अन्याय के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करे बंगाल: राहुल गांधी
बोले- गरीबों और युवाओं के हितों को नजरअंदाज कर रही मोदी सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ सीट बंटवारे को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया में मतभेदों के बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बंगाल और बंगालियों से देश में व्याप्त अन्याय के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने का आह्वान किया।
गांधी ने यह बयान उत्तर बंगाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान दिया। गांधी का यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की इस घोषणा के बाद आया है कि उनकी पार्टी राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। गांधी ने पश्चिम बंगाल में अपने स्वागत के लिए आभार जताते हुए कहा, बंगाल एक विशेष स्थान रखता है। इसने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान वैचारिक लड़ाई का नेतृत्व किया था। यह बंगाल और बंगालियों का कर्तव्य है कि वे नफरत के खिलाफ लडऩे का एक रास्ता दिखाएं और वर्तमान परिस्थितियों में एकता को बढ़ावा दें और नफरत को रोकें।
उन्होंने कहा कि यदि आप इस मौके पर नहीं खड़े हुए, तो लोग आपको कभी माफ नहीं करेंगे, यह किसी एक व्यक्ति के बारे में नहीं है, यह बंगाल द्वारा रास्ता दिखाने और इस लड़ाई में नेतृत्व करने को लेकर है। गांधी ने हालांकि सीधे तौर पर किसी भी राजनीतिक दल का नाम लेने से परहेज किया। गांधी का बयान कांग्रेस नेतृत्व द्वारा ममता बनर्जी को मनाने के प्रयासों के बीच आया है, जिन्हें वे विपक्षी गठबंधन का महत्वपूर्ण स्तंभ मानते हैं, कांग्रेस नेतृत्व ने हाल ही में राज्य में गतिरोध सुलझाने का एक रास्ता खोज लेने का विश्वास जताया था।
क्षेत्रवाद कर रहे राहुल : भाजपा
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता ने गांधी की टिप्पणी को विभाजनकारी बताते हुए उसकी आलोचना की और कहा, यह आश्चर्यजनक है कि राहुल गांधी कैसे इस तरह की टिप्पणी कर सकते हैं, जो क्षेत्रवाद की ओर इशारा करती है, यह एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता से अप्रत्याशित है।
टीएमसी ही भाजपा को रोकेगी : सेन
राहुल गांधी की टिप्पणी पर टीएमसी और अन्य राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रियाएं आयीं। टीएमसी प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, ‘‘हां, वह सही हैं कि बंगाल ऐतिहासिक रूप से निर्णायक आंदोलनों में सबसे आगे रहा है, खासकर अंग्रेजी शासन के खिलाफ, ममता बनर्जी ने 2021 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रोक दिया और विपक्षी गठबंधन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, हालांकि, वह बंगाल कांग्रेस नेतृत्व था, जिसने राज्य में भाजपा के साथ समझौता किया।
सरकारी जमीन पर भगवा के बजाय राष्ट्रीयध्वज फहराया जाए: सिद्धारमैया
कर्नाटक में अब हनुमान पर छिड़ा बवाल
मुख्यमंत्री पर भडक़ी बीजेपी व जेडीएस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कर्नाटक। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हनुमान ध्वज हटाए जाने के प्रशासन के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर मौजूद पोल पर भगवा के बजाय राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज की जगह भगवा झंडा फहराना सही नहीं है। उधर कर्नाटक के मांड्या में हनुमान ध्वज फहराने का मामला गर्माता जा रहा है। इस घटना को लेकर जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है। प्रशासन ने मांड्या के केरागोडु गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है।
कर्नाटक के मांड्या जिले के केरागोडु गांव में 108 फुट ऊंचे हनुमान ध्वज को ग्राम पंचायत बोर्ड की जमीन पर लगा दिया गया था, जिसके बाद प्रशासन द्वारा ध्वज पोल से भगवा झंडा हटाया गया। हालांकि, जिला प्रशासन के इस फैसले के विरोध में बीजेपी-जेडीएस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी-जेडीएस के प्रदर्शन को देखते हुए कर्नाटक पुलिस बल मौके पर मौजूद है। वहीं, विपक्ष के नेता आर अशोक ने सिद्धारमैया सरकार के इस फैसले की आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस पर राम विरोधी और हनुमान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राम और हनुमान मंदिर के खिलाफ है। वे ऐसा लोकसभा चुनाव के कारण कर रहे हैं, उन्होंने राम मंदिर उद्घाटन के दौरान भी ऐसा ही किया था। मैं इसका विरोध करता हूं और मैं मंड्या जाकर विरोध दर्ज कराऊंगा, कांग्रेस हिंदुओं को भडक़ा रही है।
जाति प्रमाणपत्र घोटाले से संबंधित याचिकाएं अब खुद सुनेगा सुप्रीम कोर्ट
