भाजपा व मोदी केजरीवाल को खत्म करना चाहते हैं: आतिशी

बोलीं- पीएम जानते हैं उन्हें सिर्फ अरविंद केजरीवाल ही दे सकते हैं चुनौती

कल सीएम के निजी सचिव के घर 16 घंटे हुई छापेमारी पर उठाए सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीछे ईडी लगातार लगी हुई है। ईडी और आप के बीच ये खेल लगातार जारी है। इसको लेकर आम आदमी पार्टी लगातार ईडी व केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर भी रही है। अब एक बार फिर दिल्ली की केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने प्रेस वार्ता करते हुए प्रवर्तन निदेशालय पर निशाना साधा है।
आतिशी ने कहा कि ईडी ने कल अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव के घर 16 घंटे तक छापेमारी की। 16 घंटे में ईडी को छापेमारी में क्या मिला। ईडी ने केस तक नहीं बताया। ईडी ने सारे दिखावे खत्म कर दिए हैं और अपना असली रूप सामने रख दिया है कि जो छापे पड़ रहे हैं और जो समन आ रहे वो सिर्फ और सिर्फ एक बात दिखाती है कि ये अरविंद केजरीवाल के खिलाफ साजिश है। केजरीवाल छापेमारी से नहीं डरेंगे। यह दिल्ली सीएम के खिलाफ साजिश है।
आप नेता ने कहा कि 16 घंटे की छापेमारी के बाद ईडी ने मुख्यमंत्री के निजी सचिव के दो जीमेल अकाउंट डाउनलोड कर लिए। फिर उन्होंने सीएम के निजी सचिव और उनके परिवार के तीन मोबाइल फोन ले लिए। ये था 16 घंटे का ईडी का छापा। पीएम मोदी जानते हैं कि अगर कोई नेता है जो उन्हें चुनौती दे सकता है और उनके खिलाफ आवाज उठा सकता है, तो वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं।

भाजपा के विरोधियों को खत्म करने के लिए हो रहा ईडी का इस्तेमाल

समन का जवाब नहीं देने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी की शिकायत पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होने पर दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि भाजपा और पीएम मोदी अरविंद केजरीवाल को खत्म करना चाहते हैं। अब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि बिना किसी मामले या ईसीआईआर के छापे मारे जा रहे हैं। क्या यह प्रमुख जांच एजेंसी है? आज, ईडी का इस्तेमाल केवल भाजपा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने के लिए किया जा रहा है और अरविंद केजरीवाल इस सूची में नंबर एक पर हैं।

आतिशी ने लगाया था ईडी पर सुबूत मिटाने का आरोप

इससे पहले आतिशी ने मंगलवार को भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उन्होंने तथाकथित आबकारी घोटाले के मामले में ईडी पर सुबूत मिटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज से ऑडियो हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा थे कि बिना ऑडियो के गवाहों के बयान सही व गलत होने के साथ-साथ उनकी गवाही से मेल खाने पर सवाल उठेगा। दरअसल, ईडी की पूरी जांच ही फर्जी है। ईडी जांच नहीं कर रही है, बल्कि उसकी जांच में ही घोटाला है।

जयंत चौधरी हमारे साथ हैं और आगे भी रहेंगे: शिवपाल

आरएलडी के भाजपा के साथ जाने की खबरों को सपा नेता ने बताया अफवाह
11 फरवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे सपा के विधायक

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया ब्लॉक से राष्ट्रीय लोकदल से अलग होने की चर्चा है। चर्चाएं हैं कि जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो सकते हैं। लेकिन अब जयंत के एनडीए में शामिल होने के बीच समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव ने दावा किया है कि जयंत चौधरी हमारे साथ हैं। सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आरएलडी की गठबंधन की फर्जी अफवाह बीजेपी चला रही है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। आरएलडी हमारे साथ है और आगे चुनाव में भी हमारे साथ ही रहेगी। हम लोग मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी को हराएंगे।
वहीं 11 फरवरी को विधायकों को अयोध्या ले जाने पर भी शिवपाल ने कहा कि सपा के विधायक वहां नहीं जाएंगे। उस दिन जाने का कोई विशेष महत्व नहीं है, पहले बात निमंत्रण की थी जो हमें नहीं मिला था। अब हम अपनी सुविधा से जाएंगे।

