चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही कांग्रेस ने शुरू किया ‘संविधान बचाओ’ अभियान!

भले ही इन दिनों केंद्र में भाजपा की सरकार हो लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही भाजपा की मानों उल्टी गिनती शुरू हो गई हो। ऐसा हो भी क्यों न दरअसल भाजपा  जहां लोकसभा चुनाव से पहले 400 पारा का नारा दे रही थी। वहीं चुनावी परिणाम आने के बाद भाजपा की बोलती बंद हो गई। लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर हम विपक्षी इंडिया गठबंधन की बात करें तो इस बार के चुनाव में गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया। भाजपा को चुनावी नतीजों के साथ मुंह की खानी पड़ी। अब तो आलम ये है कि विपक्ष भाप को जमकर घेर रही है। वहीं अब आगामी विधानसभा चुनाव की बात करें तो इसे लेकर विपक्ष ने अभी से ही मजबूती बनानी शुरू कर दी है। बता दें कि महाराष्ट्र, झारखंड जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर तो तैयारियां चल ही रही हैं साथ ही आने वाले साल में होने वाले चुनाव को लेकर भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जी हाँ हम बात कर रहे हैं दिल्ली की। राजधानी दिल्ली की सत्ता पर सभी दलों की नजर बनी हुई है। एक तरफ जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद  केजरीवाल जेल में हैं। वहीं आप की तरफ से मोर्चा संभालने के लिए  पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल से बाहर  हैं और पार्टी को मजबूती दिलवाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.

वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की अगर हम बात करें तो कांग्रेस ने भी दिल्ली को साधने के लिए खास प्लान तैयार कर लिया है। न सिर्फ दिल्ली बल्कि दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए सक्रिय है। ऐसे में कांग्रेस SC विभाग ने दिल्ली में संविधान रक्षक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि 100 दिन में पूरे देश भर में संविधान रक्षक अभियान कांग्रेस पार्टी करेगी। पूरे देशभर में 3 लाख संविधान रक्षक बना दिए गए है। दिल्ली की 70 विधानसभा क्षेत्र में जाकर संविधान रक्षक बनाए जायेंगे। वहीं कांग्रेस ने चुनावी राज्य हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में भी संविधान रक्षक बनाने की शुरुआत कर दी है।इस दौरान उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश जिन्हे हमारे साथ आजादी मिली उन सभी में उथल-पुथल है लेकिन हमारे देश में ऐसा नही है क्योंकि हमारा संविधान बहुत मजबूत है। कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि 2 चुनाव जीतने के पहले भाजपा के नेता बयान दिया करते थे कि वो संविधान बदल देंगे। लेकिन हमारा संविधान बराबरी की जो मजबूती देता है उस मजबूती को खत्म करना काफी मुश्किल है। राहुल गांधी जब इस संविधान को दिखा कर के चुनाव में गए तो उसका मतलब था की हम संविधान की रक्षा करेंगे और ये संविधान हमारे देश के लोकतंत्र की रक्षा करता है इन दोनो बातों को आगे बढ़ा रहे है।

संविधान रक्षक कार्यक्रम में मौजूद देवेंद्र यादव ने कहा कि संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। यही हमें अन्य देशों से अलग करता है। भाजपा पिछले दो चुनावों से इसी संविधान को बदलना चाह रही है। इसीलिए इसकी रक्षा करना जरूरी है। राहुल गांधी की सोच भी ऐसी ही है। न सिर्फ कांग्रेस बल्कि आप भी आगामी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है।  भले ही आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हों लेकिन आप आगामी चुनाव के लिए एक्टिव मोड में नजर आ रही है। दरअसल इसकी भी एक वजह है, जब से दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल से बहार आये हैं पार्टी को आएगी बढ़ाने की कवायद में जुट गए हैं। दरअसल दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पदयात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान वह लोगों से मुलाकात भी करेंगे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस पदयात्रा से न सिर्फ आगामी चुनाव पर असर पडेगा बल्कि आप को और भी मजबूती मिलेगी। वहीं इसी विषय पर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि रणनीति के मुताबिक बुधवार को पहली पदयात्रा ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र से शुरू होनी थी। किन्हीं कारणों से यह पदयात्रा नहीं हो पाई। भारद्वाज ने दावा करते हुए कहा कि पदयात्रा के लिए पुलिस विभाग से अनुमति मांगे जाने पर विभाग की तरफ से यह सुझाव आया, क्योंकि स्वतंत्रता दिवस का माहौल है, इसलिए सुरक्षा के नजरिये से इस पदयात्रा को आगे बढ़ाना बेहतर होगा। ऐसे में पुलिस द्वारा दिए गए सुझाव को ध्यान में रखते हुए सिसोदिया अब स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन से पदयात्रा शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि समय और स्थान वही रहेगा।

भले ही अभी दिल्ली में विधनसभा चुनाव होने में समय हो लेकिन, दिल्ली में समय से पहले विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच आम आदमी पार्टी ने तैयारियां तेज कर ली हैं। वैसे तो पार्टी ने समय से पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने की बात को सिरे से नकार दिया है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पार्टी में मेरी भूमिका क्या रहेगी। इसकी चर्चा पार्टी नेताओं के निर्णय के बाद होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसका निर्णय करेंगे। फिलहाल अभी हमने निर्णय लिया है कि मैं लोगों के बीच गली गली जाऊंगा। मैं पदयात्रा करूंगा। मुझे किसी भी पद की कोई इच्छा नहीं है। बता दें कि जिस तरह से चुनावी माहौल बनाने के लिए विपक्ष पहले से ही तैयारियों को जुट गया है। इससे एक बात तो तय है कि भाजपा को इस बार विधानसभा के चुनाव में भी पठखनी मिलने वाली है। लोसकभा की तरह विधानसभा में भी अगर इंडिया गठबंधन एकता के साथ चुनाव लड़ता है तो भाजपा को कई राज्यों से भी हाथ धोना पड़ सकता है। फिलहाल के लिए इस खबर में  इतना ही तब तक के लिए देखते रहिये 4PM न्यूज़ नेटवर्क धन्यवाद।

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