कोरोना के नए वेरिएंट पर यूपी में अलर्ट, विदेश से आने वालों पर नजर

जीनोम सिक्वेंसिंग की रफ्तार तेज, रेलवे व बस स्टेशनों पर जांच शुरू,

 स्वास्थ्य विभाग ने गठित की टीम, अतिरिक्त स्टाफ तैनात

गीताश्रीलखनऊ। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट हो गयी है। प्रदेश की सभी सीमाओं और विदेश से आने वाले लोगों पर खास निगरानी रखी जा रही है। वहीं रेलवे और बस स्टेशनों पर जांच के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक फिलहाज जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए एनबीआरआई व सीडीआरआई की लैब में जांच को नमूने भेजे जाएंगे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेदब्रत सिंह ने मुताबिक कंसोर्टियम में उप्र में इसमें एनबीआरआई व सीडीआरआई की लैब शामिल हैं। ऐसे में अब विदेश से आने वाले लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल इन दो लैब में भेजने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अभी तक सैंपल केजीएमयू व संजय गांधी पीजीआइ जांच के लिए भेजे जा रहे थे लेकिन आगे इन दो लैब में जांच होगी। विदेश से आ रहे नागरिकों की कोरोना जांच निगेटिव आने पर भी उन्हें सात दिन होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए गए हैं। विदेश से आने वाले इन लोगों व उनके घर वालों की सेहत की रिपोर्ट इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर की मदद से लिए जाएंगे। रैपिड रिस्पांस टीम का गठन सभी जिलों में किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों में अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया गया है।

इनको रखा गया तैयार

केजीएमयू, संजय गांधी पीजीआई, मेरठ मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर मेडिकल कॉलेज व झांसी मेडिकल कॉलेज, बीएचयू आईएमएस, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और इंस्टीट््यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी (आईजीआईबी) नई दिलली में भी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए तैयार रखा गया है। आगे मरीजों की संख्या बढऩे पर सैंपल इन लैब में भी भेजे जाएंगे।

मेरठ में विदेश से आए 10 यात्री लापता

मेरठ। भारत में कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट दस्तक दे चुका है लेकिन लापरवाही ने इसका खतरा और बढ़ा दिया है। विदेश से मेरठ लौटे 10 से ज्यादा यात्रियों की जानकारी नहीं मिलने के कारण प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। प्रशासन ने ऐसे यात्रियों की जानकारी लेने के लिए एलआईयू की टीम लगाई है। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि 24 नवंबर से दो दिसंबर तक विदेश से 295 लोग मेरठ पहुंचे हैं। नागरिक उड्डयन विभाग ने प्रदेश को विभिन्न जिलों में पहुंचे यात्रियों की जानकारी दी, जहां से मेरठ 107, 80 और 109 यात्रियों की तीन सूची भेजी जा चुकी है। सर्विलांस टीम ने जब यात्रियों की सैंपलिंग के लिए संपर्क किया तो कई के पते गलत मिले। उनके फोन नंबर नौ अंकों के थे जबकि कई अन्य जानकारियां भी छिपाई गईं। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि कई यात्रियों के बारे में जानकारी नहीं मिल रही है जबकि उनकी कोविड जांच जरूरी है। विशेषज्ञों को विदेश से आने वालों के साथ संक्रमण भारत तक पहुंचने की आशंका है। सीएमओ ने बताया कि डेल्टा वेरिएंट की आर नाट वैल्यू 1.6 थी, जो ओमिक्रॉन में बढ़कर 2.0 हो चुकी है। विदेश से वापस आए यात्रियों से बड़ी संख्या में संक्रमण फैल सकता है।

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