सपा-आरएलडी का अटूट गठबंधन : नरेश उत्तम

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने आरएलडी के मुद्दे पर कहा कि आरएलडी और सपा का गठबंधन अटूट है। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर सब अफवाहें हैं। राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी का गठबंधन अटूट है। हमारा उनका विचार मिलता है हमें पूरा भरोसा है। वह और हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी के पास तोडऩे-फोडऩे और अफवाह फैलाने के अलावा कुछ नहीं है।

जयंत को कुछ नहीं मिलने वाला: खन्ना

इस बीच आरएलडी से गठबंधन पर योगी सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि उन्हें मालूम है कि उन्हें कुछ नहीं मिलने वाला है। खन्ना ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि उनके जो सरगना है वह आज कहां आ गए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, आप समझ सकते है, उन्हें मालूम है कि उन्हें कुछ नहीं मिलने वाला है, इस बार सभी 80 सीटें बीजेपी जीतने वाली है।

गृह मंत्रालय की सुरक्षा में सेंधमारी का प्रयास

फर्जी दस्तावेज के सहारे घुसा युवक, पुलिस ने किया गिरफ्तार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्रालय की सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया है। गृह मंत्रालय में एक युवक फर्जी दस्तावेज के सहारे घुस गया। दिल्ली पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उसे संयुक्त रूप से पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने की पुलिस ने फर्जी पहचान पत्र पर नार्थ ब्लाक स्थित गृह मंत्रालय के ऑफिस में घुसने की कोशिश करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम आदित्य प्रताप सिंह है।
बताया जा रहा है कि आदित्य किस मकसद से फर्जी आईडी पर घुसा इसकी पुलिस जांच कर रही है। लेकिन फिलहाल इसका कोई टेरर एंगल नहीं पता चला है। जानकारी के मुताबिक, ये किसी से जालसाजी करने के इरादे से अंदर घुसा था। आरोपी से स्पेशल सेल और अन्य एजेंसियां भी पूछताछ कर चुकी है।

लोकसभा की सुरक्षा में हुई थी चूक

लोकसभा में बीते साल 13 दिसंबर को दो युवक दर्शक दीर्घा से डेस्क पर कूदे और कलर स्मॉग निकालने लगे। इस दौरान पूरे हॉल में धुंआ हो गया। वहीं, उनके साथी भी संसद के बाहर इसी तरह का प्रदर्शन कर लगे। आरोपियों ने जांचकर्ताओं को बताया था कि उनका मकसद मणिपुर हिंसा, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करना था। इस मामले में कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

मैं वीर झारखंडी योद्धा की जीवनसाथी हूं: कल्पना

शादी की 18वीं सालगिरह पर हेमंत सोरेन की पत्नी का संदेश
बोलीं- मुस्कुराते हुए संघर्ष में पति को शक्ति दूंगी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रांची। झारखंड में मची सियासी गहमागहमी के बीच आज झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की शादी को 18 साल हो गए हैं। लेकिन इस बार हेमंत अपनी शादी की सालगिरह पर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ नहीं हैं। वो कथित जमीन घोटाले में ईडी द्वारा हुई गिरफ्तारी के बाद जेल में हैं। ऐसे में सालगिरह के मौके पर हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने पति का साहस बनने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह योद्धा की पत्नी हैं और इसलिए मुस्कुराते हुए संघर्ष में पति को शक्ति देंगी।
इन दिनों पति का सोशल मीडिया अकाउंट संभाल रहीं कल्पना सोरेन ने हेमंत सोरेन के एक्स हैंडल पर एक खास संदेश लिखा। उन्होंने कहा, झारखंड के अस्तित्व और अस्मिता की रक्षा के लिए हेमंत जी ने झुकना स्वीकार नहीं किया। उन्होंने षड्यंत्र से लडऩा और उसे हराने के लिए अपने आप को समर्पित करना बेहतर समझा। आज हमारी शादी की 18वीं सालगिरह है, पर हेमंत जी परिवार के बीच नहीं हैं। बच्चों के साथ नहीं हैं।

‘शीघ्र ही षड्यंत्र को हराकर विजेता बनकर आएंगे हेमंत’

