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सात दिवसीय  राष्ट्रीय  कला शिविर संपन्न
गीताश्री
श्रीनगर, कश्मीर। कश्मीर विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय  कला शिविर का आयोजन संपन्न हो गया। इसमें कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। दरअसल, यह शिविर देश की आजादी के 75वें साल के उपलक्ष्य में देशभर उत्सवों और कार्यक्रमों के दौर का एक हिस्सा था। यह शिविर ( 15 नवंबर से 20 नवंबर) तक चला। इसका उद्ïघाटन विश्वविद्यालय के डीन एवं रजिस्ट्रार ने किया।
केंद्र सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय के सौजन्य से देश के नामी कला ट्रस्ट मास्टर संसार चंद बरु मेमोरियल ट्रस्ट ने आयोजन किया। इसमें कश्मीर विश्वविद्यालय का सहयोग रहा। इस कला शिविर में देशभर के जाने माने चित्रकारों ने हिस्सा लिया। देश के अलग-अलग प्रांतों से आए कलाकारों ने स्थानीय छात्रों से कला पर संवाद किया और उनके सामने कैनवस पर पेंटिंग बनाते हुए उन्हें कला की बारीकियां बताईं। शिविर में टुटु पटनायक (उड़ीसा), अनिल बोडवाल (हरियाणा), विनीता (झांसी), प्रदोष स्वाइन (उड़ीसा), नीलेश वड़े (महाराष्ट्र ), मंगेश काले (उड़ीसा), रेणुका सोढ़ी (हरियाणा), अंजुम खान (उत्तर प्रदेश), मीना देवी ( मणिपुर), सोनी थम्कम(मणिपुर), विक्रम नायक(दिल्ली), जावेद इकबाल ( कश्मीर), नौशाद ग्योर (कश्मीर) आदि लोग शामिल थे।

गरीब बच्चों को बांटे उपहार

शिविर की आयोजक और ट्रस्ट की प्रेसिडेंट चित्रकार अनुराधा ऋ षि ने बताया कि कला के जरिए छात्रों तक सकारात्मक संदेश देना हमारा लक्ष्य है। कला की भाषा सबसे सशक्त माध्यम है किसी के दिलों दिमाग तक पहुंचने के लिए। हमारा उद्देश्य छात्रों के लिए वैकल्पिक शिक्षकों की राह खोलना भी है। ट्रस्ट लगातार जम्मू एंड कश्मीर क्षेत्र में कला शिविर का आयोजन करता आ रहा है। शिविर के तीसरे दिन अंतरराष्ट्रीय  ख्याति प्राप्त मूर्तिकार टुटु पटनायक ने क्ले मोडलिंग के माध्यम से छात्रों के साथ संवाद किया और साथ ही उन्हें मूर्तिकला की बारीकियां सिखाई। शिविर में ऑन द स्पॉट चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। ट्रस्ट ने गरीब बच्चों के बीच जाकर उपहार बांटे। इसके अलावा शिविर में दो शाम संगीत संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों समेत छात्रों ने हिस्सा लिया। संगीत संध्या की थीम एक शाम सूफी संगीत और दूसरी शाम गजल की शाम थी।

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