छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम पद असंवैधानिक: अकबर
- कांग्रेस नेता ने उठाया सवाल, बीजेपी ने कहा- किरकिरी करवा रही कांग्रेस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके साथ अरुण साव और विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया गया है। इसपर पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि डिप्टी सीएम का पद मान्य नहीं है। इसके साथ उन्होंने ये भी दावा किया है कि दोनों डिप्टी सीएम ने मंत्री पद का शपथ भी नहीं लिया है तो उनके कार्यों को भी असंवैधानिक माना जाए।
पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि संवैधानिक प्रावधान यह है कि मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करेगा और अन्य मंत्रियों की नियुक्ति मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल करेगा लेकिन किसी राज्य के मंत्री परिषद में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या उस राज्य की विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी। संविधान में उप मुख्यमंत्री का पद नहीं है इसलिए उप मुख्यमंत्री के पद व गोपनीयता की शपथ का कोई औचित्य नहीं है। ऐसी शपथ विधि की दृष्टि में शून्य है। संविधान की तृतीय अनुसूची में पद व गोपनीयता की शपथ का स्पष्ट प्रारूप है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर पलटवार किया है। डिप्टी सीएम शर्मा ने इस बड़ा बयान को दुर्ग में दिया है। विजय शर्मा डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार दुर्ग पहुंचे। जहां उन्होंने मोहन नगर के गुरुद्वारा में माथा टेका। इसके बाद जिला भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओ से मुलाकात की। कार्यकर्ताओ ने विजय शर्मा का जोरदार स्वागत किए।
डीके शिवकुमार का शपथ भी अमान्य है क्या : चिमनानी
डिप्टी सीएम के पद पर उठ रहे सवाल के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को 8 महीने पहले कर्नाटक में डीके शिवकुमार के शपथ को याद दिलाया है। बीजेपी के मीडिया इंचार्ज अमित चिमनानी ने अकबर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मोहम्मद अकबर खुद को संसदीय परंपरा के ज्ञाता मानते है। बीजेपी के डिप्टी सीएम के शपथ को अमान्य बता रहे है तो 8 महीने के पहले कर्नाटक में डीके शिवकुमार ने डिप्टी सीएम पद का शपथ लिया है, क्या उनका शपथ भी अमान्य है? इसके आगे अमित चिमनानी ने अकबर को चुनाव हारने पर तंज कसते हुए कहा कि अकबर चुनाव हारने के बाद अपने बयानों से खुद को मीडिया में बनाए रखना चाहते है, इस तरह के बयान के बाद पूर्व मंत्री अकबर ने अपनी और किरकिरी करवा ली है।