एप्पल से आया अलर्ट, महुआ, थरूर, येचुरी और ओवैसी समेत विपक्ष नेताओं ने साधा सरकार पर निशाना

नई दिल्ली। टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल ने कई भारतीय विपक्षी नेताओं और कम से कम दो पत्रकारों को अलर्ट संदेश जारी किया है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि उनके आईफ़ोन को राज्य-प्रायोजित हमलावरों द्वारा निशाना बनाया गया है। तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता शशि थरूर, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पवन खेड़ा, कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रभारी सुप्रिया श्रीनेत और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि उन्हें धमकी का नोटिफिकेशन मिला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) नेता सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी नेता राघव चड्ढा को भी अलर्ट मिला।
ओवेसी को छोडक़र सभी राजनीतिक नेता भारतीय विपक्षी गुट से संबंधित हैं। ये सभी मोदी सरकार के आलोचक हैं। संदेशों ने उन्हें चेतावनी दी कि यदि आपके डिवाइस से किसी राज्य-प्रायोजित हमलावर ने छेड़छाड़ की है, तो वे आपके संवेदनशील डेटा, संचार, या यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफ़ोन तक दूरस्थ रूप से पहुंचने में सक्षम हो सकते हैं। अधिसूचना में कहा गया है, हालांकि यह संभव है कि यह एक गलत अलार्म है, कृपया इस चेतावनी को गंभीरता से लें। इसको लेकर विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार आ गई है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मेरे फोन पर कल रात वार्निंग आई है, मैं 15-20 साल से एप्पल इस्तेमाल कर रही हूं, कभी इस प्रकार का कोई मेल नहीं आया। ये एक गंभीर वार्निंग थी। उसमें साफ लिखा था कि स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा किया गया है, ये केंद्र सरकार की ओर से प्रायोजित एक कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि आज सुबह मुझे पता चला कि विपक्ष के कई नेताओं के पास ये मैसेज आया है। पेगासस को खारिज करने की पूरी कोशिश की गई। अडानी के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं हुई, उनको बचाने के लिए ये सब किया जा रहा है। सांसद मनोज झा ने कहा, सरकार कहे कि ये अलर्ट गलत है… ये क्या हो रहा है? आक्रामक राजनीति के तहत डिजिटल दुनिया बना रहे हैं? आप देखना चाहते हैं कि कौन किससे बात कर रहा है, क्या बात कर रहा है? सरकार की ओर से सफाई आनी चाहिए, इसके लिए एक मंत्रालय भी है वे क्या कर रही है?
सीताराम येचुरी ने कहा कि मुझे कल रात एप्पल से एक ई-मेल मिला जिसमें उल्लेख किया गया था कि ‘राज्य-प्रायोजित’ निगरानी की जा रही है और आपका फोन और सभी सिस्टम हैक किए जा रहे हैं और इससे निपटना मुश्किल है… गोपनीयता का अधिकार है हमारे संविधान के अनुसार प्रत्येक नागरिक को…केंद्र को इस पर स्पष्टीकरण देने की जरूरत है कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह गंभीर मामला है। केंद्र सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। इससे पहले भी केंद्र की मौजूदा सरकार पर पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदने का आरोप लगा था। राघव चड्ढा जी के फोन पर भी ऐसा ही मैसेज आया है। सीएम केजरीवाल के ओएसडी को भी यही संदेश मिला है।

 

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