नोएडा में जल्द शुरू होगी हवाई जहाज के सर्विसिंग की सुविधा : पाठक
- दुर्घटनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर दिया जोर
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि काफी समय तक हमारा देश हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर की मरम्मत और रखरखाव के लिए अन्य देशों पर निर्भर था, लेकिन जल्द ही सरकार नोएडा में इसकी सुविधा शुरू करने जा रही है। यहां हवाई जहाजों की सर्विसिंग और मरम्मत की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 17 नए हवाई अड्ïडों के साथ कनेक्टिविटी को भी बढ़ाया जा रहा है। वह पीएचडी चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री और सेफ्टी कंट्रोल एंड डिवाइस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से होटल क्लार्क अवध में उत्तर प्रदेश औद्योगिक सुरक्षा पर आयोजित सम्मेलन और एक्सपो को संबोधित कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री ने उद्योग इकाई के बढ़ते आकार के साथ खतरों और दुर्घटनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार एक सुरक्षित और स्वस्थ माहौल बनाने में सक्षम रही है। उन्होंने सम्मेलन में आए सुझाव का समर्थन भी किया।
उन्होंने कहा कि खतरों के प्रति जागरूकता उन ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक महत्व रखती है जहां एलपीजी का उपयोग अभी भी नया है और गति पकड़ रहा है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के उद्ïदेश्य से सरकार विदेशी निर्भरता को कम करने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में काम कर रही है। इस दौरान अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि सुरक्षा नियंत्रण और प्रशिक्षण से बहुत सी औद्योगिक दुर्घटनाओं, खतरों को रोका जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 819 प्रखंडों में अग्नि दुर्घटनाओं को कम करने के लिए दमकल केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य है। सेफ्टी कंट्रोल डिवाइस के प्रबंध निदेशक रजनीश चोपड़ा, सीनियर सदस्य मुकेश सिंह ने भी सम्मेलन में अपनी बात रखी। कार्यक्रम में डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्र ने बताया कि 65 प्रतिशत आग की घटनाएं शार्ट-सर्किट की वजह से होती हैं। इसलिए पुरानी इंडस्ट्रीज में समय समय पर पुरानी वायरिंग की जांच करते रहना चाहिए। कंपनी और इंडस्ट्री में फायर सेफ्टी आडिट बहुत जरूरी है क्योंकि जब आपकी इलेक्ट्रिकल सप्लाई की व्यवस्था सुरक्षा के लिहाज से सही होगी तभी आप और आपके कर्मचारी सुरक्षित होंगे।
पाठक ने अपनी फ्लीट से पहुंचाया मरीज को अस्पताल
भाउराव देवरस अस्पताल में अचानक उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक निरीक्षण के लिए पहुंचे। उसी दौरान स्ट्रेचर पर पड़े एक लावारिस मरीज पर उनकी नजर पड़ी। डाक्टरों ने मरीज को ब्रेन स्ट्रोक की आशंका जताकर उसे बलरामपुर अस्पताल रेफर करने की बात बताई। मरीज को ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया गया, लेकिन एंबुलेंस पहुंच ही नहीं पाई। इस पर उपमुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों से पूछा कि उनके पास कोई एंबुलेंस है या नहीं। अधिकारियों ने एंबुलेंस न होने की जानकारी दी तो उपमुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस मंगवाकर अपनी फ्लीट के साथ मरीज को बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने मरीज की जांच कर ब्रेन स्ट्रोक की पुष्टि की।
देश का पहला ट्रांजिट हब बनेगा जेवर
लखनऊ। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर देश का पहला ट्रांजिट हब बनेगा। इसके रनवे का काम शुरू हो चुका है। इस परियोजना से प्रदेश में रोजगार और व्यापार के अवसर बढ़ेंगे। वहीं एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब विकसित करने की योजना भी बनाई जा रही है। देश में अभी किसी एयरलाइंस का ट्रांजिट हब नहीं है। निवाल ने यह सुझाव विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) को दिया है। जेवर एयरपोर्ट में एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब विकसित करने की योजना है। इसके लिए किसी बड़ी एयरलाइंस से समझौता होता है। समझौता करने वाली एयरलाइंस अन्य एयरलाइंस को अपने साथ जोड़ती है। हब बनने के बाद उसकी सभी फ्लाइट यहां से होकर गुजरेंगी। ट्रांजिट हब बनने से एयरपोर्ट में फ्लाइट का आना-जाना अधिक होगा। जब फ्लाइट अधिक आएंगी तो रोजगार के अवसर बनेंगे। व्यापार भी बढ़ेगा। इसलिए यह हब बनने से अनेक फायदे मिलेंगे। यात्री सुविधाएं, सामान प्रबंधन, इम्मिग्रेशन आदि पर जोर दिया जाएगा एयरपोर्ट में लाउंज से सीधे विमान तक पहुंचने की सुविधा मिल सकती है। इसके अलावा यहां पर यात्रियों के सामान को रखने पहुंचाने में नई तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसके लिए मल्टी लेयर लगेज पार्किंग बनेगी। यहां पर अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। जेवर एयरपोर्ट में भी पेरिस की तरह तकनीक देखने को मिलेगी।