मासूमों की हत्या के बाद यूपी की कानून व्यवस्था पर फिर उठा सवाल

  • बदायूं में बच्चों के लहूलुहान शव देख भड़के लोग
  • पूरे विपक्ष ने योगी सरकार पर बोला हमला- पुलिस का कोई  डर नहीं, अपराधी हो गए बेखौफ
  • बीजेपी बोली- सिर्फ राजनीति कर रहा विपक्ष
  • भीड़ ने घेरी पुलिस चौकी फूंकने का प्रयास  

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बदायूं। बदांयू  में दो मासूम बच्चों की हत्या के बाद से यूपी की योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है। इस जघन्य वारदात के बाद पूरे विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर हमला बोल दिया है। सपा ने जहां कहा है कि प्रदेश में कही सुख चैन नहीं है बंदायू से लेकर बलिया तक अपराध बढ़ते जा रहें हैं, अपराधियों में पुलिस का डर खत्म हो गया है। वहीं कांग्रेस ने कहा है कि सरकार बड़ी-बड़ी बातें कर रही है पर अपराधी बेखौफ है बीजेपी नेता चनावों में व्यस्त हो गए हैं।
वहीं बीजेपी ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। बदायूं डबल मर्डर केस में मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ की है। हालांकि एक आरोपी का एनकाउंटर कर दिया गया है। एफआईआर में लिखा गया कि आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पैसे चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है। उत्तर प्रदेश के बदायूं में डबल मडर्र ने बवाल मचा दिया। दो बच्चों की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने तोडफ़ोड़ और आगजनी भी कई। माहौल खराब होता देख कई थानों की पुलिस भी पहुंची। इलाके में पैरा मिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया। हत्या के एक आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दूसरे की तलाश भी जारी है।

आयुष-आहान का काटा गला

आईजी ने बताया कि आरोपी घर में गया और पहले बच्चों की दादी से मिला और उसके बाद उसने दूसरी मंजिल पर जाकर तीनों बच्चों पर हमला किया जिसमें दो बच्चों की मौत हो गयी जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया जिसका इलाज कराया जा रहा है और वह खतरे से बाहर है। उन्होंने बताया कि घटना सिविल लाइंस थाने की मंडी पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर हुई घटना के बाद परिवार के सदस्यों और कुछ स्थानीय निवासियों ने दुकानों में तोडफ़ोड़ की और एक मोटरसाइकिल को क्षतिग्रस्त कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इलाके में सुरक्षा तैनात करने का आदेश दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि साजिद इलाके में नाई की दुकान चलाता था और उसकी दुकान मृतक बच्चों के घर के काफी करीब स्थित है।

पीडि़त परिवार ने दर्ज कराई एफआईआर

बदायूं डबल मर्डर केस में मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ की है। एफआईआर में लिखा गया कि आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पैसे चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है। जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो उसने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहा है और छत पर टहलने जाना चाहता है और मेरे बेटों (मृतक) को अपने साथ ले गया। उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया। जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा। साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और उसे चोटें आईं। दोनों भाग रहे थे और साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है।

आरोपी के छुपे होने की आशंका में दुकान फूंकने पर हुए आमादा

साजिद ने दो बच्चों की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि उसके दो भाई घटना के समय घर के सामने सैलून चलाते थे। घटना के बाद मची अफरा-तफरी में कौन कहां भागा इसका किसी को पता भी नहीं है। लेकिन मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को बताया कि सामने बनी दुकान में एक आरोपी बंद है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी से मांगा जवाब

  • केजरीवाल की याचिका पर 22 अप्रैल को सुनवाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा एजेंसी द्वारा उन्हें जारी किए गए कई समन को चुनौती देने वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा है। कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 22 अप्रैल 2024 तय की है। इससे पहले मंगलवार को याचिका में केजरीवाल ने तर्क रखा कि सभी समन गैरकानूनी है और निचली अदालत की ओर से उनके खिलाफ नोटिस जारी किए जाने के बावजूद ईडी व सीबीआई बार-बार समन जारी कर रही है। यह मात्र राजनीतिक रूप से जारी किए गए है।
ईडी ने निचली अदालत में कहा था कि केजरीवाल को आठ बार समन जारी किया गया, लेकिन वे इसका अनुपालन नहीं करते हुए एक बार भी पेश नहीं हुए हैं। इसको लेकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उस मामले में केजरीवाल अदालत में पेश होकर जमानत ले चुके हैं। केजरीवाल के खिलाफ नौवां समन हाल ही में जारी किया गया है। मजिस्ट्रेट की अदालत ने ईडी की दो शिकायतों पर समन जारी किया था। पहली शिकायत पर सुनवाई के दौरान अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मलहोत्रा ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि केजरीवाल ईडी के समन का सम्मान करने के लिए बाध्य हैं। धन शोधन के तहत समन जारी होने के बावजूद जांच में शामिल न होने बाद ईडी अदालत गई है।

आज से शुरू होगा चुनावों का संग्राम

  • लोस चुनाव के पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी
  • 102 सीटों के लिए नामांकन शुरू

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आज से देश में चुनावों के लिए संग्राम शुरू हो जाएगा। बुधवार से पहले चरण के लिए 27 मार्च तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन की जांच 28 मार्च को की जाएगी और उम्मीदवारी वापस लेने की आखिर तारीख 30 मार्च है। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि वह निष्पक्ष, स्वतंत्र और सुरक्षित लोकसभा चुनाव आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। लोकसभा चुनाव की पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी हो गई है। पहले चरण में 17 राज्यों और चार केंद्रशासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने है। जिन सीटों पर लोकसभा चुनाव पहले चरण में होंगे उनके लिए नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत आज से हो गई है। बता दें कि इस बार देश भर में सात चरणों में लोकसभा चुनाव का आयोजन किया जा रहा है। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई, चौथे चरण के लिए 13 मई, पांचवें चरण के लिए 20 मई, छठें चरण के लिए 25 मई और सातवें चरण के लिए 1 जून को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 4 जून को आएंगे। आयोग ने निष्पक्ष, स्वतंत्र और सुरक्षित चुनाव की भरोसा दिया है।

पहले चरण में 7 राज्यों में चुनाव

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कुल सात राज्यों में चुनाव होने हैं। तमिलनाडु की 29, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की 8, मध्य प्रदेश की 6, उत्तराखंड, असम और महाराष्ट्र की 5-5, बिहार की 4, पश्चिम बंगाल की 3, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय की 2-2 और छत्तीसगढ़, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और पुदुचेरी में की एक एक सीट पर चुनाव होने है।

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