। दरअसल, प्रदर्शनकारी किसानों ने बुधवार सुबह एक बार फिर से दिल्ली चलो मार्च की शुरुआत की है। किसानों ने अंबाला के पास शंभू सीमा पर इक_ा होकर मार्च की शुरुआत की है। हरियाणा पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे हैं। बहादुरगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, डीएसपी अनिल सिंह ने कहा कि फिलहाल माहौल शांतिपूर्ण है, ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है. पैदल यात्रियों की आवाजाही सामान्य है। दिल्ली की सीमाएं सील कर दी गई हैं और कई रास्तों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। ट्रैफिक प्रतिबंधों के चलते दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित एनसीआर के शहरों से राष्टï्रीय राजधानी आने वाले रास्तों पर लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के टिकरी बॉर्डर, सिंगु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस कर्मियों के साथ दंगा रोकने वाले वाहनों को तैनात कर दिया है।
किसानों पर अत्याचार हुआ तभी तो जा रहे दिल्ली : टिकैत
भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अभी भले ही वह इस आंदोलन में शामिल नहीं हैं लेकिन सभी किसान हैं और सबकी अपनी समस्याएं हैं। यदि दिल्ली जा रहे किसानों पर अत्याचार हुआ, तो वह भी दिल्ली पहुंच जाएंगे। किसान और दिल्ली हमसे दूर नहीं है। मंगलवार को एक ओर जहां पंजाब के किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे वहीं नरेश टिकैत शामली में एक शादी समारोह व अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त रहे जबकि राकेश टिकैत बेंगलुरु में थे। राकेश टिकैत का कहना है कि अलग-अलग राज्य में किसानों की अपनी समस्याएं हैं। देश में बहुत संगठन हैं, सब अपने तरीके से कार्य कर रहे हैं। सरकार गलत कर रही है, दीवार बना रही है, सड़कों पर कील ठोक रही है। पाकिस्तान बार्डर पर भी तार और कील ठुकी है क्या? सरकार गलत तरीके से किसानों को रोकने का प्रयास कर रही है, किसानों से बातचीत होनी चाहिए।
हिंसा न करें, दोबारा बातचीत में शामिल हों : ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की कि वे दोबारा बातचीत में शामिल हों और हिंसा का सहारा न लें। उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, मैं प्रदर्शनकारियों से कहना चाहूंगा कि हिंसा न करें, उग्र न हों। मैं किसान नेताओं के आग्रह करता हूं कि कृपा करके बातचीत करके बातचीत का दौर जारी रखें। ठाकुर ने कहा, अगर मोदी सरकार कतर में पूर्व सैनिकों को मौत की सजा से बचा सकती है। उन्हें सुरक्षित देश ला सकती है। तो हम बातचीत के जरिए इसका समाधान भी निकाल सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, अगर आप भारत के विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) से अलग होने की बात करेंगे, तो मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को खत्म करने की बात करेंगे।
पीएम मोदी किसानों से करें बात : सरवन सिंह पंढेर
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि एमएसपी की गारंटी वाला कानून इतनी जल्दी नहीं बन सकता। हम सिर्फ इतना कह रहे हैं कि हमें उस पर कानूनी गारंटी दी जाए, ताकि हम उस एमएसपी से नीचे फसल न बेचें। इसलिए, समिति का कोई सवाल ही नहीं है।
राजस्थान से राज्यसभा जाएंगी सोनिया गांधी
- जयपुर में नामांकन भरा, राहुल भी रहे मौजूद
- कांग्रेस ने 4 सीटों पर उम्मीदवारों का किया ऐलान
- हिमाचल से अभिषेक मनु सिंघवी होंगे उम्मीदवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राज्यसभा का चुनाव होना है। उसके लिए सभी राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए 4 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद सोनिया गांधी, अपने परिवार से राज्यसभा जाने वाली दूसरी सदस्य हैं।
राजस्थान से सोनिया गांधी, हिमाचल से अभिषेक मनु सिंघवी को टिकट दिया गया है। इसके साथ ही बिहार से अखिलेश प्रसाद सिंह और महाराष्ट्र से चंद्रकांत हंडोरे के नाम की घोषणा की गई है। चंद्रकांत हंडोरे महाराष्ट्र के दलित नेता हैं, मध्य प्रदेश की एक, तेलंगाना की दो और कर्नाटक की तीन राज्यसभा सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों का ऐलान होना अभी बाकी है।कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। इससे पहले वह सोनिया गांधी आज बुधवार (14 फरवरी) की सुबह जयपुर पहुंचीं। उनके साथ पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी थे। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कुछ अन्य नेताओं ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की।
लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगीं सोनिया
सोनिया गांधी 1999 से लगातार लोकसभा सदस्य हैं और मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. वह अमेठी से भी लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं। यह पहली बार होगा कि वह संसद के उच्च सदन में जाएंगी। वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद राज्यसभा में प्रवेश करने वाली गांधी परिवार की दूसरी सदस्य होंगी। इंदिरा गांधी अगस्त, 1964 से फरवरी 1967 तक उच्च सदन की सदस्य थीं। राज्यसभा जाने की स्थिति में इस बात की प्रबल संभावना है कि सोनिया गांधी आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। सोनिया गांधी ने 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा।