मशहूर मलयालम लेखक एमटी वासुदेवन नायर का निधन, PM मोदी ने जताया दुःख 

4PM न्यूज़ नेटवर्क: मलयालम साहित्य के दिग्गज और ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता एमटी वासुदेवन नायर का केरल के कोझिकोड के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रसिद्ध मलयालम लेखक एम. टी. वासुदेवन नायर के निधन पर गुरूवार (26 दिसंबर) को शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से साहित्य जगत में एक अपूरणीय क्षति हुई है। उनके लेखन से ग्रामीण भारत जीवंत हो उठा। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि ‘‘उन्हें प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया और उन्होंने फिल्मों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। मैं उनके परिवार के सदस्यों और बड़ी संख्या में उनके पाठकों एवं प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।’’

प्रधानमंत्री ने वासुदेवन नायर के निधन पर जताया दुःख

इसके अलावा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमटी वासुदेवन नायर की मौत पर सोशल मीडिया के माध्यम से शोक व्यक्त किया है।उन्होंने लिखा कि ‘‘मानवीय भावनाओं में गहराई तक उतरने वाली उनकी कृतियों ने पीढ़ियों को आकार दिया है तथा वे आगे भी कई लोगों को प्रेरित करती रहेंगी। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।’’

बताया जा रहा है कि बीमारी के कारण उनका एक महीने से अधिक समय से इलाज किया जा रहा था। उन्हें 16 दिसंबर को सांस संबंधी जटिलताओं के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका बुधवार रात 10 बजे यहां के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।आपको बता दें कि साहित्य में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए एमटी को 1995 में भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ से सम्मानित किया गया था। पद्म भूषण से सम्मानित एमटी मलयालम साहित्य और सिनेमा में एक प्रमुख व्यक्ति थे।

 

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