सरकार के खिलाफ वोट देने के लिए साहस की जरूरत: अखिलेश यादव
- बोले- क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक पर कार्रवाई होनी तय
- सपा अध्यक्ष का दावा- विधायकों को पैकेज दिए गए
- सपा ने बढ़ाई आजमगढ़ की किलेबंदी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राज्य सभा चुनाव में हुए क्रास वोटिंग की वजह से सपा को मिले झटके पर सपा प्रमुख ने पाला बदलू विधायकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों ने कहा कि उन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर वोट दिया है। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के खिलाफ वोट देने के लिए साहस की जरूरत होती है, जो इन विधायकों में नहीं दिखा। साथ ही कहा कि इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। सपा के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह, गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह और जलालपुर से विधायक राकेश पांडे एक ही गाड़ी से विधान भवन वोट देने पहुंचे।
तीनों ने संयुक्त बयान में कहा कि वे अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने जा रहे हैं। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि राज्यसभा की तीसरी सीट दरअसल सच्चे साथियों की पहचान करने की परीक्षा थी। ये जानने की कि कौन-कौन दिल से पीडीए के साथ है और कौन अंतरात्मा से पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यही तीसरी सीट की जीत है। हर एक में साहस नहीं होता है कि सरकार के खिलाफ खड़ा हो जाए, सरकार के खिलाफ खड़ा होने के लिए साहस चाहिए। जो लोग गए हैं उनमें साहस नहीं रहा होगा। मतदान के दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा जीतने के लिए कुछ भी करेगी। जिन्हें लाभ मिलने वाला होगा, वो चले जाएंगे। अखिलेश ने कहा कि सुनने में तो पैकेज दिए जाने की भी बात आ रही है। यह पता नहीं है कि पैकेज छोटा था या बड़ा। उनका इशारा चुनाव में धन के इस्तेमाल की ओर था। अखिलेश ने कहा कि जनता सब देख रही है। गिनती वाले चुनाव में तो भाजपा जोड़तोड़ से जीत सकती है, लेकिन जनता वाले चुनाव में भाजपा नहीं जीत सकती। राज्यसभा में मात के बाद सपा लोकसभा चुनाव के लिहाज से आजमगढ़ की किलेबंदी में जुट गई है। पूर्व विधायक और बसपा नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली बुधवार को सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता लेंगे। बता दें, आजमगढ़ में सपा पिछला लोकसभा चुनाव बसपा से गुड्डू जमाली के मैदान में उतरने से हार गई थी। सूत्रों के मुताबिक, जमाली पसमांदा मुस्लिम समाज से आते हैं। इसलिए सपा उन्हें मार्च में होने वाले चुनाव में विधान परिषद भेजकर एक संदेश देना चाहती है। भाजपा की नजर लगातार पसमांदा मुस्लिम समाज पर बनी है। वर्ष 2022 में आजमगढ़ में हुए लोकसभा उप चुनाव में गुड्डू जमाली को 2.66 लाख वोट मिले थे और सपा के धर्मेंद्र यादव यह चुनाव करीब 8 हजार मतों से हार गए थे। आजमगढ़ सीट फिर जीतने की रणनीति के साथ गुड्डू जमाली को सपा में लाया जा रहा है।
मुझे तो किसी ने चवन्नी तक नहीं दी : राजा भैया
राज्यसभा चुनाव में दिन भर क्रॉस वोटिंग की खबरें आती रहीं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि इस चुनाव में विधायकों को पैकेज ऑफर हुए हैं। इस पर विधायक राजा भैया ने पलटवार किया है। विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में वेलकम चेंज (स्वागत करने वाला बदलाव) हुआ है। उन्होंने भाजपा को वोट दिया है और कहा कि उन्हें किसी ने कोई पैकेज नहीं दिया। उन्हें चवन्नाी तक नहीं मिली।
