मोदी सरकार का समर्थन, एंटनी के बेटे ने छोड़ी कांग्रेस

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अनिल एंटनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का विरोध और मोदी सरकार का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि मुझपर ट्वीट को वापस लेने का दबाव बनाया गया। अनिल एंटनी ने कहा था कि भारतीय संस्थानों के मुकाबले ब्रिटिश प्रसारक के विचार को महत्व देने से देश की संप्रभुता प्रभावित होगी।
अनिल एंटनी ने कांग्रेस छोडऩे का ऐलान करते हुए ट्विटर पर लिखा, मैंने कांग्रेस से अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। मुझपर एक ट्वीट को वापस लेने के ‘असहिष्णुता’ से दबाव बनाया जा रहा था, वह भी उन लोगों की तरफ से जो अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खड़े होने की बात करते हैं, लेकिन मैंने इनकार कर दिया।
एक पत्र में अनिल एंटनी ने बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस नेतृत्व को घेरा और कहा, अब मुझे अच्छी तरह से पता चल गया है कि आप, आपके सहकर्मी और नेतृत्व के आसपास की मंडली केवल चापलूसों और चमचों के झुंड के साथ काम करने की इच्छुक है, जो आपके इशारे पर काम करते हैं। यह योग्यता का अकेला मानदंड बन गया है। दुख की बात है कि हमारे पास सामान्य आधार नहीं है।
अनिल एंटनी पार्टी की केरल इकाई के डिजिटल संचार का जिम्मा संभाल चुके हैं। उन्होंने ट्वीट किया, बीजेपी के साथ बड़े मतभेदों के बावजूद मुझे लगता है कि (भारत में) वे उस बीबीसी के विचारों को थोप रहे हैं, जिस सरकार प्रायोजित चैनल का (कथित भारत विरोधी) पूर्वाग्रहों का लंबा इतिहास रहा है। वे इराक युद्ध के पीछे का दिमाग रहे जैक स्ट्रॉ का समर्थन कर (भारतीय) संस्थानों पर एक खतरनाक मिसाल कायम कर रहे हैं। हमारी संप्रभुता को कमजोर कर रहे हैं। स्ट्रॉ 2002 में तत्कालीन ब्रिटिश विदेश मंत्री थे।
बता दें कि गोधरा दंगों पर बीबीसी की यह डॉक्यूमेंट्री दो भाग में है, जिसमें दावा किया गया है कि यह 2002 के गुजरात दंगों से संबंधित कुछ पहलुओं की पड़ताल पर आधारित है। 2002 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे।

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