महाकुंभ की तैयारी पर अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर साधा निशाना
लखनऊ। महाकुंभ के आयोजन में अब कुछ ही दिन शेष हैं, लेकिन तैयारियों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार के दावों पर सवाल उठाते हुए बड़ा हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार द्वारा महाकुंभ के लिए बनाए गए 22 पांटून पुलों में से केवल 9 ही यातायात के लायक हैं, जबकि बाकी की हालत खस्ताहाल है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, मतलब साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाए हैं, अर्थात् लगभग 40त्न ही काम हो पाया है। अब जब इस महाआयोजन के लिए सिर्फ़ 20 दिन बचे हैं तो बाक़ी बचे पुल कैसे बन पाएंगे? भीड़ का नियंत्रण और आवागमन कैसे संभव होगा? भाजपा सरकार इसे गंभीरता से ले।
यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। इससे पहले उन्होंने एक वीडियो साझा किया था जिसमें बिजली के खंभे बिना तारों के खड़े दिखाई दे रहे थे। इस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा था, देखिए भाजपा सरकार का अचंभा, बिना तार के खंभे! समाजवादियों ने पहले ही कहा था, ‘बिन बिजली के खड़ा है खंभा’। भाजपा राज में यह गाना नहीं, बल्कि शत-प्रतिशत सत्य है।
अखिलेश यादव द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया और अधूरी व्यवस्थाओं को सुधारने की प्रक्रिया शुरू की। इसके बाद अखिलेश ने प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा, खंभों पर तार ‘बिछाया’ नहीं ‘लगाया’ जाता है और वह भी समय रहते, ताकि सिक्योरिटी चेकअप के लिए पर्याप्त समय मिल सके। अच्छा हुआ कि यह मुद्दा शासन-प्रशासन के संज्ञान में आया। आशा है कि अब तैयारियों की गति तेज होगी। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा प्राथमिकता होनी चाहिए। ऐसे में सरकार के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि बची हुई तैयारियां समय पर पूरी हों। विपक्ष के सवालों के बीच अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में प्रशासन अपनी तैयारियों को कितना दुरुस्त कर पाता है।