जाति को लेकर संसद से सड़क तक संग्राम
- अनुराग ठाकुर के बयान पर विपक्ष का हंगामा
- कांग्रेस ने की माफी की मांग, भाजपा का भी पलटवार
- विपक्ष ने पीएम मोदी को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद में भाजपा नेता अनुराग ठाकुर की राहुल गांधी पर जाति संबंधी टिप्पणी करने के दूसरे दिन संसद में जोरदार हंगामा जारी रहा। विपक्ष ने सत्ता पक्ष को इस मुद्दे को लेकर जमकर घेरा। हंगामा इतना बढ़ गया कि लोकसभा की कार्रवाई स्थगित कर दी गर्ई। कांग्रेस के सदस्यों ने बीजेपी से माफी की मांग की। वहीं बीजेपी ने अपने सासंद का बचाव किया। उधर इस मुद्दे को लेकर संसद के बाहर भी नेताओं के बयान आते रहे। विपक्षी दलों के हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही दुबारा शुरू हो गई है।
लोकसभा में जाति जनगणना पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के भाषण के बाद विपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है। रिपोर्टों में कहा गया है कि कांग्रेस ठाकुर के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पर विचार कर रही थी।
मेरा नाम मेरे बाप ने सोच समझकर ही रखा है : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान काफी अहत हो गए। दरअसल बीजेपी सासंद घनश्यान तिवारी ने मल्लिकार्जुन खरगे के नाम पर कुछ टिप्पणी की थी, जिससे कांग्रेस अध्यक्ष आहत हो गए। उन्होंने जवाब में कहा कि मेरे पिता ने मेरा नाम बहुत ही सोच समझकर रखा था, वहीं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आश्वासन देते हुए कहा कि वह घनश्याम तिवारी के बयान को एक बार फिर से देखेंग, हालांकि उनका मकसद खरगे को आहत करने का नहीं रहा होगा। खरगे ने कहा कि उनका नाम उनके पिता ने सोच समझकर ही रखा है, उनके पिता चाहते थे कि 12 ज्योतिर्लिंग में से एक उनके बेटे का नाम हो, घनश्याम तिवारी को उनके नाम से क्या दिक्कत है, जो उन्होंने ऐसा बोला, उन्होंने परिवारवाद का भी आरोप लगाया, जबकि वह अपने परिवार से राजनीति में आने वाले पहले सदस्य हैं।
असभ्य व्यवहार का हमारे सार्वजनिक संवाद में कोई स्थान नहीं : कार्ति पी. चिदंबरम
कांग्रेस सांसद कार्ति पी.चिदंबरम ने कहा कि इस दिन और युग में, अगर किसी को इतनी प्राचीन चीज़ के बारे में प्रश्न पूछने की ज़रूरत है तो यह अप्रिय है। मैंने हमेशा कहा है कि इस तरह के असभ्य व्यवहार का हमारे सार्वजनिक संवाद में कोई स्थान नहीं है।
ठाकुर से ऐसी उम्मीद नहीं : दिग्विजय सिंह
सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि बदतमीज़ है, उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी और पीएम उनका समर्थन करेंगे, ऐसी उम्मीद नहीं थी। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि यह ठाकुर जी का स्वभाव है। आप उनकी मानसिकता समझ सकते हैं। अगर वह इस स्तर तक गिर कर बोल सकते हैं…तो इसका मतलब है कि आपकी नींव कमजोर है।
राहुल गांधी दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों के साथ खड़े हैं : मनिकम टैगोर
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा कि यह बीजेपी के अहंकार को दर्शाता है। हम सभी जानते हैं कि अनुराग ठाकुर हमेशा अलग तरीके से सोचते हैं। उनकी एक पदानुक्रमित मानसिकता है। राहुल गांधी दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों के साथ खड़े हैं। कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि राहुल गांधी हर उस व्यक्ति के लिए खड़े हैं जो उत्पीडि़त है, आवाजहीन है। राहुल गांधी का जवाब बेहद सौम्य, सच्चा और शालीन था। उन्होंने जवाब दिया कि आप सदन में जितनी शर्तों पर अपमान करना चाहें कर सकते हैं लेकिन मैं सामाजिक न्याय के लिए खड़ा रहूंगा ।
हमारी जाति है देश की सेवा करना : प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि देश को जरूरत है कि हम धर्म और जाति से ऊपर उठकर देश की सेवा करें, भारत माता की सेवा करें। हमारी जाति है देश की सेवा करना और धर्म है भारत माता को आगे ले जाना। ये वे लोग हैं जो देश को इस तरह से ढालना चाहते हैं जो उनके लिए राजनीतिक रूप से सुविधाजनक हो…उन्होंने जो कहा वह निंदनीय है, मुझे उम्मीद है कि उनके नेता उनसे माफी मांगेंगे।
नाटकबाजी कर रही कांग्रेस व बीजेपी : मायावती
बहुजन समाज पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी नेता और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता, हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर की बहस के बीच टिप्पणी की है। बसपा चीफ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- कल संसद में खासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाज़ी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है. इन पर विश्वास करना ठीक नहीं।
