भाजपा पर अखिलेश का बड़ा हमला, कहा, रंग और नाम बदलने वालों को बदल देगी जनता
यूपी को योगी नहीं योग्य सरकार ले जा सकती है आगे
- जाति-धर्म के खेल ने प्रदेश को कर दिया पीछे
- हक मांगने वाले किसानों को गाडिय़ों से कुचला गया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ललितपुर। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज भाजपा पर फिर जमकर हमला बोला। ललितपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार होती तो कोरोना काल में मजदूर पैदल नहीं चलते फिर चाहे जितना पैसा खर्च करना पड़ता। भाजपा सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की। केवल सपा ने पीडि़त परिवारों की आर्थिक मदद दी। राशन के पैकेट बांटे। देश के बंटवारे के समय पर भी ऐसी तस्वीर नहीं दिखी। लॉकडाउन में यूपी में मजदूरों को आने नहीं दिया।
सीएम योगी पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा योगी वही होता है जो दूसरों का दुख समझे। भाजपा ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज पर चलेगा लेकिन अब तो वे हवाई जहाज और एयरपोर्ट को बेच रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस सबकुछ महंगा हो गया। सूखा पडऩे पर सपा ने यहां के लोगों की मदद की। सपा सरकार के समय ललितपुर में लोहिया आवास के तहत मकान दिए गए थे। उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल में भाजपा ने गरीबों को बहुत परेशान किया। कोरोना के समय मदद करने वाली एंबुलेंस भी सपा सरकार की देन है। आज जाति को देखकर एफआईआर लिखी जा रही है। पुलिस हिरासत में लोग मारे जा रहे हैं। दमदार सरकार कहने वाले दमदार नहीं बल्कि दमदार झूठ बोल रहे हैं।
हक मांगने वाले किसानों को गाडिय़ों से कुचल दिया गया। ये तीन कृषि कानून केवल वोट के लिए वापस किए गए हैं। किसान तब खुशहाल होगा जब केंद्र और प्रदेश से भाजपा सरकार रवाना हो जाएगी। किसान, नौजवान और व्यापारी सभी दुखी हैं। जाति-धर्म के खेल में यूपी को पीछे धकेल दिया गया है। किसानों को खुशहाल बनाने के लिए सपा नयी योजना बनाएगी। इसके पहले महोबा में अखिलेश ने कहा कि भाजपा केवल नाम और रंग बदलने पर विश्वास करती है। इस बार नाम व रंग बदलने वालों को जनता बदल देगी।
सपा में सबकी भागीदारी
अखिलेश ने कहा, सपा सरकार ने युवकों को हाईटेक करने के लिए लैपटॉप बांटे। जो मुख्यमंत्री लैपटॉप नहीं चला सकते वह लैपटॉप क्या वितरित करेंगे। प्रदेश को योगी नहीं योग्य सरकार चाहिए। योग्य सरकार ही जनता का भला कर सकती है। यह नयी सपा है। इसमें सभी वर्गों की भागीदारी होगी। सपा सरकार बनने पर जातिवादी जनगणना होगी।
स्वागत में उमड़ी भीड़
सपा विजय रथयात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ी रही। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के स्वागत में हजारों लोग पहुंचे। इस दौरान अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगते रहे।
टीईटी पेपर लीक मामले में वरुण गांधी ने अपनी सरकार को घेरा, बोले
सरकारी नौकरी है नहीं और मौका आए तो पेपर लीक
- भाजपा सांसद किसानों और लखीमपुर हिंसा पर भी उठा चुके हैं सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। टीईटी पेपर लीक मामले में पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि नौकरियां वैसे ही नहीं है और कोई मौका आता है तो पेपर लीक हो जाता है। आखिर कब तक भारत का नौजवान सब्र करे। पिछले काफी समय से वरुण गांधी किसान और लखीमपुर हिंसा को लेकर अपनी ही सरकार को घेरते रहे हैं।
वरुण ने टीईटी मामले में आज ट्वीट किया, पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो। रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतजार में हैं। सेना में भर्ती का भी वही हाल है। आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान? इससे पहले वरुण ने ट्वीट कर कहा था कि पेपर लीक होना युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है।
इस दलदल की छोटी मछलियों पर कार्रवाई से काम नहीं चलेगा, उनके राजनैतिक संरक्षक शिक्षा माफियाओं पर कठोर कार्रवाई करे सरकार क्योंकि अधिकांश शिक्षण संस्थानों के मालिक राजनैतिक रसूखदार हैं, इन पर कार्रवाई कब होगी? गौरतलब है कि रविवार को यूपी टीईटी परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने पर इसे निरस्त कर दिया गया था।
महंगाई पर विपक्ष का हंगामा, कांग्रेस समेत कई दलों ने किया वॉक आउट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राज्य सभा से विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन से पैदा हुआ गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष ने निलंबन, किसानों की मौत और महंगाई को लेकर आज भी दोनों सदनों में हंगामा किया। राज्य सभा में किसानों की मौत और बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। हंगामे के चलते राज्य सभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। वहीं कांग्रेस, एनसीपी, राजद, टीआरएस, टीएमसी और आईयूएमएल के सांसद राज्य सभा से वॉक आउट कर गए।
विपक्ष द्वारा संसद में प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि गांधी की प्रतिमा के नीचे अगर वे धरना दे रहे हैं तो कुछ सद्बुद्धि आ सकती है। आपको संसद की चर्चा, बहस और फैसलों में भागीदारी करनी चाहिए। यही लोकतांत्रिक मर्यादा है। वहीं कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोक सभा में बढ़ती महंगाई पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया । सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों का रिकार्ड न होने के जवाब पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सवाल उठाए। वहीं कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सांसदों ने 12 राज्य सभा सांसदों के निलंबन को लेकर गांधी प्रतिमा के पास हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।