भाजपा का दानवीय चेहरा सामने आया: अखिलेश
मप्र के पेशाबकांड को इतिहास का शर्मनाक अध्याय बताया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है सीधी मेें पेशाबकांड ने भाजपा का दानवीय चेहरा सामने ला दिया है। सपा नेता ने कहा कि भाजपा का अहंकार उसको ले डुबेगा। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी के साथ घृणित कार्य की आलोचना करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया कि एक भाजपाई ने ये दानवीय घृणित कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सदियों से शोषित-दलित समाज पर किए जा रहे उत्पीडऩ के इतिहास का ये एक शर्मनाक अध्याय है। सवाल उठाया कि मध्य प्रदेश में भाजपा के 18 साल के शासन की क्या यही उपलब्धि है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की गलत नीतियों से जनता को अवगत कराने की विशेष जिम्मेदारी शिक्षक समाज और अधिवक्ता वर्ग की है।
सपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं तथा पार्टी पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी एक दूसरे का सम्मान करें। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार के छह वर्ष में केवल समाजवादी कामों को अपना बताने या उन्हें बर्बाद करने का काम हुआ है। बरसात होते ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे धंस गया। इससे पहले बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे भी धंस गया था।
कार्यकर्ता पूरी ईमानदारी और निष्ठा से चुनाव में लगेें
अखिलेश ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करना संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि जातीय जनगणना हो ताकि सभी को बराबरी का हक और सम्मान मिल सके। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सन 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का जीतना आवश्यक है। कार्यकर्ता पूरी ईमानदारी और निष्ठा से चुनाव में लग जाएं तो कोई मुकाबले में नहीं होगा।
नेहा सिंह राठौर पर केस दर्ज
भोपाल। लोकगायिका नेहा सिंह राठौर पर भोपाल के हबीबगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन पर यह एफआईआर अपने ट्विटर अकाउंट से एक विवादित ट्वीट पोस्ट किए जाने पर दर्ज कराई गई है, जिसमें आरएसएस का ड्रेस पहने एक व्यक्ति सामने बैठे व्यक्ति पर पेशाब करता दिखाई पड़ रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह पोस्ट सीधी कांड से प्रेरित है। सीधी में एक व्यक्ति ने एक आदिवासी युवक पर पेशाब कर दिया था। एफआईआर में गायिका पर आरएसएस और आदिवासी समुदाय में शत्रुता पैदा कराने का आरोप लगाया गया है। उन पर भारतीय दंड संहिता आईपीसी की धारा 153्लगाई गई है। इस धारा में जाति, धर्म, निवास, भाषा जैसे मामलों में दो समूहों में शत्रुता पैदा करने से संबंधित मामले दर्ज किए जाते हैं। दरअसल, नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने अपने लोकप्रिय गाने यूपी में का बा की तर्ज पर जल्द ही एमपी में का बा लाने की बात कही है। पोस्ट में एक मीम भी जोड़ा गया है, जिसमें आरएसएस की ड्रेस पहने एक व्यक्ति को सीधी कांड की तरह एक अन्य व्यक्ति पर पेशाब करते हुए दिखाया गया है। इस पोस्ट में अरेस्ट प्रवेश शुक्ला का हैशटैग भी जोड़ा गया है, जो सीधी कांड का आरोपी था। 6 जुलाई को सुबह 10.39 बजे की गई यह पोस्ट बहुत जल्द चर्चा में आ गई और उसके बाद लोगों ने प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। इसके बाद ही भाजपा के एक कार्यकर्ता सूरज खरे ने इसे आरएसएस और आदिवासियों के बीच वैमनस्यता बढ़ाने का प्रयास मानते हुए इस पर प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच करने की बात कही है।