प्रधानमंत्री के वार पर अशोक गहलोत का पलटवार, राजस्थान के स्वाभिमान को चोट पहुंचाई

जयपुर। राजस्थान में जारी राजनीतिक वार-पलटवार के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है। जयपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ के सीएम को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए, उससे राजस्थान की भावनाएं आहत हुई हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 27 जुलाई की तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीकर आ रहे हैं। किसानों का सम्मेलन करने के लिए वो आ रहे हैं। मार्केटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कोई नहीं कर सकता।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं जा सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी और मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मैंने पहली बार देखा है कि कोई प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कर्नाटक, राजस्थान और अन्य जगहों का दौरा कर रहे हैं लेकिन मणिपुर का नहीं। गहलोत ने कहा कि मणिपुर में उनकी सरकार है, सोचिए अगर कांग्रेस वहां सत्ता में होती तो वे क्या-क्या कहते। भाजपा पर हमला बोलते हुए गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार पर वे रटा-रटाया आरोप लगाते हैं। महिलाओं की स्थिति पर उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े हमारे पास भी हैं। इसी को घुमा फिराकर झूठ भाजपा नेता बताते हैं।
राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान के मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के सवाल पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह हमारी पार्टी का अंदरूनी मामला है और इस पर हम अपने हिसाब से चर्चा करते हैं। आपको बता दें कि राजस्थान में शहरी और ग्रामीण इलाकों में साल में 125 दिन रोजगार तथा बुजुर्गों एवं दिव्यांगों को हर महीने न्यूनतम एक हजार रूपए की पेंशन की गारंटी देने वाला विधेयक शुक्रवार को विधानसभा में पारित किया गया था। इसी को लेकर गहलोत की यह प्रेस वार्ता थी। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसी वजह से राजनीति भी जबरदस्त तरीके से जारी है।

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