BMC चुनाव को लेकर कांग्रेस का बड़ा ऐलान, महायुति हुई परेशान!

इन दिनों महाराष्ट्र में BMC चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। राजनेता एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। एक तरफ जहां BMC चुनाव से पहले महायुति में आपसी कलह देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष दल जोरों से तैयारियों में जुटे हुए हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: इन दिनों महाराष्ट्र में BMC चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। राजनेता एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। एक तरफ जहां BMC चुनाव से पहले महायुति में आपसी कलह देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष दल जोरों से तैयारियों में जुटे हुए हैं।

इसी बीच कांग्रेस ने बड़ा ऐलान किया है। बता दें कि कांग्रेस ने घोषणा की कि वह आगामी BMC चुनाव अकेले लड़ेगी। पार्टी नेता रमेश चेन्निथला ने इस फैसले की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि हम सभी बीएमसी चुनावों के लिए तैयार हैं। कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी और जल्द ही अपना घोषणा पत्र भी जारी करेगी।

इसे लेकर मुंबई कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई। बैठक में रमेश चेन्निथला के अलावा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद वर्षा गायकवाड़ समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद चेन्निथला ने कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव जमीनी स्तर पर होते हैं और जनता से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ उतरेगी। उन्होंने सवाल उठाया कि मुंबई का अपेक्षित विकास क्यों नहीं हुआ और इसके लिए कौन जिम्मेदार है ? चुनाव में भ्रष्टाचार और प्रदूषण जैसे अहम मुद्दों को कांग्रेस प्रमुखता से उठाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को पता है कि मुंबई में क्या हुआ और क्या नहीं हुआ ?

वहीं वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ गठबंधन के बारे में पार्टी प्रभारी चेन्निथला ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर से फोन पर बात हुई है। जल्द ही उनसे मिलने के लिए कांग्रेस एक प्रतिनिधिमंडल जाएगा। प्रकाश आंबेडकर से बात करने के बाद जो निर्णय लिया जाएगा वह सूचित किया जाएगा। वहीं कांग्रेस प्रभारी चेन्निथला की घोषणा के बाद उद्धव सेना के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि मुंबई में कांग्रेस को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।

पिछले 30 साल से वह बीएमसी में चुनाव हारते आ रही है। तो फिर इस बार कौन सा तीन मार लेंगी। मुंबई में कांग्रेस पार्टी एक टुरिस्ट जैसी है। चुनाव आते ही बैनर पोस्टर, प्रचार-प्रसार शुरू कर देगी और फिर जाईए। जिस तरह से दूसरे राज्यों में हारी है उसी तरह से मुंबई में भी हारेगी। लोकसभा में हमारे साथ आए थे तो उनका भला हो गया था।

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि बीजेपी के धार्मिक राजनीति और दोहरे मापदंड को जनता खारिज कर देंगे। मुंबई वासी इससे गुमराह नहीं होंगे। वे सड़कों, यातायात जाम, स्वच्छ पेयजल और वायु गुणवत्ता जैसे वास्तविक नागरिक मुद्दों पर मतदान करेंगे। गायकवाड़ ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं, बीजेपी धार्मिक राजनीति करना शुरू कर देती है। इतना ही नहीं

उन्होंने कहा कि जहां बीजेपी की मुंबई इकाई के प्रमुख अमित साटम का दावा है कि एनसीपी (एपी) के नवाब मलिक अस्वीकार्य हैं। वहीं अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे वरिष्ठ बीजेपी नेता आशीष शेलार से बातचीत करते हैं। बीजेपी कहती है कि नवाब मलिक अस्वीकार्य हैं, फिर भी उनकी विधायक बेटी सना मलिक बीजेपी सरकार के पक्ष में वोट देती हैं। इससे पार्टी का दोहरा मापदंड स्पष्ट रूप से उजागर होता है। गायकवाड़ ने कहा कि सत्ता में बने रहने, इसके लाभों का आनंद लेने और चुनाव के दौरान धार्मिक राजनीति का सहारा लेने का बीजेपी का रवैया मुंबई की जनता के सामने स्पष्ट है।

इन दिनों नेताओं के एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला लगातार जारी है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अगल राहुल गांधी के आरोपों से तिलमिलाए हुए नजर आ रहे हैं। वहीं इस बीच उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर देश के साथ बेईमानी करने और पाकिस्तान के नैरेटिव पर विश्वास करने का आरोप लगाया।शिवसेना प्रमुख शिंदे कांग्रेस नेता और पुणे नगर निगम के पूर्व उप महापौर उल्हास बागुल के शिवसेना में शामिल होने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश जाकर और पाकिस्तान के नैरेटिव पर विश्वास कर देश को बदनाम कर रहे हैं। राहुल गांधी तो यह दावा करते हुए भी खुश नजर आ रहे हैं कि भारत एक घंटे के भीतर युद्ध हार गया। यह किस तरह की देशभक्ति है। यह देशद्रोह और बेईमानी है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र का सियासी पारा BMC चुनाव को लेकर हाई चल रहा है और अटकलों का बाजार गर्म है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बीते 15 दिसंबर को मुंबई सहित 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव घोषित किए गए हैं. आर्थिक रूप से समृद्ध मुंबई सहित 29 नगर निकायों के लिए चुनाव 15 जनवरी को होंगे जबकि वोटों की गिनती 16 जनवरी को होगी. जिसे लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं अब देखना ये होगा कि किसे कामयाबी मिलेगी और किसे निराशा हाथ लगेगी।

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