बेरोजगार युवाओं का गुस्सा भाजपा पर पड़ेगा भारी!
रोजगार नहीं मिलने से आक्रोशित हैं नौजवान
दस से अधिक नियुक्तियों की परीक्षाएं हो चुकी है लीक
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। बेरोजगारी के कारण युवाओं का गुस्सा फूट रहा है। अब युवा सीएम और उप मुख्यमंत्री के सामने अपने गुस्से का इजहार करने लगे हैं। क्या ये बेरोजगार युवा भाजपा के लिए चुनाव में बड़ी चुनौती साबित होंगे? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार विनीता यादव, अजय शुक्ला, अशोक वानखेड़े, आईसा के जिला सचिव आदर्श शाही, लेखक रविकांत और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
रविकांत ने कहा, सीएम का व्यवहार नौजवानों के प्रति हमेशा से खराब रहा है। उन्होंने टिप्पणी की थी कि लोगों में काबिलियत नहीं है, यहां तो रोजगार बहुत है। दस नियुक्तियों की परीक्षाएं अब तक रद्द हो चुकी है। लगता है कि सरकार जानबूझकर ऐसा कर रही है। सीएम योगी कह रहे हैं कि बैनर नीचे रखो वरना हमेशा के लिए बेरोजगार हो जाओगे। यह सीएम की भाषा है। आदर्श शाही ने कहा कि साढ़े चार साल किसी को रोजगार नहीं मिला है। लोगों के आंदेालन इसकी पुष्टिï करते हैं। युवाओं में सरकार को लेकर बेहद गुस्सा है। युवाओं में आक्रोश है। इस बार वे भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे। विनीता यादव ने कहा, लॉकडाउन में हजारों लोग दिल्ली से यूपी पहुंचे लेकिन सरकार ने नौकरी नहीं दी। युवा केवल रोजगार ही तो मांग रहे हैं। राष्टï्रपति के सामने विरोध प्रदर्शन तक किया गया। यह बेहद चिंताजनक है। अशोक वानखेड़े ने कहा, लाशें फेंकने और दीया जलाने का रोजगार तो दिया गया। अगर रोजगार दिए गए होते तो यूपी की चालीस फीसदी जनता गरीबी रेखा के नीचे नहीं होती। यूपी देश में गरीबी में तीसरे नंबर पर है। अजय शुक्ला ने कहा, निश्चित रूप से बेरोजगार युवा बेहद आक्रोशित है। इसका चुनाव में सरकार को खामियाजा उठाना पड़ेगा।