हत्यारे नगर निगम के खिलाफ फूटा गुस्सा

लखनऊ पश्चिम में जनता ने उठाया आंदोलन का झंडा, पार्षद शाइस्ता परवीन के खिलाफ असंतोष

मो. शारिक/ 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ नगर निगम के जोन-6 अंतर्गत आने वाले गढ़ी पीर खां वार्ड की सियासी गर्मी इन दिनों अपने चरम पर है। जनता अब चुप नहीं बैठी है दीवारों पर लगे तीखे, तल्ख और सीधे आरोपों से भरे पोस्टर इस बात का साफ संकेत दे रहे हैं कि पार्षद शाइस्ता परवीन के खिलाफ असंतोष सुलग नहीं रहा, बल्कि खुलकर भडक़ चुका है।
शाइस्ता परवीन पैदल चलकर दिखाओ, पोस्टरों से गूंजे मोहल्ले। यासीनगंज, करीमगंज और कृष्णापुरी कॉलोनी में लगे पोस्टर किसी गुस्से की अफवाह नहीं, बल्कि जमीनी सच्चाई हैं। पोस्टरों में लिखा है-शाइस्ता परवीन पैदल चलकर दिखाओ,शाइस्ता परवीन माफी मांगो।

सुभाष मिश्रा उर्फ राजू पंडित का सीधा हमला

भाजपा के तेजतर्रार नेता सुभाष मिश्रा उर्फ राजू पंडित ने तो इस मुद्दे पर और भी तीखा रुख अपनाया है। उन्होंने दो दिन पूर्व ठाकुरगंज के मल्लाही टोला में बारिश के दौरान एक युवक की बह जाने की घटना पर नगर निगम और पार्षद को खुला जि़म्मेदार ठहराया। हमने मेयर सुषमा खर्कवाल से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यपाल तक को पत्र भेजे। सबूत दिए। हालात बताए। लेकिन व्यवस्था की रीढ़ इतनी कमजोर है कि आज तक एक ईंट भी नहीं हिली। क्या यह लखनऊ पश्चिम की नहीं, पूरे सिस्टम की नाकामी नहीं है?

… तो अब वोट देखकर सफाई करेगा नगर निगम

रामनगर में तीन महीने से अधिक समय से सीवेज लाइन जाम है। लोगों ने जोनल अधिकारी अनुज सिंह और सुपरवाइजर चौहान से कई बार गुहार लगाई, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।जब मोहल्ले वालों ने सफाई की मांग की, तो कर्मचारियों ने जवाब दिया-आप लोगों ने शाइस्ता परवीन को वोट नहीं दिया, इसलिए आपके यहां काम नहीं होगा। जनता का अल्टीमेटम- अब सडक़ों पर उतरने की बारी स्थानीय नागरिकों ने चेताया है कि यदि जल्द सफाई, सीवर और डंपिंग की समस्याओं का हल नहीं हुआ, तो वे धरना, प्रदर्शन, और जन आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।

खुले नाले में गिरकर युवक की मौत मामले में कार्रवाई तेज

नगर आयुक्त के निर्देश पर ठेकेदार पर एफआईआर
अभियंता निलंबित, शहरभर में विशेष अभियान शुरू

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मल्लाही टोला प्रथम वार्ड में मंजू टंडन ढाल के पास खुले नाले में गिरने से 12 जुलाई को एक युवक की मौत हो गई। सूचना पर नगर आयुक्त गौरव कुमार स्वयं मौके पर पहुंचे और तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू कराया। कई घंटों की तलाश के बाद युवक का शव रविवार को बरामद किया गया।घटना के बाद नगर आयुक्त ने पूरे नगर निगम अमले को विशेष अभियान चलाकर सभी खुले नालों और मैनहोल को तुरंत कवर करने का निर्देश दिया। साथ ही क्षतिग्रस्त कवर को भी तत्काल दुरुस्त कराने को कहा।
नगर निगम ने 24 घंटे नियंत्रण कक्ष से पूरे शहर की निगरानी भी शुरू कर दी है।प्रथम दृष्टया जांच में नाले की समुचित कवरिंग न होने के लिए सफाई ठेकेदार श्री अंकित कुमार की लापरवाही सामने आई। नगर निगम ने अंकित कुमार के खिलाफ स्नढ्ढक्र दर्ज कर उनकी फर्म अनिका इंटरप्राइजेज को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई की है। वहीं अवर अभियंता रमन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