हमारे दोनों विधायकों ने गठबंधन धर्म निभाया : अजय राय
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि पार्टी के दोनों विधायकों ने गठबंधन धर्म निभाया। कांग्रेस का शत प्रतिशत वोट सपा को गया है। हम आगे भी पूरी शिद्दत के साथ गठबंधन धर्म निभाएंगे। पार्टी के नेताओं को निर्देश दिया गया है कि जहां भी गठबंधन के लोकसभा उम्मीदवार उतारे जा रहे हैं, उनके साथ पूरी तत्परता से लगें। उन्होंने कहा कि भाजपा तोडफ़ोड़ और छल में ही भरोसा करती है। कुछ विधायकों को लालच और डर दिखाकर अपने खेमे में किया गया है। यह राजनीति में गलत परंपरा है। ऐसे लोगों की हर करतूत जनता देख रही है। समय आने पर इसका जवाब देगी।
अखिलेश से झगडक़र कर सकती हूं बात : पल्लवी
सपा विधायक ने पल्लवी पटेल कहा कि मेरे वजूद में धोखा नहीं है। मैं गद्दारी नहीं कर सकती । मैंने पीडीए को वोट किया है । मैंने खुलकर और दिखा कर रामजीलाल सुमन को वोट किया है । पीडीए में थी, हूं और भविष्य में भी रहूंगी । पीडीए मेरी आत्मा और जान है, इसकी लड़ाई लड़ती रहूंगी। अखिलेश यादव से फोन पर हॉट टॉक (बहस) संबंधी सवाल पर पल्लवी पटेल ने कहा, मैं झगड़ कर हक लेती हूं । मैं उनसे (अखिलेश) झगड़ कर बात कर सकती हूं ।
भाजपा ने की विधायकों की खरीद-फरोख्त : शिवपाल
सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म कर रही है। उन्होंने कहा कि सपा विधायकों का वोट लेने के लिए भाजपा खरीद-फरोख्त कर रही है। जनता को यह सोचना चाहिए कि भाजपा को वोट खरीदने की आवश्यकता क्यों पड़ गई। वहीं, सपा नेता उदयवीर ने कहा कि इस चुनाव में खुलकर पैसा चला। वहीं जैसे ही सपा विधायक मनोज पांडेय के पाला बदलने की जानकारी हुई, विधानभवन में सपा कार्यालय से उनकी मुख्य सचेतक वाली नेम प्लेट हटा दी गई।
भाजपा के आठ, सपा के हिस्से आईं दो सीटें
लखनऊ। राज्यसभा में उत्तर प्रदेश की दस सीटों के लिए हुए चुनाव में मंगलवार को सपा के सात और सुभासपा के एक विधायक की क्रास वोटिंग के बीच भाजपा ने आठ और सपा ने दो सीटें जीतीं। कांग्रेस के समर्थन के बावजूद समाजवादी पार्टी के तीसरे प्रत्याशी और पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन चुनाव हार गए। भाजपा के आरपीएन सिंह, अमर पाल मौर्य, तेजवीर सिंह, नवीन जैन, साधना सिंह, डॉ. सुधांशु त्रिवेदी व डॉ. संगीता बलवंत सिंह और सपा की जया अमिताभ बच्चन और रामजी लाल सुमन राज्यसभा पहुंच गए। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना घोषित होने से चंद दिन पहले भाजपा ने प्रदेश में सपा को झटका देकर न केवल एक अतिरिक्त सीट हासिल कर ली, बल्कि सात विधायकों को भी अपने पाले में शामिल कर लिया। राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को सुबह 9 बजे से मतदान का सिलसिला शुरू हुआ। 399 विधायकों को मतदान करना था, लेकिन सपा के दो और सुभासपा का एक विधायक जेल में होने के कारण वोट नहीं कर पाईं। जबकि, सपा की एक विधायक महराजी देवी मतदान करने नहीं आईं। मतदान करने वाले 395 विधायकों में से सपा के विधायक शहजिल इस्लाम का मत खारिज हो गया। वैध मतों के आधार पर मतगणना की गई। भाजपा के प्रत्याशियों को प्रथम वरीयता के 294 और सपा प्रत्याशियों को 100 मत मिले। जीतने वालों में किसे प्रथम वरीयता के कितने मत मिले- अमर पाल मौर्य (भाजपा)-38, जया अमिताभ बच्चन (सपा)-41, तेजवीर सिंह (भाजपा)-38, नवीन जैन (भाजपा)-38, आरपीएन सिंह(भाजपा)-37, रामजी लाल सुमन (सपा)-40, साधना सिंह(भाजपा)-38, डॉ. सुधांशु त्रिवेदी(भाजपा)-38, डॉ. संगीता बलवंत(भाजपा)-38, संजय सेठ(भाजपा)-29।