बारामती का मुकाबला हुआ दिलचस्प, सुनेत्रा-सुप्रिया में कड़ी टक्कर!

लोकसभा चुनाव के बीच महाराष्ट्र में सियासी पारा अपने चरम पर है... और पहले फेज का मतदान हो चुका है... अब दूसरे फेज के लिए सियासी हलचल तेज हो गई है... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव के बीच महाराष्ट्र में सियासी पारा अपने चरम पर है…. पहले फेज का मतदान हो चुका है… वहीं अब दूसरे फेज के लिए सियासी हलचल तेज हो गई है…. सियासी पार्टियां दूसरे चरण के मतदान को लेकर अपने उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभाएं कर रही है… और जनता से वोट मांग रही है… इस बीच महाराष्ट्र के बारामती सीट को लेकर फिर से चर्चा शुरू हो गई है… बारामती सीट इस  लोकसभा चुनाव में और दिलचस्प हो गई है… क्योंकि इस सीट से पवार परिवार के दो लोग आमने-सामने चुनाव मैदान में है… जिसके चलते बारामती का मुकाबला दिलचस्प हो गया है…. बता दें लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी तापमान बढ़ा है… जनता देश की राजनीति को समझ चुकी है… अब फैसला जनता को करना है…. वहीं पहले चरण के संपन्न होने के बाद से सभी पार्टियां अपने-अपने जीत का दावा कर रही है…. वहीं महाराष्ट्र में बयानबाजी अपने चरम पर है…. और सत्ताधारी पार्टी को सभी दल घेर रहे है… आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है… जिसको देखते हुए राजनीति गहमागहमी जोरों पर है… बारामती सीट को लेकर पवार परिवार की बहु सुनेत्रा पवार अपनी जीत के लिए जनता के बीच में पहुंच रही है… और जनता को साधने के लिए वादे कर रही है… वहीं इस दिलचस्प सीट का क्या परिमान निकलकर सामने आता है… यह आने वाला वक्त तय करेगा….

आपको बता दें कि बारामती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित है… इसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सबसे बड़े गढ़ के रूप में जाना जाता है…. और पिछले पैंतीस साल से इस सीट पर पवार परिवार का कब्जा रहा है…. बता दें कि बारामती सीट पर दस बार परिवार फैमिली ने जीत दर्ज की है… बारामती लोकसभा क्षेत्र पर उन्नीस सौ छियानवे से पवार का दबदबा रहा है…. इस सीट से शरद पवार चार बार…. और उनकी बेटी तीन बार और भतीजे अजित पवार एकबार सांसद रह चुके हैं…. वर्तमान में भी इस सीट से सांसद सुप्रिया सुले ही हैं…. और इस बार सुप्रिया सुले को टक्कर देने के लिए उनकी भाभी ही चुनावी मैदान में उतर आई है…. जिसको देखते हुए मुकाबला और दिलचस्प होता जा रहा है….

आपको बता दें कि दोहजार चार के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के बारामती संसदीय क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शरद पवार ने जीत हासिल की थी…. और उन्हें कुल छः लाख चौंतीस हजार पांच सौ पचपन वोट मिले थे…. और उन्होंने अपने विपक्षी नेता को बड़े अंतर से मात दिया था… जिसके बाद दो हजार नौ के लोकसभा चुनाव में शरद पवार ने इस सीट से अपनी बेटी सुप्रिया सुले को उम्मीदवार बनाया था…. लोकसभा चुनाव दो हजार नौ में बारामती सीट से सुप्रिया सुले ने जीत दर्ज की…. और उन्हें कुल चार लाख सत्तासी हजार आठ सौ सत्ताइस वोट मिले… वहीं उनको चुनवी रण में टक्कर दे रहें बीजेपी के उम्मीदवार कांता जयसिंग नलवाडे कुल एक लाख पचास हजार नौ सौ छियानबे वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे…. बता दें कि सुप्रिया सुले ने बीजेपी के उम्मीदवार को तीन लाख छत्तीस हजार आठ सौ इकतीस वोटों के अंतर से जीत हासिल की…. जो कुल वोटों का पैंतालीस दशमलव आठ जीरो फीसदी था….