माहौल कांग्रेस के पक्ष में एकजुट रहें: सोनिया
- सीपीसी की बैठक में बोलीं-लोकसभा चुनाव के झटके से मोदी सरकार ने नहीं लिया सबक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को पार्टी को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जीत का मंत्र दिया। सोनिया ने कहा कि इस वक्त माहौल कांग्रेस के पक्ष में है, लेकिन इस गति को बनाए रखना और लोकसभा चुनाव में पार्टी ने जो साख बनाई है, उसे बरकरार रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ”हमें लगता था कि मोदी सरकार लोकसभा चुनाव में लगे बड़े झटके से सही सबक लेगी। इसके बजाय, वह समुदायों को विभाजित करने और भय और शत्रुता फैलाने की अपनी नीति पर कायम है। सोनिया ने कहा कि हमें बिल्कुल भी लापरवाह नहीं होना है। न ही हमें अति-आत्मविश्वास से भरना है। मैं यह कह सकती हूं कि अगर हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो लोकसभा चुनाव में जैसा माहौल दिखा उस आधार पर राष्ट्रीय राजनीति अब बदलने जा रही है। सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के मार्ग में दुकानदारों के नाम प्रदर्शित करने के शासनादेश से जुड़े विवाद का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा कि सौभाग्य से उच्चतम न्यायालय ने सही समय पर हस्तक्षेप किया, लेकिन यह केवल एक अस्थायी राहत हो सकती है। नौकरशाही को आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति देने के लिए नियमों को अचानक बदल दिया गया।
विधानसभा चुनावों को लेकर भरा जोश
सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव की संभावना के मद्देनजर पार्टी नेताओं में जोश भरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि कुछ ही महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने हैं। हमें लोकसभा चुनाव में बनी स्थिति को बरकरार रखना चाहिए। हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए। माहौल हमारे पक्ष में है, लेकिन हमें लक्ष्य को ध्यान में रखने की भावना के साथ एकजुट होकर काम करना होगा। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यदि कांग्रेस आगामी चुनावों में भी बेहतर प्रदर्शन करती है तो राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव आएगा। उन्होंने वायनाड में भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों की मौत पर दुख जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय बजट में किसानों और युवाओं को नजरअंदाज किया गया है।
सरकार का जनगणना कराने का इरादा नहीं
सोनिया गांधी ने कहा, ये बिल्कुल साफ है कि सरकार का जनगणना कराने का कोई इरादा नहीं है, जो 2021 से पेंडिंग पड़ी है। इसकी वजह से हमें देश की जनसंख्या, विशेषकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की संख्या के बारे में मालूम नहीं चल रहा है, इसके चलते हमारे कम से कम 12 करोड़ नागरिक पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभ से वंचित हैं।
बजट ने किसानों और युवाओं को किया निराश
बजट में विशेष रूप से किसानों और युवाओं की महत्वपूर्ण मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आवंटन ना पूरा कर आवश्यक कार्यों के साथ न्याय नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और अन्य लोगों द्वारा बजट और इसकी तथाकथित उपलब्धियों के बारे में बात करने के बावजूद व्यापक निराशा है। केंद्र सरकार खास तौर पर इसके शीर्ष नेतृत्व के बीच भ्रम है, क्योंकि देशभर में करोड़ों परिवार बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से तबाह हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात बदतर
कश्मीर में हुए आतंकी हमलों पर सोनिया गांधी ने सरकार को जमकर घेरा और उसके हालात सामान्य होने के दावे पर सवाल उठाए। सोनिया ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में बेहद परेशान करने वाली खबर है, पिछले कुछ हफ्तों में अकेले जम्मू क्षेत्र में कम से कम ग्यारह आतंकी हमले हुए हैं, घाटी में भी ऐसे हमले हुए हैं, सुरक्षाकर्मियों और बड़ी संख्या में नागरिकों की जान गई है, यह मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे उन दावों का मजाक उड़ाता है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक है।