मणिपुर में पुलिस चौकी पर हमला, हथियार और गोला-बारूद लूटा, एक पुलिसकर्मी की मौत
इंफाल। मणिपुर में पिछले 24 घंटे में हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं। कोउट्रुक हारोथेई और सेनजाम चिरांग में सुरक्षाकर्मियों और भीड़ के बीच फायरिंग हुई। जिसमें एक सुरक्षाकर्मी सहित 2 लोग घायल हो गए। बाद में एक की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, भीड़ ने बिष्णुपुर के कीरेनफाबी और थंगलावई में पुलिस चौकी पर हमला किया और हथियारों, गोला-बारूद का जखीरा लूट लिया। भीड़ द्वारा मणिपुर राइफल्स की एक बटालियन से हथियार छीनने की भी कोशिश की गई। जिसे नाकाम कर दिया गया। पुलिस ने बाद में कौट्रुक हिल रेंज में ऑपरेशन चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया है। हालांकि, ये बंकर किस समुदाय के हैं। इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है। बिष्णुपुर में मैतेई समुदाय की महिलाओं ने गुरुवार को बफर जोन को पार करने का प्रयास किया। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका। इस दौरान दोनों में झड़प हुई।
बिष्णुपुर में मैतेई समुदाय की महिलाओं ने गुरुवार को बफर जोन को पार करने का प्रयास किया। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका। इस दौरान दोनों में झड़प हुई।
3 अगस्त को बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों के बीच की सीमा पर फौगाकचाओ इखाई में 500-600 लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई। बिष्णुपुर के कांगवेई और फुगकचाओ में उपद्रवियों को संभालने के लिए आर्मी और क्र्रस्न ने आंसूगैस का इस्तेमाल किया। भीड़ में महिला और पुरुष दोनों शामिल थे। यहां कफ्र्यू में दी गई ढील अब बंद कर दी गई है। पिछले 24 घंटे में पूरे मणिपुर से 347 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियाँ स्थापित की गईं। पुलिस ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में उल्लंघन के सिलसिले में लगभग 1,047 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। हिंसा को 91 दिन बीत चुके हैं मगर हालात अभी भी सामान्य नहीं है। हिंसा में अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एक हजार से ज्यादा लोग घायल हैं।