वहीं दो हजार चौदह के लोकसभा चुनाव में एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने दूसरी बार इस सीट से जीत हासिल की…. और उन्हें अड़तालीस दशमलव अट्ठासी फीसदी वोट शेयर के साथ पांच लाख इक्कीस हजार पांच सौ बासठ वोट मिले…. वहीं बीजेपी-शिवसेना गठबंधन द्वारा समर्थित राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएपीएस) के उम्मीदवार महादेव जगन्नाथ जानकर को चार लाख इक्यावन हजार आठ सौ तैंतालीस वोट मिले…. और वह उपविजेता रहे…. वहीं सुप्रिया सुले ने जानकर को उनहत्तर हजार सात सौ उन्नीस वोटों के अंतर से हराया…. बता दें कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुरेश खोपड़े छब्बीस हजार तीन सौ छियानबे वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे….

आपको बता दें कि दो हजार उन्नीस में मोदी लहर के वावजूद लोकसभा चुनाव में एनसीपी उम्मीदवार और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने एक लाख पचपन हजार सात सौ चौहत्तर वोटों के अंतर से लगातार तीसरी बार सीट जीती…. और उन्हें बावन दशमलव पांच तीन फीसदी वोट शेयर के साथ छः लाख छियासी हजार सात सौ चौदह वोट मिले…. वहीं मोदी की तगड़ी लहर के चलते भी उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार कंचन राहुल कुल को हरा दिया….. बता दें कि बीजेपी उम्मीदवार कंचन राहुल कुल को पांच लाख तीस हजार नौ सौ चालीस वोट मिले थे… जो कुल मतदान का चालीस दशमलव छः एक फीसदी था…वहीं प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के उम्मीदवार नवनाथ पडलकर को चौव्वालीस हजार एक सौ चौंतीस वोट मिले थे… जो कुल वोट शेयर का तीन दशमलव तीन आठ फीसदी था…. और नवनाथ चौव्वालीस हजार एक सौ चौंतीस वोट पाकर तीसरे स्थान पर थे…

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में अब ये लड़ाई दिलचस्प हो गई है…. क्योंकि एनसीपी जो कभी साथ लड़ती थी…. अब वो अलग होकर दो गुटों में बंट चुकी है…. कभी उनके भाई अजित पवार सुप्रिया सुले के चुनावी कैंपेन किया करते थे… वो आज उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं… शरद पवार ने इस सीट से सुप्रिया सुले को उम्मीदवार बनाया है… तो अजित पवार ने भी इसकी काट के लिए अपनी पत्नी को ही चुनावी मैदान में खड़ा कर दिया….. जिसको देखते हुए अब यहां से मुकाबला दिलचस्प हो गया…. क्योंकि अब ये मुकाबला पवार बनाम पवार का बन गया है…. जहां सुप्रिया सुले सीधा अपनी भाभी सुनेत्रा पवार से टकराएंगी….. अब इस सीट पर सुप्रिया सुले जीत की हैट्रिक लगाएंगी या सुनेत्रा पवार कोई बड़ा खेला करेंगी इसका खुलासा 4 जून को ही होगा…..

वहीं लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शरद पवार भी एक्टिव हो गए है… और अपने उम्मीदवारों के समर्थन में जनता के बीच में पहुंच रहे है… और अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे है… इसी बीच शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया है…. और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि हमें दूसरा पुतिन नहीं चाहिए…. वहीं शरद पवार ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में मोदी के रूप में नया पुतिन बनाया जा रहा है…. जिसको लेकर पवार ने कहा कि उन्होंने बहुत सारे नेताओं को काफी करीब से देखा…. पंडित जवाहर लाल नेहरू के भाषण नए भारत बनाने पर आधारित थे…. लेकिन मौजूदा प्रधानमंत्री का भाषण सुनें…. इसमें दृष्टिकोण का आभाव होता है…. और जनता को भटकाने के लिए पीएम मोदी के द्वारा अनर्गल बाते की जा रही है… जनता को मुद्दे से भटकाया जा रहा है…. पीएम मोदी के द्वारा एक समाज के लोगों को टारगेट किया जा रहा है…. देश में आपसी भेदभाव का संदेश फैलाया जा रहा है… जिसका बुरा असर देश की जनता को पड़ रहा है….

