कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, गौरव वल्लभ ने थामा BJP का दामन !
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान जब से हुआ है राजनीतिक पार्टियों में उठा-पटक सी मची हुई है, बीजेपी और अन्य विपक्षी पार्टियों में दल बदलने का सिलसिला भी जारी है। कोई भी नेता कब किस पार्टी में ज्वाइन हो जाएंगे कुछ कहा नहीं जा सकता है। 2024 के चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। 24 घंटे में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। बॉक्सर विजेंदर सिंह कल ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। वहीं आज कांग्रेस के बड़े नेता गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। गौरव वल्लभ भी आज BJP में शामिल हो चुके हैं। इतना ही नहीं गौरव वल्लभ ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि, वह सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते। ऐसे में पार्टी में बने रहना मुश्किल है।
आपको बता दें कि, गौरव वल्लभ ने सोशल मीडिया X पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खड़गे को भेजे इस्तीफे की फोटो शेयर कर पोस्ट लिखा था कि, ‘कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हूं। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं। इस कारण मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं। ’
इसके साथ ही गौरव वल्लभ ने कहा कि, मैंने मलिक्कार्जुन खड़गे को भेजे इस्तीफा में लिखा है कि, ‘मैं भावुक हूं और मेरा मन भी काफी व्यथित है। काफी कुछ कहना चाहता हूं, लिखना चाहता हूं और बताना चाहता हूं. लेकिन मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते हैं। फिर भी मैं आज अपनी बातों को आपके समक्ष रख रहा हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि, सच को छुपाना भी अपराध है। ऐसे में मैं अपराध का भागी नहीं बनना चाहता।
अपने इस्तीफे में गौरव वल्लभ ने इस बात का भी जिक्र किया कि, देश की सबसे पुरानी पार्टी सोचकर उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन की थी। ऐसे में उनको लगा था कि, कांग्रेस में युवा और बौद्धिक आइडियों की कद्र की जाती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में उनको महसूस हुआ कि, कांग्रेस का मौजूदा स्वरूप नए आइडिया वाले युवाओं संग खुद को एडजस्ट नहीं कर पा रही है। वहीं उन्होंने कहा कि, अयोध्या में राम मंदिर पर कांग्रेस के रुख ने उनको हैरानी में डाल दिया है। पार्टी के इस स्टैंड से वो काफी असहज हो गए, क्योंकि जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हैं। कांग्रेस और इसके गठबंधन से जुड़े लोग सनातन के विरोधी हैं।
इसके आगे गौरव वल्लभ का कहना है कि, कई महीनों से पार्टी की ओर से टेलीविजन कार्यक्रमों में मुझे शामिल नहीं किया जा रहा था। और काफी लंबे समय से उनकी कोई प्रेस वार्ता भी नहीं हुई थी। गौरव वल्लभ ने इस्तीफे में ये दावा भी किया कि, वर्तमान में आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का रुख हमेशा ‘वेल्थ क्रिएटर्स’ को नीचा दिखाने वाला रहा है और देश में होने वाले हर विनिवेश पर पार्टी का नजरिया नकारात्मक रहा है। उनका मानना है कि, आर्थिक मुद्दों पर पार्टी के रुख को लेकर भी वह घुटन महसूस कर रहे थे, इसीलिए उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है।