चारों ओर से बीजेपी पर प्रहार

  • सरकार बने अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ मुश्किलों में आया एनडीए
  • नीट पेपर मामले में कोर्ट से लेकर विपक्ष तक हमलावर
  • भाजपा की हार पर संघ के बयान से मचा सियासी घमासान
  • कर्नाटक में बीजेपी नेता येदियुरप्पा पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। एनडीए सरकार बने अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ है और बीजेपी पर मुश्कि लें आना शुरू हो गई हैं। जहां उस पर राजनीतिक हमले हो रहे हैं वहीं उसके नेताओं पर भी कई केस दर्ज हो रहे हैं। साथ ही नीट मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी उस पर कई प्रहार हो रहे हैं। दरअसल, बीजेपी के हार पर संघ प्रमुख व अन्य वरिष्ठों  द्वारा पीएम मोदी पर हमले के बाद विपक्षी दलों ने भी भाजपा को घेरना शुरू कर दिया। यूबीटी, कांग्रेस व राजद ने जमकर हमला बोलते हुए कहा है कि जनता ने तो अंहकार को नकारा ही अब संघ ने भी उनको आइना दिखा दिया है। उधर नीट पेपर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा मंत्रालय के एजेंसी एनटीए को धांधली मामले में नोटिस भेजा है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा पर पोक्सो एक्ट में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

आरएसएस ही तोड़ सकती है भाजपा का अहंकार : राउत

शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने बीजेपी के अहंकार को रोक दिया है। लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है। संजय राउत ने भाजपा पर 30 से अधिक लोकसभा सीटों पर चुनाव अधिकारियों को डरा-धमकाकर चुनाव जीतने का आरोप लगाया है। यह मामला कोर्ट में जाएगा। राउत ने आगे कहा, बीजेपी बुरी तरह से हार गई। मोदी और अमित शाह हार गए हैं। वाराणसी में नरेंद्र मोदी हार गए हैं। भगवान सब जगह हैं। आप अयोध्या, चित्रकूट और प्रभु राम की भूमि नासिक, रामेश्वरम और रामटेक में हारे। जहां-जहां भगवान श्रीराम रहे, वहां सभी पवित्र भूमि पर अहंकार का पराभव हुआ है। संजय राउत ने कहा रावण अहंकारी था। इसलिए भगवान श्रीराम ने उसका वध किया। आज वही अहंकार राम के नाम पर चल रहा था। इसे जनता ने रोक दिया है। मगर पूरी तरह से पराजित नहीं हुआ है, वो काम आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) को करना पड़ेगा।

रामद्रोही कोई नहीं, संघ ने आधा सच कहा : मनोज झा

राष्टï्रीय जनता दल (राजद) के सांसद ने इंद्रेश कुमार के बयान की निंदा की है। मनोज झा ने कहा कि अभी वॉर ऑफ पोजिशन चल रहा है, इंद्रेश जी को एक बात कहना चाहता हूं कि रामद्रोही कोई नहीं है, मर्यादापुरूषोत्तम के चरित्र को मानते हैं जो बापू मानते थे, बाकि होइहे वही जो राम रचि राखा। मनोज झा ने इंद्रेश के बयान पर कहा, उन्होंने आधा सच कहा है, मैं 241 सीट वाली बात समझ सकता हूं, आप 234 सीटें जीतने वालों को राम द्रोही नहीं कह सकते, भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। इंद्रेश जी, आपको इसका अंदाजा नहीं है, एक जेब में महात्मा गांधी की फोटो और दूसरी जेब में नाथूराम गोडसे की फोटो, ऐसे नहीं चलता। भारतीय लोकतंत्र जीवंत है, यह आपको 241 से 2 सीटों तक पहुंचा सकता है। इसलिए इस लोकतंत्र में अहंकार, मैं मुजरा और भैंस चोर ये सब मत करिए।

पॉक्सो एक्ट में येदियुरप्पा को अरेस्ट किया जाएगा : परमेश्वर

कर्नाटक के गृहमंत्री परमेश्वर ने शक्रवार (14 जून) को कहा कि यौन उत्पीडऩ के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी किया गया है और पुलिस पोस्को मामले में पूछताछ के लिए भाजपा नेता को लाने के लिए तैयार है। येदियुरप्पा के लिए वारंट जारी किया गया है। पुलिस उन्हें 16 जून को अपने साथ लाएगी और मामले से जुड़ी सभी जानकारी हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पॉक्सो एक्ट में येदयुरप्पा को अरेस्ट किया जाएगा। हालांकि गिरफ्तारी की कार्रवाई सीआईडी की टीम ही करेगी। 81 साल के येदयुरप्पा के खिलाफ 14 मार्च 2024 को 17 साल की नाबालिग लड़की की मां ने केस दर्ज कराया था।

