जेडीयू की हार के बाद चाचा के निशाने पर फिर आए चिराग, पशुपति पारस ने अभिषेक झा की हार के लिए चिराग के भीतरघात को बताई वजह
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4PM न्यूज़ नेटवर्क: बिहार में तिरहुत स्नातक विधान परिषद उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं। उपचुनाव में JDU बुरी तरह हारी है। JDU की हार के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या नीतीश कुमार से साथ अपनो ने खेल किया। जेडीयू उम्मीदवार अभिषेक झा को अपनों ने हराया। भीतरघात की वजह से निपट गये अभिषेक झा? इस पूरे उपचुनाव के दौरान मोदी के हनुमान कहे जाने वाले केन्द्रीय मंत्री और लोजपा आर के सुप्रीमो चिराग पासवान की भूमिका संदिग्ध बतायी जाती रही है।
भीतरघात की वजह से निपट गये अभिषेक झा!
ऐसे में चिराग पर आरोप है कि एक तरफ वो एनडीए उम्मीदवार अभिषेक झा के समर्थन का एलान कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के लोग निर्दलीय उम्मीदवार राकेश रोशन की खुलकर मदद कर रहे थे। जेडीयू की हार के बाद अब चिराग पासवान के चाचा पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी चिराग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और तिरहुत में जेडीयू की हार का ठीकरा चिराग के सर फोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है। यह अभी ट्रेलर है। विधानसभा चुनाव में देखिएगा कितना लोग विश्वासघात करेंगे। हमारे हिसाब से गरीब और अमीर की लड़ाई थी।
इस उपचुनाव में जिस उम्मीदवार की जीत हुई है मैं उन्हें बधाई देता हूं और तिरहुत क्षेत्र के मतदाताओं को भी बधाई देता हूं। 100 प्रतिशत जेडीयू के साथ भीतरघात हुआ है। अगर भीतरघात नहीं हुआ होता तो तिरहुत में 28 विधानसभा क्षेत्र हैं और सभी जगह एनडीए के विधायक हैं तो एनडीए की हार कैसे होती। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि चैथे नंबर पर अगर एनडीए चला गया तो 100 प्रतिशत भीतरघात हुआ। मैं तो कहूंगा कि जिन लोगों ने एनडीए के साथ रहकर एनडीए के साथ भीतरघात किया है उनकी जांच होनी चाहिए और उनको सजा मिलनी चाहिए