कम मतदान होने से गुजरात में परेशान सभी सियासी दल
- शहरी क्षेत्रों में और ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा वोटें होने से लोग लगा रहे हैं अपने-अपने अंदाज
- लगभग 8 प्रतिशत कम वोट क्या गुल खिला दे किसी को नहीं है अंदाजा
- एबीपी चैनल ने चलाना शुरू किया कि कांग्रेस सरकार बनने पर कोई पिछड़ा बनेगा गुजरात का सीएम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जब एबीपी जैसे चैनल ने चलाना शुरू किया कि गुजरात में सरकार बदलने पर कांग्रेस किसी पिछड़ी जाति का सीएम बना सकती है तो हड़कंप मच गया। लोगों ने कहना शुरू किया कि क्या गुजरात में कम मतदान कोई नया गुल खिलाने वाला है। दरअसल 8 प्रतिशत कम मतदान कुछ भी इतिहास रच सकता है। इतने प्रचार के बाद मतदान कम होगा यह किसी ने सोचा नहीं था। आम आदमी पार्टी की एंट्री ने गुजरात चुनाव का सारा समीकरण बदल दिया है।
गुजरात की राजनीति को समझने के लिए 4पीएम के यूट्यूब के चैनल पर रोज लाखों लोग रात को सवा नौ बजे गुजरात की राजनीति पर होने वाली चर्चा देख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने महीनों से अपनी पूरी ताकत गुजरात में लगा रखी है। कांग्रेस इस बार बहुत शांतिपूर्ण तरीके से प्रचार करने में जुटी हुई है। इस बीच आम आदमी पार्टी ने जिस तरह से अपने जबरदस्त प्रचार से अपनी धमक कायम की उसने सारे समीकरण बदल दिये। शुरुआत में आम आदमी पार्टी ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय थी तो भाजपा खुश थी मगर फिर बाद में शहरी क्षेत्र मेंं आम आदमी पार्टी की जबरदस्त एंट्री ने सारा सीन बदल दिया।
किसी को अंदाजा नहीं था कि गुजरात के पहले चरण में मतदान 8 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। अब ऐसे में सब की निगाह इस बात पर लगी है कि यह कम मतदान किसको नुकसान पहुंचायेगा।