आपको बता दें कि बारामती लोकसभा सीट पर पहली बार साल उन्नीस सौ सत्तावन में आम चुनाव में वोटिंग हुई थी….. और उस चुनाव में कांग्रेस के केशवराव जेधे ने जीत हासिल की थी…. इसके बाद साल उन्नीस सौ बासठ के आम चुनाव में गुलाबराव जेधे सांसद चुने गए…. वहीं साल उन्नीस सौ सरसठ के आम चुनाव में कांग्रेस के तुलसीदास जाधव को जीत मिली…. औऱ साल उन्नीस सौ इकहत्तर के चुनाव में आरके खाडिलकर को जीत मिली…. साल उन्नीस सौ सतहत्तर के आम चुनाव में पहली बार जनता पार्टी के संभाजीराव काकड़े सांसद चुने गए…. औऱ साल उन्नीस सौ अस्सी के आम चुनाव में कांग्रेस के शंकरराव बाजीराव पाटिल ने जीत हासिल की…. साल उन्नीस सौ चौरासी में शरद पवार और साल उन्नीस सौ पचासी के उपचुनाव में जनता पार्टी के संभाजीराव काकड़े सांसद चुने गए…. इस तरह से बारामती सीट पर शुरूआती दौर मे लगातार कांग्रेस का कब्जा रहा है… और एक बार वहां से जनता पार्टी ने जीत हासिल की है… जो वर्तामान में भारतीय जनता पार्टी के रूप में जानी जाती है…

आपको बता दें कि बारामती लोकसभा सीट के तहत छः विधानसभा सीटें हैं…. इसमें दौंड, इंदापुर, बारामती, पुरंदर, भोर और खड़कवासला शामिल है….. बीजेपी, कांग्रेस और एनसीपी को दो-दो सीटों पर जीत मिली है…. कांग्रेस को पुरंदर और भोर में जीत मिली है…. जबकि बीजेपी को खड़कवासला और दौंड सीट पर जीत मिली है…. एनसीपी को इंदापुर और बारामती विधानसभा सीटों पर जीत मिली है…. दौंड से राहुल कुल, इंदापुर से दत्तात्रय भरणे, बारामती से अजित पवार, पुरंदर से संजय जगताप, भोर से संग्राम थोपटे… और खड़कवासला विधानसभा सीट से भीमराव तपकिर विधायक चुने गए हैं…..

वहीं बारामती लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम आबादी सात दशमलव एक पांच फीसदी है….. जबकि बौद्ध धर्म के अनुयायी तीन दशमलव एकसठ फीसदी हैं…. और इस सीट पर अनुसूचित जाति (SC) की आबादी बारह दशमलव पांच फीसदी है…. जबकि अनुसूचित जनजाति (ST) की आबादी तीन दशमलव सात फीसदी है…. आपको बता दें कि इस सीट पर मराठी वोटर्स का दबदबा है…. वहीं इस सीट पर पवार वोटर्स की संख्या सत्तर हजार के आसपास है…. जबकि गायकवाड तीस हजार, शिंदे पैंसठ 5 हजार, चव्हाण पच्चीस हजार और ब्राह्मण वोटर अस्सी हजार हैं…. वहीं इन समीकरणों को देखते हुए बारामती लोकसभा सीट को कौन फतेह करता है… यह आने वाला वक्त तय करेगा… वहीं बारामती सीट पर लगातार पवार का ही कब्जा रहा है… जिसको देखते हुए इस बार का मुकाबला बहुत दिलचस्प हो गया है… क्योंकि अब बारामती की लड़ाई अकेले पवार की नहीं रह गई है… इसमें अजित पवारल भी शामिल हो गए है… वहीं अब बारामती सीट का मुकाबला ननद वर्सेस भाभी के बीच में हो गया है….

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