समय रहते कार्य होता तो बच जाती जान : पार्षद मोंटी

लखनऊ। मल्लाही टोला प्रथम वार्ड में खुले नाले में युवक की दर्दनाक मौत के बाद मौलवीगंज वार्ड के पार्षद मुकेश सिंह मोंटी ने नगर निगम की लापरवाही पर कड़ा सवाल उठाया है। पार्षद मोंटी ने कहा कि अगर वर्षा ऋतु से पहले अवस्थापना मद और 15वें वित्त आयोग की धनराशि का उपयोग कर समय पर नालों और सडक़ों की मरम्मत कर दी गई होती, तो यह हादसा रोका जा सकता था। उन्होंने स्पष्ट किया कि ठेकेदार को केवल सफाई का काम सौंपा गया था, जबकि नाले पर कवर लगवाना नगर निगम की जिम्मेदारी थी।

नगर निगम में नहीं सुनी जा रहीं पार्षदों की आवाज : लईक आगा

लखनऊ। कश्मीरी मोहल्ला वार्ड-105 के पार्षद लईक आगा ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले एक साल से वे नगर आयुक्त को अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर लगातार पत्र लिख रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।पार्षद आगा ने बताया कि वार्ड में कई जगह नालों के कवर के पत्थर हटे हुए हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी भी तरह की अनहोनी होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। लईक आगा ने कहा, पार्षद जनता की समस्याओं को नगर निगम तक पहुंचाते हैं, लेकिन जब सुनवाई ही न हो तो लोग किसके पास जाएं?

भाजपा के राज में हर जगह सड़ांध: ममता बनर्जी

ओडिशा यौन उत्पीडऩ से तंग छात्रा ने खुद को लगाई आग
बीजद और टीएमसी ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कटक। ओडिशा के बालासोर जिले में यौन उत्पीडन से परेशान एक कॉलेज छात्रा द्वारा खुद को आग लगाने की दिल दहला देने वाली घटना ने राज्य में हडकंप मचा दिया है। इस घटना पर राजनीतिक दलों की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भाजपा सरकार पर बीजद व टीएमसी ने जोरदार हमला बोला है।
बीजेडी के नेताओं ने बालासोर में हुई इस घटना के खिलाफ भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। टीएमसी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, अलग दिन, अलग पीडि़त – भाजपा के राज में वही सडांध। टीएमसी ने आगे कहा, मोहन चरण माझी की चुप्पी शर्मनाक है, और प्रधानमंत्री मोदी की ओर से किसी भी निंदा का अभाव केवल उसी बात की पुष्टि करता है जो हम पहले से ही जानते हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढाओ एक तमाशा है। बता दें छात्रा ने अपने विभागाध्यक्ष पर बार-बार यौन संबंध बनाने की मांग करने और इनकार करने पर उसका भविष्य बर्बाद करने की धमकी देने का आरोप लगाया था। बालासोर में कॉलेज छात्रा के आत्मदाह के प्रयास के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है। कॉलेज प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया है, जबकि आरोपी विभागाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है।रिपोर्ट्स के अनुसार, बालासोर के एफएम स्वायत्त कॉलेज की द्वितीय वर्ष की इंटीग्रेटेड बी.एड. छात्रा ने विभागाध्यक्ष और सहायक प्रोफेसर समीर कुमार साहू के उत्पीडन से तंग आकर खुद को आग लगा ली। वह 90 प्रतिशत से अधिक जल चुकी है और उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। उसे बचाने की कोशिश करने वाला एक साथी छात्र भी 70 प्रतिशत तक जल गया है। दोनों का इलाज एम्स भुवनेश्वर में चल रहा है।

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने किया दौरा

घटना की गंभीरता को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने एम्स भुवनेश्वर पहुंचकर छात्रा और उसके माता-पिता से मुलाकात की। मुख्यमंत्री माझी ने मीडिया से बातचीत में कहा, भुवनेश्वर एम्स में उनका इलाज चल रहा है। अभी मरीज की हालत बहुत नाजुक है। मेडिकल टीम इलाज कर रही है… अगले 24 घंटे तक कुछ कहा नहीं जा सकता… हमने परिवार से बातचीत की… हम प्रार्थना करते हैं कि वे जल्दी ठीक हो जाएं।

बिहार की वोटर लिस्ट पर अब भी जारी है संग्राम

बांग्लादेशी, नेपाली, म्यांमारियों के नाम पर बवाल, विपक्ष ने भाजपा सरकार व चुनाव आयोग को घेरा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार की मतदाता सूची में विदेशी नागरिकों के नाम शामिल होने के खुलासे ने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा कर दिया है। बताया जा रहा है कि मतदाता सूची में बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार मूल के लोगों के नाम पाए गए हैं, जिसने चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगा दिया है।
इस चौंकाने वाली जानकारी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा है, खासकर उन पर जो मतदाता सूची पुनरीक्षण का विरोध कर रहे थे। अब इस गंभीर आरोप पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी अपनी राय व्यक्त की है, जिससे यह मुद्दा और गरमा गया है।

