अहमदाबाद विमान हादसा: 135 शवों की हुई पहचान, 101 परिजनों को सौंपे गए, कई परिवार अभी भी कर रहे इंतजार

अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर राकेश जोशी ने बताया कि शुक्रवार को 8 शव लौटा दिए गए, क्योंकि इसके लिए डीएनए सैंपलिंग की जरूरत नहीं थी.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे के बाद शवों की पहचान का काम तेज़ी से जारी है। मंगलवार सुबह तक 135 शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग पूरी कर ली गई है, जिसमें से 101 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। इन 101 शवों में 5 शव गैर-यात्रियों के बताए गए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह 10:45 बजे तक कुल 135 शवों की शिनाख्त हो चुकी है। अब तक 135 परिजनों या रिश्तेदारों ने शवों के संबंध में संपर्क किया है। इस बीच एक वरिष्ठ डॉक्टर ने जानकारी दी है कि बाकी शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग का कार्य मंगलवार शाम तक या बुधवार सुबह तक पूरी कर ली जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, जैसे ही डीएनए मिलान की पुष्टि हो जाती है, शेष शवों को भी जल्द ही उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। स्वास्थ्य एवं राहत विभाग पूरी तत्परता के साथ शवों की पहचान और उन्हें परिजनों तक पहुँचाने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।

12 घंटे में DNA मिलान का काम होगा पूरा
अभी 34 शवों की डीएनए मिलान काम किया जाना बाकी है और यह अगले 12 घंटे में पूरा हो जाएगा. अभी 17 परिवार इंतजार कर रहे हैं. 5 की सैंपलिंग चल रही है. दूसरी ओर एक वरिष्ठ डॉक्टर के हवाले से बताया कि एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों की डीएनए प्रोफाइलिंग आज मंगलवार शाम या फिर बुधवार सुबह तक पूरी हो जाने की संभावना है. हादसे के बाद से ही बड़ी संख्या में रिश्तेदार शवों की पहचान करने के लिए अहमदाबाद में मौजूद हैं.

54 एक्सपर्ट की टीम लगातार काम में जुटी
डीएनए प्रोफाइलिंग और मिलान के लिए गांधीनगर, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी के 54 एक्सपर्ट की एक टीम लगातार काम कर रही है. हालांकि, विमान हादसे में मरने वालों की फाइनल लिस्ट अभी जारी नहीं की गई है. AI-171 विमान पिछले हफ्ते गुरुवार को अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों में हादसे का शिकार हो गया था, जिसमें सवार 242 लोगों में से 241 लोग मारे गए. हादसे की वजह से विमान एक मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग पर गिर गया जिसकी चपेट में आने एमबीबीएस के कई छात्रों समेत 30 से अधिक लोग मारे गए. एक शख्स जिंदा बच गया.

कई शवों के DNA सैंपलिंग की जरुरत नहीं
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर राकेश जोशी ने बताया कि शुक्रवार को 8 शव लौटा दिए गए, क्योंकि इसके लिए डीएनए सैंपलिंग की जरूरत नहीं थी. इसी तरह मंगलवार सुबह तक कम से कम 14 और शव भी लौटा दिए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सभी पीड़ितों की डीएनए प्रोफाइलिंग मंगलवार शाम या बुधवार सुबह तक पूरी कर ली जाएगी. इस बीच गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पहचान डीएनए प्रोफाइलिंग के जरिए की गई और उनका अंतिम संस्कार कल सोमवार को राजकोट में राजकीय सम्मान के साथ कर दिया गया.

हादसे के बाद से ही कई रिश्तेदार अहमदाबाद में रूके हुए हैं और परिचित का शव लेने के लिए इंतजार कर रहे हैं. इंतजार करने वालों में राजस्थान के बांसवाड़ा से आए डॉक्टर प्रतीक जोशी के रिश्तेदार भी हैं. रिश्तेदार 41 साल के प्रतीक, उनकी पत्नी डॉक्टर कोमी व्यास और उनके बच्चों (8 साल की मिराया और 5 साल के जुड़वा बच्चों नकुल और प्रद्युत) के शव का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि इनकी अभी डीएनए सैंपलिंग होना बाकी है.

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