एमबीबीएस दाखिले में तीन सप्ताह में दलीलें पूरी करने के आदेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने एमबीबीएस की आरक्षित श्रेणी की सीट के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को जाति प्रमाणपत्र जारी करने में अनियमितताओं के आरोपों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के मुद्दे पर कलकत्ता उच्च न्यायालय की दो पीठ में टकराव से संबंधित याचिकाएं सोमवार को अपने हाथ में ले लीं।
प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने कहा कि उसने इस मुद्दे से संबंधित सभी मामलों को अपने हाथ में लेने का फैसला किया है और तीन सप्ताह की अवधि में दलीलें पूरी करने का निर्देश दिया है। पीठ में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति बीआर गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस भी शामिल थे। पीठ ने कहा, ‘‘हम याचिकाओं को ठीक तीन सप्ताह बाद सूचीबद्ध करेंगे। शीर्ष अदालत की पीठ पहले इस विवाद को निपटाने के लिए 27 जनवरी को अवकाश के दिन बैठी थी, जहां एक असहमत न्यायाधीश ने खंडपीठ के उस आदेश को खारिज कर दिया था जिसने उनके निर्देश को रद्द कर दिया था।
कार को वाहन ने मारी टक्कर, पांच की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। तेलंगाना के नलगोंडा जिले में एक ही परिवार के दो बच्चों समेत पांच लोगों की सडक़ हादसे में मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रुप से घायल है। हादसे के शिकार लोग जिस कार से यात्रा कर रहे थे उसमें तेज गति से आ रहे एक वाहन ने टक्कर मार दी।
पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह दुर्घटना उस समय हुई जब परिवार के सभी सदस्य पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश की यात्रा के बाद रविवार देर रात एक कार में अपने गांव लौट रहे थे। जिले के मिर्यालगुडा के पास राजमार्ग पर विपरीत दिशा से आ रहे वाहन ने कार में टक्कर मार दी। हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं एक महिला बुरी तरह घायल है। पुलिस ने बताया कि उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
यूपी में बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन
अभी जारी रहेगी उत्तर भारत में शीतलहर, पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश के कई राज्य इस समय कड़ाके की ठंड के चपेट में हैं। कडक़ड़ाती ठंड ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हर तरफ लोग आग और अलाव जलाकर अपना दिन काटने को मजबूर हो चुके हैं। इसी बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण शीत लहर और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने 29 जनवरी से 3 फरवरी तक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी भी दी है।
हालांकि, यह भी कहा गया है कि आने वाले हफ्ते में लोगों को इस ठंड से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दिल्ली, यूपी, बिहार और राजस्थान समेत उत्तर भारत के कई राज्यों को राहत मिलने वाली है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ी क्षेत्रों जैसे जम्मू, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 3 फरवरी तक हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। कश्मीर में 30 और 31 जनवरी, वहीं हिमाचल प्रदेश में 31 जनवरी को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उत्तर भारत के लोगों को भी बारिश का सामना करना पड़ेग। दरअसल, मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की संभावना है।
छाया रहेगा घना कोहरा
29 जनवरी और 30 जनवरी को उत्तर प्रदेश और राजस्थान में घना कोहरा छाया रहेगा।29 जनवरी को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में लोगों को कोहरे से परेशानी हो सकती है।बिहार में भी कोहरा 29 जनवरी से 31 जनवरी तक लोगों को परेशान करने वाला है।29 जनवरी को उत्तराखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में घने कोहरे की स्थिति की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना है। पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान अगले 3 दिनों में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक बढऩे की संभावना है। अगले 3 दिनों में पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
मांग
68500 शिक्षक भर्ती में ओबीसी विकलांगों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर शिक्षामंत्री संदीप सिंह के सरकारी आवास के बाहर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। जिन्हें बाद में पुलिस ने हिरासत में लेकर धरना स्थल भेज दिया।