एनडीए सरकार की वजह से विदेशी नाम जुड़े : तेजस्वी

इस मुद्दे पर पूछे जाने पर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ये सूत्र कौन हैं? ये वही सूत्र हैं जिन्होंने कहा था कि इस्लामाबाद, कराची और लाहौर पर कब्जा कर लिया गया है। ये सूत्र को हम मूत्र समझते हैं। एसआईआर आखिरी बार 2003 में यूपीए सरकार में किया गया था। तब कई चुनाव हुए हैं, उन चुनावों में हम 3-4 लाख वोटों से हारे हैं। क्या इसका मतलब है कि इन सभी विदेशियों ने पीएम मोदी को वोट दिया? इसका मतलब है कि मतदाता सूची में किसी भी संदिग्ध तत्व के नाम जुडऩे के लिए एनडीए दोषी है। इसका मतलब है कि उन्होंने जो भी चुनाव जीते हैं, वे सभी धोखाधड़ी वाले रहे हैं। जहां तक नेपाल की बात है तो बिहार और नेपाल का रोटी और बेटी का संबंध है। बिहार पुलिस में नेपाली लोग हैं। आर्मी में नेपाली लोग हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जबसे मामले को संज्ञान में लिया है और जब से चुनाव आयोग को सलाह दी है। तब से उनके हाथ पांव फूले हुए हैं। अगर फर्जी वोटर हैं भी तो जिम्मेदारी किसकी है? चुनाव आयोग है और एनडीए सरकार की है। चुनाव आयोग राजनीतिक दल का प्रकोष्ठ बनकर काम कर रहा है।

विदेशी घुसपैठ के लिए नीतीश सरकार जिम्मेदार : प्रशांत

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इसपर कहा, चुनाव आयोग ने पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू की है। यदि वे बता रहे हैं कि यहां नेपाली और बांग्लादेशी हैं तो यह बड़ी चिंता की बात है। क्या चुनाव आयोग यह स्वीकार कर रहा है कि जिस निर्वाचक नामावली से लोकसभा का चुनाव हुआ, उसमें बड़ी संख्या में बांग्लादेशी या गैर कानूनी लोग शामिल थे? दूसरी बड़ी बात है कि यदि यह लोग बिहार में आकर रह रहे हैं तो बिहार में तो भाजपा-नीतीश की सरकार है, यह लोग कैसे रह रहे हैं? पुलिस प्रशासन क्या कर रहा है? नीतीश सरकार को जवाब देना चाहिए कि उनकी सरकार के रहते ऐसे लोगों को बिहार में आकर रहने, यहां की सुविधाओं का लाभ लेने, वोट देने का अधिकार कैसे मिल गया?

बीडीओ ने लगाया मतदाता पुनरीक्षण कार्य में प्रताडि़त करने का आरोप

कटिहार के बारसोई के प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिओम शरण ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कटिहार के जिलाधिकारी मनेष कुमार मीणा को पांच पन्नों का पत्र और अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने एसडीओ श्वेतम दीक्षित पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं कमर दर्द से जूझते हुए भी रोज 10 से 12 पंचायतों का दौरा करता हूं। डिजिटाइजेशन कैम्प का निरीक्षण करता हूं। बीएलओ, सुपरवाइजर से लेकर अपलोडिंग तक की जिम्मेदारी उठाता हूं। इसके बावजूद एसडीओ सर मुझे खुले आम कर्मचारियों के सामने अपमानित करते हैं। अपशब्द का प्रयोग करते हैं। कामचोर बता कर दबाव बनाते हैं। इतना ही डीएम को लिखे पत्र में बीडीओ हरिओम शरण ने लिखा कि प्रखंड और विधानसभा की इस कार्य की प्रगति पर निर्वाचन आयोग की ओर से गई वीसी में भी कोई नकारात्मक टिप्पणी नहीं की गई है। लेकिन, एसडीओ बार-बार मुझे डांट फटकार लगाते हैं। कहते हैं कि आप काम नहीं करते हैं। कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। इसके लिए डीएम सर और आयोग को कार्रवाई के लिए लिख देंगे। नौकरी चला जाएगा, तब पता चलेगा। बीडीओ ने कहा कि विगत कई दिनों से एप पर साइट काफी धीमी गति से काम कर रहा है। आयोग ने भी इसे स्वीकार किया। साथ पिछले दिनों 24 घंटे इंटरनेट सेवा बाधित रहने से भी फर्क पड़ा। लेकिन, इन सब चीजों का दोष भी एसडीओ सर ने मेरे ऊपर मढ़ दिया। कहा जाता है कि आपके कारण मतदाता पुनरीक्षण कार्य काफी धीमी गति से हो रहा है।

 

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