यूपी उपचुनाव के लिए अखिलेश-राहुल की डील फाइनल, इन सीटों पर लड़ेंगे चुनाव !
उत्तर-प्रदेश उपचुनाव को लेकर सियासी घमसान मचा हुआ है। ऐसे में तमाम राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह के कयास लगाने में जुटी हुई है...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: उत्तर-प्रदेश उपचुनाव को लेकर सियासी घमसान मचा हुआ है। ऐसे में तमाम राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह के कयास लगाने में जुटी हुई है। दरअसल, यूपी की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव होने वाले हैं और समाजवादी पार्टी, कांग्रेस डील फाइनल मानी जा रही हैं। हालांकि इन दोनों पार्टियों की तरफ से अभी तक सीटों को बंटवारे को लेकर कोई भी ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है। ऐसे में माना जा रहा है कि सपा-कांग्रेस गठबंधन लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर ही उपचुनाव में उतरेगा। इस आधार पर यूपी उपचुनाव की 10 सीटों में से सपा 8 और कांग्रेस 2 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
अखिलेश की कोशिश है कि समाजवादी पार्टी को जो 2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरी बड़ी पार्टी का दर्जा मिला है ऐसे में दूसरे राज्यों की विधानसभा चुनाव में उसे न सिर्फ सीट मिले, बल्कि चुनाव में अच्छा वोट पाकर गठबंधन दलों के साथ उसका मत प्रतिशत बढ़े और राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी समाजवादी पार्टी को मिल सके।
ऐसे में अखिलेश की कोशिश है कि अन्य राज्यों में भी समाजवादी पार्टी को जो भी वोट मिलेगा, उसके आधार पर उनका वोट बैंक फिशर में वृद्धि होगी और अन्य राज्यों में मिले वोट के आधार पर समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकेगा। समाजवादी पार्टी को मध्य प्रदेश महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ राजस्थान हरियाणा जैसे राज्यों में करीब आधा दर्जन सीटों पर अच्छा जानदार बताया जाता है और सपा पार्टी इन राज्यों में 5 से 7 सीटों पर मजबूत स्थिति अपनी बताती रही है। ऐसे में महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में भी अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग चाहते हैं।
यूपी की इन सीटों पर होंगे उपचुनाव
दरअसल, अखिलेश यादव के कन्नौज से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद करहल (मैनपुरी) विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। वहीं कटेहरी (अंबेडकरनगर) सीट सपा के लालजी वर्मा के अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद खाली हुई है। इसके साथ ही सपा नेता अवधेश प्रसाद के अयोध्या से लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण उन्हें मिल्कीपुर (अयोध्या) सीट से इस्तीफा देना पड़ा। वहीं सपा नेता जिया उर रहमान बर्क की मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट उनके संभल से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई है। समाजवादी पार्टी के इरफान सोलंकी की कानपुर नगर की सीसामऊ विधानसभा सीट, एमपी/एमएलए अदालत द्वारा सात साल की कैद के मद्देनजर उन्हें अयोग्य ठहराए जाने के बाद रिक्त घोषित कर दी गई।