जी-20 के कार्यक्रम से चुनाव साधना चाहती है बीजेपी: अखिलेश यादव
- योगी सरकार पर साधा निशाना, बोले- सांडों की वजह से हादसों से रोज हो रही मौत
- 2024 को लेकर गठबंधन के सभी नेता तैयार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार टी-20 कार्यक्रम के जरिए चुनाव साधने की कोशिश कर रही है. अखिलेश ने कहा कि अगर सरकार इतनी जगहों पर ऐसे कार्यक्रम कर रही है, तो ऐसा ही एक कार्यक्रम सरकार को मणिपुर में करना चाहिए। अखिलेश ने कहा कि जी-20 का अगर एक कार्यक्रम मणिपुर में भी हो जाए तो दुनिया में अच्छा संदेश जाएगा। परिवारवाद के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा कि आप के ही कार्यक्रम में एक और नेता सुबह आकर गए हैं जो कि परिवारवाद की ही देन हैं, यहां उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा।
अखिलेश ने कहा कि हम सिर्फ लोकसभा की टिकट दे सकते हैं जिता नहीं सकते, कोई नेता जीतता है तो ये जनता की वजह से है, अखिलेश ने कहा कि लोकतंत्र में प्रतिनिधि को चुना जाता है हम किसी को जिता नहीं सकत, हर कोई लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत ही जीतता है। अखिलेश यादव ने इस दौरान यूपी सरकार पर भी निशाना साधा। अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी में ट्रैफिक में नई भर्ती हुई है, जिसकी वजह से हादसों में बढ़ोतरी हुई है। अखिलेश ने सांडों को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला कि सांडों को यह नंदी मानते हैं। उन्होंने कहा कि इस राज्य में स्टूडेंट्स का एक गुट वाइस चांसलर को पीट देता है, आप सिर्फ झूठे सपने दिखाते हैं, आप एक्सप्रेसवे के नाम पर झूठ बोल रहे हैं, कभी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जाइए, बचपन में जो झूला हम सभी ने झूला होगा वो याद आ जाएगा, इसके बाद अखिलेश ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लेकर कहा कि वो समाजवादियों की देन थी, इन्होंने सिर्फ नाम हटा दिया है, इस दौरान अखिलेश ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तारीफ भी की लेकिन साथ ही निशाना भी साधा अखिलेश ने कहा कि उन्होंने अच्छा काम तो किया है लेकिन आप उनसे पूछिए इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के हिसाब से एक्सप्रेसवे क्यों नहीं बना, अखिलेश ने कहा कि आपने सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है, सर्विस लेन क्यों नहीं बनाई गई। 2024 को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन के सभी नेता तैयार हैं। हमारी मीटिंग के बाद आपने 40 लोगों की मीटिंग बुलाई।
अगले महीने क्षत्रिय एकीकरण सम्मेलन करेगी पार्टी
घोसी विधानसभा उपचुनाव में क्षत्रिय प्रत्याशी उतारने के बाद अब सपा ने अपने इस फैसले का राजनीतिक लाभ लेने की योजना बनाई है। इसके तहत अगले माह क्षत्रिय समाज के तीन बड़े सम्मेलन लखीमपुर खीरी, बांदा और प्रतापगढ़ में किए जाएंगे। इन्हें ‘सामाजिक एकीकरण सम्मेलन’ नाम दिया गया है। पीडीए के अपने मुख्य नारे के बीच सपा ने घोसी में क्षत्रिय प्रत्याशी सुधाकर सिंह को उतारा है। इसके पीछे यह संदेश देने की कोशिश है कि सपा वंचित वर्ग होने के नाते पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रही है, पर उसे सामान्य वर्ग से भी कोई परहेज नहीं है। सपा नेतृत्व ने जहां घोसी के राजनीतिक व सामाजिक समीकरण में सुधाकर सिंह को प्रत्याशी बनाना मुफीद समझा, वहीं इसके जरिए पूरे प्रदेश में क्षत्रिय समाज के बीच पैठ बढ़ाने की रणनीति पर भी काम शुरू कर दिया है।
सामाजिक एकीकरण सम्मेलनों को लेकर तय हुआ है कि इनकी अध्यक्षता क्षत्रिय समाज का ही कोई स्थानीय नेता करेगा। सपा के वरिष्ठ नेता इनमें हिस्सा लेंगे, पर अपनी बात कहने से ज्यादा क्षत्रिय समाज के स्थानीय लोगों को सुना जाएगा। लखीमपुर खीरी में तीन सितंबर को सम्मेलन होगा। समाजवादी महिला सभा की अध्यक्ष जूही सिंह ने बताया कि सितंबर में ही बांदा और प्रतापगढ़ में भी एकीकरण सम्मेलन होंगे। इनकी तारीख जल्द ही तय की जाएगी। अगले चरण में प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह के आयोजन होंगे।
लोकतंत्र बचाने के लिए भाजपा को बेदखल करना जरूरी : किरनमय नंदा
सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने कहा है कि देश इस समय संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। संसदीय मूल्यों पर भी संकट है। लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से बेदखल करना बेहद जरूरी है। किरनमय नंदा प्रदेश सपा मुख्यालय पर मिश्रिख संसदीय क्षेत्र के कामकाज की समीक्षा कर रहे थे। इसमें सीतापुर, हरदोई और कानपुर देहात के जिलाध्यक्ष, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष, जोनल प्रभारियों और पूर्व प्रत्याशियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि मतदान का प्रतिशत ब?ाने और मतदाताओं के साथ संपर्क पर विशेष जोर देना होगा। बैठक में पूर्व मंत्री आरके चौधरी, सीतापुर के जिलाध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव, कानपुर देहात के जिलाध्यक्ष मुनींद्र शुक्ला, हरदोई के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, निर्भय सिंह, पूनम सरोज आदि ने भी अपनी बातें रखीं।