एनटीए को जारी हुआ ‘सुप्रीम’ नोटिस

  • शीर्ष अदालत ने टेस्टिंग एजेंसी से मांगा जवाब
  • पेपर लीक और अनियमितताओं से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नर्ई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (14 जून) को नीट एग्जाम के कथित पेपर लीक और अनियमितताओं से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर नीट एग्जाम करवाने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को नोटिस जारी कर उससे जवाब मांगा है। कोर्ट ने एनटीए की तरफ से दायर याचिकाओं पर जिन छात्रों की याचिका अलग-अलग हाईकोर्ट में लंबित है, उनको नोटिस जारी कर भी जवाब मांगा है। अदालत ने कहा है कि एनटीए का जवाब जानना जरूरी है। शीर्ष अदालत ने कहा कि जवाब दाखिल किए जाने के बाद अब इस मामले पर अगली सुनवाई 8 जुलाई को की जाएगी।

भावनात्मक दलील से पहले एनटीए का जवाब देखना जरूरी : अदालत

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील का कहना था कि ये मामला 24 लाख छात्रों के भविष्य से जुड़ा हुआ है। ऐसे में अदालत को इस पर जल्द सुनवाई करनी चाहिए। इस पर शीर्ष अदालत ने कहा कि हम इसकी गंभीरता को समझते हैं। वकील ने छात्रों के सुसाइड का भी जिक्र किया। ये सुनकर अदालत ने कहा कि ऐसी भावनात्मक दलील मत रखिए, कानून की प्रक्रिया का पालन करते हुए एनटीए का जवाब देखना जरूरी है।

कई शहरों में छात्रों का प्रदर्शन

नीट एग्जाम के कथित पेपर लीक को देश के कई प्रमुख शहरों में प्रदर्शन देखने को मिले हैं। जहां दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों ने पेपर लीक का विरोध किया, वहीं कोलकाता के विकास भवन के बाहर भी प्रदर्शन देखने को मिला। छात्रों के एक ग्रुप ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया।

सरकार ने लीक की बात को नकारा

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अभी तक नीट एग्जाम में किसी तरह की कोई गड़बड़ी, भ्रष्टाचार या पेपर लीक होने का ठोस सबूत नहीं मिला है, इससे जुड़े सभी फैक्ट्स सुप्रीम कोर्ट के समक्ष हैं और अभी विचाराधीन हैं, भ्रम फैलाने के प्रयास से इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है.।

कुवैत से 45 भारतीयों के शव लेकर कोच्चि पहुंचा विमान

  • भीषण आग हादसे में कई लोगों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोच्चि। कोच्चि एयरपोर्ट पर शुक्रवार सुबह मौत सा सन्नाटा पसरा रहा। कुवैत से जैसे ही 45 भारतीयों के शव लेकर वायुसेना का विशेष विमान लैंड हुआ, हर आंख नम हो गई। मरने वालों के परिजन सुबह से ही एयपोर्ट पर मौजूद थे। केरल सरकार के मंत्री, आला अधिकारी और भारी संख्या में पुलिस बल भी एयरपोर्ट पर मौजूद था। भारतीय वायुसेना के सी-130 जे परिवहन विमान से 31 भारतीयों के पार्थिव शरीर को कोच्चि में उतारा गया। यहां से शवों को उनके गृह नगर के लिए रवाना कर दिया गया। आग की घटना में मारे गए मारे गए 31 मृतकों में से केरल के 23, तमिलनाडु के 7 और कर्नाटक का एक व्यक्ति शामिल है। उत्तर भारत के शवों को लेकर विमान शाम तक दिल्ली पहुंचेगा।

कांग्रेस ने केरल के स्वास्थ्य मंत्री को कुवैत जाने की अनुमति न देने पर केंद्र की आलोचना की

केरल में विपक्षी कांग्रेस ने खाड़ी देश में आग की दुखद घटना से प्रभावित मलयाली लोगों के लिए राहत प्रयासों में समन्वय करने के वास्ते राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज को कुवैत जाने की अनुमति देने से इनकार करने के केंद्र के फैसले की शुक्रवार को आलोचना की। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य की स्वास्थ्य मंत्री को कुवैत जाने की अनुमति नहीं दी गई। राज्य सरकार का एक प्रतिनिधि राहत प्रयासों के बेहतर समन्वय में मदद करता। राज्य का प्रतिनिधि भी केंद्र सरकार को राहत प्रयासों में मदद करने में सक्षम होता।

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