अरविंद केजरीवाल ने PAC की बैठक, CM फेस पर सस्पेंस बरकरार !
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से रिहा होने के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है...
4PM न्यूज नेटवर्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से रिहा होने के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है। सीएम ने एक बड़ा ऐलान करते हुए सबको हैरान कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज से दो दिन बाद यानी मंगलवार 17 सितंबर को वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन सियासी हलचल तेज है। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? सीएम की रेस में आतिशी, सौरभ भारद्वाज और कैलाश गहलोत का नाम भी शामिल है
दिल्ली की सियासत में इन दिनों जोरदार उठा-पटक जारी है। एक तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आने का बाद अपने इस्तीफे के ऐलान कर चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के भीतर नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर लगातार मंथन जारी है। लिस्ट में कई नाम हैं जो केजरीवाल के भरोसेमंद बताए जाते हैं। अब मुहर किसके नाम पर लगेगी ये तो कल ही पता चलेगा।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की PAC की हुई बैठक
आपको बता दें कि सोमवार (16 सितम्बर) को दिल्ली में आम आदमी पार्टी की PAC की बैठक हुई है। बैठक बाद दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि कल इस्तीफा का ऐलान किया था। आज एलजी साहब से समय मांगा है, कल शाम का समय मिला है। सीएम केजरीवाल के आवास पर हो रही बैठक में मनीष ससोदिया, सौरभ भारद्वाज, आतिशी, राघव चड्ढा और कैलाश गहलोत समेत कई नेता शामिल हैं।
इसके साथ ही उन्होंने आप की बैठक के बाद मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इसमें आप के नेता और मौजूदा कैबिनेट के मंत्री मौजूद थे। उन्होंने सभी नेताओं से सीएम केजरीवाल ने वन-टू-वन फीडबैक लिया। कल विधायक दल की बैठक होगी। इस बैठक में सीएम के नाम पर फैसला होगा।
- आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की बैठक खत्म हो गई है।
- ये बैठक करीब एक घंटे चली, माना जा रहा है कि इस बैठक में दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हुई।
महत्वपूर्ण बिंदु
- AAP नेता और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि अगले 1-2 दिन में दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री तय हो जाएगा।
- विधायक दल की बैठक होगी जिसमें किसी एक को चुन लिया जाएगा।
- अरविंद केजरीवाल को सत्ता का मोह नहीं है उन्हें अपनी इज्जत सबसे ज्यादा प्यारी है।