कल्पना ने आगे लिखा कि विश्वास है वो इस षड्यंत्र को हरा विजेता बनकर हम सभी के साथ शीघ्र होंगे। मैं एक वीर झारखंडी योद्धा की जीवन साथी हूं। आज के दिन मैं भावुक नहीं होऊंगी। हेमंत जी की तरह ही विषम परिस्थितियों में भी मुस्कुराते हुए उनके साहस और संघर्ष की शक्ति बनूंगी। कल्पना ने पति के साथ एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह खाना पकाने की तैयारी करती दिख रही हैं।

सीएम चंपई ने भी दी हेमंत-कल्पना को शुभकामनाएं

झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भी हेमंत और कल्पना सोरेन को शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जाहिर की कि वह जल्द विजेता बनकर लौटेंगे। चंपाई ने लिखा कि हेमंत बाबू और कल्पना बेटी को शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से आप दोनों के उत्तम स्वास्थ्य एवं खुशहाल जीवन की कामना करता हूं। बहुत कम लोग होते हैं जो समझौते की आसान राह की जगह, संघर्ष का कठिन रास्ता चुनते हैं। मरांग बुरू से प्रार्थना है कि आप इस विषम परिस्थिति से पार पाकर, एक विजेता की तरह हम सभी के बीच शीघ्र लौटें।

यूसीसी बिल पर ओवैसी ने उठाये सवाल

एआईएमआईएम चीफ ने कहा- यूसीसी बिल एक हिंदू कोड के अलावा और कुछ नहीं
उत्तराखंड की धामी सरकार ने सोमवार को विधानसभा में पेश किया था समान नागरिक संहिता बिल

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। उत्तराखंड की धामी सरकार ने मंगलवार 6 फरवरी को विधानसभा में समान नागरिक संहिता विधेयक पेश कर दिया। तमाम मुस्लिम संगठनों ने इस विधेयक पर विरोध जताया है। अब एआईएमआईएम पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी उत्तराखंड सरकार द्वारा पेश किए गए यूसीसी विधेयक पर सवाल उठाए हैं। ओवैसी ने कहा कि उत्तराखंड यूसीसी बिल सभी के लिए लागू एक हिंदू कोड के अलावा और कुछ नहीं है।
असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि हिंदू अविभाजित परिवार को छुआ नहीं गया है। क्यों? यदि आप उत्तराधिकार और विरासत के लिए एक समान कानून चाहते हैं, तो हिंदुओं को इससे बाहर क्यों रखा गया है? क्या कोई कानून एक समान हो सकता है यदि वह आपके राज्य के अधिकांश हिस्सों पर लागू नहीं होता है?

अनुच्छेद 25 और 29 का उल्लंघन: ओवैसी

एआईएमआईएम सांसद ने कहा कि यूसीसी में अन्य संवैधानिक और कानूनी मुद्दे भी हैं। आदिवासियों को बाहर क्यों रखा गया है? यदि एक समुदाय को छूट दे दी जाए तो क्या यह एक समान हो सकता है? अगला सवाल मौलिक अधिकारों का है। मुझे अपने धर्म और संस्कृति का पालन करने का अधिकार है, यह विधेयक मुझे एक अलग धर्म और संस्कृति का पालन करने के लिए मजबूर करता है। हमारे धर्म में विरासत और विवाह धार्मिक प्रथा का हिस्सा हैं, हमें एक अलग प्रणाली का पालन करने के लिए मजबूर करना अनुच्छेद 25 और 29 का उल्लंघन है।

हिंदू अविभाजित परिवार को क्यों बाहर रखा गया

ओवैसी ने आगे कहा कि बहुविवाह, हलाला, लिव-इन रिलेशनशिप चर्चा का विषय बन गए हैं। लेकिन कोई यह नहीं पूछ रहा कि हिंदू अविभाजित परिवार को क्यों बाहर रखा गया है। कोई नहीं पूछ रहा कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी। सीएम के मुताबिक, बाढ़ से उनके राज्य (उत्तराखंड) को 1000 करोड़ का नुकसान हुआ। 17000 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई और फसल के नुकसान का अनुमान 2 करोड़ से अधिक था। उत्तराखंड की वित्तीय स्थिति खराब है, इसलिए धामी को इसे (हिंदू अविभाजित परिवार) सामने रखना चाहिए था।

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